राजस्थान के अलवर में 300 साल पुराने शिव मंदिर को जमींदोज किए जाने और शिवालय पर जूते पहनकर चढ़ने और मूर्तियों पर कटर चलाने के बाद छत्तीसगढ़ भाजपा महिला मोर्चा उपाध्यक्ष डॉ. ममता साहू ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि करौली और जहांगीरपुरी पर आंसू बहाना और हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना ही कांग्रेस की धर्मनिरपेक्षता है?
दिल्ली के जहांगीरपूरी में बुलडोजर चलाने पर छत पर चढ़कर चिखने वाले लोग अलवर में कांग्रेस की सरकार द्वारा वहां पर 300 साल पुराने मंदिर पर बुलडोजर चला दिया जाता हैं। तो ये लोग जो सातवे माले पर खड़े होकर चीख चिल्ला रहे थे जहागीरपूरी में बुलडोजर चलाने पर,तो अलवर पर कांग्रेस की सरकार को कुंभकर्ण वाली नींद आ रही हैं। हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना यही कांग्रेस का सेक्युलिरिज्म है। 18 अप्रैल को बिना कोई नोटिस जारी किए प्रशासन ने राजस्थान के राजगढ़ कस्बे में 85 हिंदुओं के पक्के घरों और दुकानों पर बुलडोजर चला दिए।
'सरकारी लोग गिरफ्तार करने की धमकी देने लगे'
वहां पर खड़े लोग दुहाई देते रहे। वहां की माताएं-बहनें निराश हो गए। रोने लगे, जब बाबा का नाम लेने लगे तो वहां पर सरकारी लोग गिरफ्तार करने की धमकी देने लगे। डॉ.ममता साहू ने कहा कि भगवान का नाम ले तो जेल,मंदिर गिराओ तो सही हैं? क्या इसलिए सचिन पायलट सोनिया गांधी से मिलकर 50 मिनट ये बोलकर आये थे कि अशोक जी रहे तो कांग्रेस हार जाएगी। कांग्रेस का एक बात तो स्पष्ट है कि ये केवल चुनाव में जिस प्रकार मंदिर -मंदिर जाकर मत्था टेकते हैं। जनेऊ धारण करते हैं। अपने आप को भक्त दिखाने की कोशिश करते हैं। हिन्दू दिखाने की कोशिश करते हैं, वह सब मिथ्या है।
'आस्था को नुकसान पहुंचाना कांग्रेस की धर्मनिरपेक्षता है?'
चुनाव के बाद मंदिर तोड़े जाते हैं। कुर्सी को हथियाने के लिए नकली हिंदू बन जाते हैं और श्रद्धा दूसरों के प्रति है। यह वही कांग्रेस है जिनके तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बोलते हैं कि देश के संसाधनों पर पहला हक और अधिकार मुस्लिमों का है। इस तरह बोलकर हिंदू और मुस्लिम में वैमनस्यता पैदा करते हैं ।आज कांग्रेस सरकार ने राजस्थान में जो किया, यही कांग्रेस की सत्यता हैं। चोला आप किसी का भी ओढो , मन में तो कुछ और है। यह दिखावा क्यों? डॉ. ममता साहू ने कहा कि हिंदुओं की आस्था को नुकसान पहुंचाना कांग्रेस की धर्मनिरपेक्षता है? भारत के लोग सब समझ रहे हैं । यह जनता है सब जानती है, समझती है।
(नोट-भाजपा नेत्री के ये निजी विचार है। इससे संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है।)