असम में कुदरत ने जमकर कहर बरपाया है। प्रदेश में कई जगहों पर बिजली गिरने, आंधी और भारी वर्षा के चलते 2 बच्चों समेत 8 लोगों की मौत हो गई है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक असम के कई हिस्सों में 'बोरदोइसिला' ने सराबोर कर दिया। राज्य में गर्मियों के मौसम में आंधी के साथ होने वाली बारिश को 'बोरदोइसिला' कहा जाता है।
जानकारी के मुताबिक आंधी और बारिश के कारण जनहानि होने के साथ-साथ कई मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए और जगह-जगह पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए। ESDMA के मुताबिक डिब्रूगढ़ में प्रचंड आंधी के कारण चार लोगों की जान चली गई। उनमें 12 साल एक बच्चा भी शामिल हैं।
भारी बारिश होने की संभावना
प्राधिकरण ने कहा कि बारपेटा जिले में आंधी और बारिश के कारण तीन व्यक्तियों की मौत हो गई। जबकि गोलपारा जिले में 15 साल के एक नाबालिग की जान चली गई। बारिश से बीते दो दिनों में कम से कम 7 हजार 378 मकान और अन्य ढांचे क्षतिग्रस्त हुए हैं। मौसम विभाग की तरफ से जारी बयान में कहा है कि 17 अप्रैल तक पूर्वोत्तर के अरुणाचल प्रदेश और असम-मेघालय में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने ये भी कहा था कि 17 अप्रैल को नागालैंड-मणिपुर-मिजोरम-त्रिपुरा में भी भारी बारिश होने की संभावना है।
गाज गिरने से 18 हाथियों की मौत
बता दें कि साल 2021 में 13 मार्च को असम में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 18 हाथियों की मौत हो गई थी। ये सभी हाथी जंगल में एक साथ विचरण कर रहे थे। इसी दौरान अचानक आकाशीय बिजली गिर गई। आकाशीय बिजली के संपर्क में आने से 18 हाथियों की मौके पर ही मौत हो गई थी। प्रधान मुख्य वन संरक्षक अमित सहाय ने बताया कि कठियाटोली रेंज के कुंडोली वन क्षेत्र में पहाड़ी पर आकाशीय बिजली गिरने से ये घटना हुई थी। उन्होंने बताया कि 2 झुंड में हाथियों के शव मिले। इनमें से 14 हाथियों के शव पहाड़ी के ऊपर मिले। जबकि चार शव पहाड़ी के निचले भाग में मिले।