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एक ही परिवार के 5 लोगों की गला रेतकर हत्या, विपक्ष ने सरकार को घेरा

UP दिन-ब-दिन अपराधों का गढ़ बनाता जा रहा है। इसी बीच प्रदेश के प्रयागराज जिले में सामूहिक हत्याकांड का मामला सामने आया है। थरवई थाना क्षेत्र के खेवराजपुर गांव में एक ही परिवार के 5 लोगों की धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी गई है। आरोपियों ने एक 5 साल की बच्ची पर भी हमला किया है, जिसे इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने के बाद शव को जलाने के लिए घर में आग लगा दी।  

पुलिस के मुताबिक वारदात में 5 साल की बच्ची साक्षी घायल हुई है। उसे प्रयागराज के स्वरूपरानी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। मृतकों में पति-पत्नी, उनकी बेटी, गर्भवती बहू और एक 2 साल की पोती है। वहीं अपने मां के पास सो रही 5 साल की बच्ची खटिया के नीचे छिप गई थी। शायद अंधेरा होने की वजह से हत्यारे उसे देख नहीं सके। जिससे वह बच गई।

पुलिस ने दिव्यांग बेटी और गर्भवती बहू के साथ रेप होने की आशंका जताई है। क्योंकि दोनों के शरीर के निचले हिस्से पर कपड़े नहीं थे। सिर्फ यही नहीं वारदात के बाद हत्यारों ने घर में आग लगाने की कोशिश की। वारदात शहर मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर थरवई थाना क्षेत्र के खेवराजपुर गांव की है। इस हत्याकांड से प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए। योगी सरकार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए लखनऊ एसटीएफ को इस पूरे मामले की जांच सौंप दी है। लखनऊ STF प्रयागराज के लिए रवाना हो गई है। वहीं प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव भी पीड़ित परिवार से मिलने के लिए प्रयागराज पहुंचे।

ग्रामीणों ने दी सूचना

खेवराजपुर गांव में राजकुमार यादव (उम्र 55) पत्नी कुसुम (उम्र50), एक बेटा सुनील (उम्र 35), बहू सविता (उम्र 30), बेटी मनीषा (उम्र 25) और दो पोतियां साक्षी (उम्र 1) और मीनाक्षी (उम्र 5) के साथ रहते थे। शनिवार तड़के करीब 4 बजे राजकुमार के घर से धुआं उठ रहा था। धुआं देख ग्रामीणों को शक हुआ कि घर में आग लग गई। इसकी सूचना ग्रामीणों ने सुनील को दी। जानकारी होते ही सुनील अपने मामा के साथ वहां पहुंचा तो देखकर सन्न रह गया। 5 फीट की बाउंड्री के अंदर और घर के बाहर तीन चारपाई पर पांच लोगों के खून से सने हुए शव पड़े हुए थे। मृतकों में राजकुमार, उनकी पत्नी कुसुम, बहू सविता, बेटी मनीषा और 1 साल की पोती साक्षी थी। जबकि 5 साल की बच्ची बच गई।

बच्ची ने पुलिस को दी जानकारी

बच्ची मीनाक्षी बहुत घबरायी हुई थी। उसने बताया कि वह जब मार रहे थे तभी वह धीरे से खटिए के नीचे छिप गई थी। उसने बताया कि कई लोग थे जो किसी चीज से दादा-दादी को मार रहे थे। घर में 5 लाशें देखकर ग्रामीण सन्न रह गए। तुरंत पुलिस को सूचना दी। सामूहिक हत्याकांड की खबर मिलते ही पुलिस ने तुरंत फॉरेंसिक और डॉग स्कवॉयड को मौके पर बुलाया। डॉग स्कवॉयड गांव की तरफ 300 मीटर तक गए। ऐसे में पुलिस को शक है कि हत्यारे वारदात को अंजाम देने के बाद गांव की तरफ से ही भागे हैं।

पुलिस ने केस दर्ज कर शुरू की जांच

जानकारी के मुताबिक राजकुमार का बेटा सुनील वारदात के वक्त घर पर नहीं था। सुनील की प्रयागराज में प्रयाग स्टेशन के पास पान की दुकान है। ऐसे में वह वहीं किराए का कमरा लेकर रहता है। दो-तीन दिन में एक बार ही घर जाता है। सुनील की शिकायत के आधार पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। तहरीर के अनुसार, सुनील का वारदात की जानकारी ग्रामीण की ओर से दी गई कि घर में आग लगी है। इसकी जानकारी होते ही सुनील अपने मामा राजेश यादव के साथ जब अपने घर पहुंचा तो भीड़ लगी हुई थी। वह जब पीछे के गेट से अंदर पहुंचा तो वहां परिवार के पांच सदस्यों की लाशों को देखकर वह बेसुध हो गया। 

दिव्यांग और गर्भवती के साथ दुष्कर्म की आशंका

सुनील ने बताया कि उसकी पत्नी मनीषा पांच महीने की गर्भवती थी। जबकि बहन दिव्यांग थी। उसने दोनों के साथ रेप की आशंका जाहिर की। क्योंकि दोनों के शरीर के निचले हिस्से पर कपड़े नहीं थे। हालांकि पुलिस अफसर इस पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं। अफसरों का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही वह इस बारे में कुछ कह पाएंगे। जिस घर में वारदात हुई वह गांव के एक कोने में था। यानी  इस घर से करीब 300 मीटर की दूरी तक कोई दूसरा मकान नहीं था। सिर्फ यही नहीं घर के बाहर चारों तरफ करीब 5-6 फीट की बाउंड्री है। इसके बाद बरामदा और फिर कमरे बने हुए हैं। तीन चारपाई पर पांचों के शव बरामदे में ही मिले हैं। 

इस वारदात को लेकर प्रयागराज के SSP अजय कुमार ने कहा कि पूरा मामला थरवई जिला का है। सुबह 5 बजे पुलिस को खबर मिली थी कि एक ही परिवार के 5 लोग मृत अवस्था में पाए गए हैं। घटनास्थल पर पहुंचने के बाद राजकुमार, उनकी पत्नी कुसुम, राजकुमार की बहू, बेटी और एक पोती मृत अवस्था में मिले। राजकुमार की दूसरी पोती जो 5 साल की हैं वह जीवित हैं। प्रयागराज SSP अजय कुमार ने बताया कि घर के बेडरूम में आग लगी हुई थी, जिसे दमकल द्वारा बुझाया गया है। सभी टीम जांच में जुट गई हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मृतक के परिजन के बयान के आधार पर जांच होगी। एक बच्ची जो जीवित है, उसे पुलिस संभाल रही है।

वहीं प्रयागराज के DM संजय कुमार खत्री ने कहा कि राजकुमार के परिवार में से सुनील और एक बच्ची जीवित हैं। 5 टीम बनाकर जांच की जा रही है। सुनील का भी बयान लिया जा रहा है। अभी तक आपसी रंजिश की कोई बात सामने नहीं आई है। पुलिस हर पहलू को देख रही है।

इधर, इस घटना को लेकर ADG प्रशांत कुमार ने कहा कि खैवजपुर से सूचना मिली कि 5 लोगों की हत्या हो गई है। मौके पर वहां के वरिष्ठ अधिकारी, SSP और IG पहुंचे और मामले की जांच की। प्रथम दृष्टया में शव पर धारदार चोट के निशान हैं और घर पर आग भी लगी थी, जिससे तुरंत बुझाया गया था। सभी पहलुओं पर जांच की जारी है। प्रयागराज के STF टीम को मौके पर भेजा गया है, जांच के बाद ही हम कुछ कह पाएंगे। इस घटना के बाद विपक्ष हमलावर हो गई है। मायावती ने कहा है कि सरकार कार्रवाई सुनिश्चित करे। वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि BJP के 2.0 के राज में UP अपराध में डूब गया है। 

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