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13 साल की लड़की ने की आत्महत्या, 2 महीने से लिख रही थी मौत पर कविताएं

देश में आत्महत्या की घटनाएं लगातार बढ़ती ही जा रही है। वहीं युवाओं के बाद 10-15 एज ग्रुप वाले भी आत्महत्या जैसे घातक कदम उठाने लगे हैं। ताजा मामला महाराष्ट्र के नागपुर का है, जहां 13 साल की एक लड़की ने अपने घर में कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि लड़की ने आत्महत्या करने से पहले मौत पर कविताएं और उक्तियां लिखी थीं। वो आठवीं कक्षा में पढ़ती थी और अजनी क्षेत्र के चंद्रमणि नगर इलाके की निवासी थी।

पुलिस ने बताया कि सोमवार को दोपहर करीब एक बजे जब लड़की की मां बाथरूम में और भाई दूसरे कमरे में था, तब उसने कथित तौर पर फांसी लगा ली। अजनी पुलिस थाने के अधिकारी ने कहा कि लड़की अकेले कमरे में पढ़ रही थी, लेकिन जब उसकी मां कमरे में गई तो उसने अपनी बेटी का शव लकड़ी के एक पटरे से रस्सी से लटकता हुआ देखा।

लड़की के कमरे से मिली नोटबुक

पुलिस को लड़की के कमरे से एक नोटबुक मिली है, जिस पर वो बीते 2 महीने से मराठी और अंग्रेजी में मौत पर कविताएं और उक्तियां लिख रही थी। उसने ये भी लिखा था कि कोरोना वायरस फैलना चाहिए ताकि मैं मर जाऊं। लड़की के परिवार वालों ने पुलिस को बताया कि वो पढ़ाई में अच्छी थी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अपनी मां के साथ आखिरी बातचीत में लड़की का व्यवहार एकदम सामान्य था। पुलिस ने दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

इन राज्यों के है सबसे ज्यादा आंकड़े

आत्महत्या करने वालों में 13 हजार 325 लड़कियां शामिल हैं। अगर इन्हें साल के हिसाब से देखा जाए तो 2017 में 14-18 एज ग्रुप के कम से कम 8029 बच्चों ने आत्महत्या की थी, जो 2018 में बढ़कर 8,162 हो गई और 2019 में यह संख्या बढ़कर 8377 हो गई। इस एज ग्रुप में आत्महत्या के सबसे ज्यादा मामले मध्यप्रदेश से सामने आए, जहां 3 हजार 115 बच्चों ने खुदकुशी की। इसके बाद पश्चिम बंगाल में 2802, महाराष्ट्र में 2527 और तमिलनाडु में 2035 बच्चों ने आत्महत्या की है।

NCRB के आंकड़े चौकने वाले

NCRB के आंकड़ों में कहा गया कि 4046 बच्चों ने परीक्षा में फेल होने की वजह से और 639 बच्चों ने विवाह से जुड़े मुद्दों पर आत्महत्या की। इनमें 411 लड़कियां शामिल हैं। इसके अलावा 3315 बच्चों ने प्रेम संबंधों के चलते और 2567 बच्चों ने बीमारी के कारण, 81 बच्चों ने शारीरिक शोषण से तंग आ कर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के पीछे किसी प्रियजन की मौत, नशे का आदी होना, गर्भधारण करना, सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल होना, बेरोजगारी, गरीबी जैसे वजह भी बताई गईं।

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