पश्चिमी अफ्रीकी देश माली के आर्मी बेस पर आतंकवादियों ने हमला किया है, जिसमें 27 सैनिकों की मौत हो गई है। जबकि 33 जवान घायल बताए जा रहे हैं। सेना ने बताया कि 21 जवानों की हालत गंभीर है और 7 अभी भी लापता हैं। ये हमला मोंडोरो बेस पर किया गया, जो बुर्किना फासो और माली के बॉर्डर पर है। आतंकवादियों ने आर्मी बेस को उड़ाने के लिए कार बम का इस्तेमाल किया और टैंकों समेत 21 वाहनों को जब्त कर लिया। हमले के समय बेस पर करीब 150 सैनिक मौजूद थे।
वहीं सेना ने जवाबी कार्रवाई में 70 आतंकवादियों को मार गिराया है। हालांकि अभी पता नहीं चल पाया है कि कौन-सा आतंकवादी समूह इस हमले के लिए जिम्मेदार है। सेना ने ये कार्रवाई किसी आतंकी ग्रुप को निशाना बनाकर करने की बजाय एक समान रूप से की है। बता दें कि अल कायदा और इस्लामिक स्टेट दोनों ही आतंकवादी संगठन सेंट्रल माली में सक्रिय हैं। माली की सेना पर बीते 10 सालों से लगातार हमले हो रहे हैं।
उत्तरी रेगिस्तान पर किया था कब्जा
बता दें कि 2012 में अल कायदा से जुड़े आतंकवादियों ने उत्तरी रेगिस्तान पर कब्जा कर लिया था। उस समय फ्रांस ने हस्तक्षेप कर माली की मदद की थी और पूरे इलाके को आतंकवादियों के कब्जे से मुक्त करवाया था। इसके बाद वहां अपनी सेना तैनात कर दी थी। तभी से आतंकियों की ओर से सेना को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। फ्रांस की कार्रवाई के बाद आतंकवादी समूह अल कायदा और इस्लामिक स्टेट फिर से इकट्ठे हो गए और मालियन ग्रामीण इलाकों को अपने कब्जे में ले लिया। साथ ही नाइजर, बुर्किना फासो और अन्य पड़ोसी देशों में अपनी पहुंच बनाई। माली देश का दो-तिहाई क्षेत्र सरकार के नियंत्रण से बाहर है।
फ्रांस के सैनिकों के हटने के बाद हमले तेज
फ्रांस ने 2013 से माली में अपने हजारों सैनिकों को तैनात किया था, लेकिन बीते महीने अपनी सेना को वापस बुला लिया। ये फैसला देश में सत्ताधारी जुंटा सरकार के साथ फ्रांस के संबंधों के टूटने के कारण लिया गया। सेना के वापस आने के बाद से माली पर हमले तेज हो गए। ये पहला मौका नहीं है जब माली की सेना को आतंकियों ने अपना निशाना बनाया है। 2018 में उत्तरी माली में सेना शिविर पर हमला किया गया। इसमें 14 सैनिकों की मौत हुई थी।
लगातार जवानों को निशाना बना रहे आतंकी
अक्टूबर 2019 में बुर्किना फासो से लगती सीमा के पास सेना पर हमला किया गया। इसमें 41 जवानों की मौत हो गई। फिर एक महीने के बाद नवंबर में इंडलिमने में सेना शिविर पर हमला किया गया। इसमें 53 की मौत हो गई। साल 2020 में ओगोसागो गांव में सेना पर आतंकी हमला किया गया, जिसमें 9 की मौत हो गई। वहीं 2021 में मोरदिया और सेगोऊ शहर में आतंकी हमला हुए। इसमें 7 जवानों की मौत हुई थी। माली में लगातार आतंकी जवानों को अपना निशाना बना रहे हैं।