छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को साल 2022-23 का बजट प्रस्तुत किया। भारत की आजादी की 75वीं सालगिरह के साल में प्रस्तुत ये बजट मुख्य रूप से ग्राम केंद्रित नई अर्थव्यवस्था आधारित 'छत्तीसगढ़ मॉडल' में समाहित उद्देश्यों को पूरा करने की दिशा में मजबूत कदम है। बीते तीन सालों के दौरान सरकार ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सपनों को पूरा करने की दिशा में सार्थक कदम उठाए गए हैं।
ये बजट महात्मा गांधी के समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के मूल मंत्र को साकार करने का सुदृढ़ प्रयास है। बजट राज्य के किसानों, भूमिहीन कृषि मजदूरों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की समृद्धि, गांवों की आर्थिक प्रगति, शिक्षा में गुणवत्ता और प्रगति के नवीन आयाम, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़े वर्गों के कल्याण, महिलाओं एवं बच्चों के सर्वागींण विकास, युवाओं को रोजगार एवं उद्यमिता के नवीन अवसरों के सृजन, शासकीय सेवकों के भविष्य को सुरक्षित करने, ग्रामीण एवं शहरी अधोसंरचना को तेजी से विकसित करने और जनता के लिए संवेदनशील प्रशासन की भावना के साथ प्रदेश के लोगों को समर्पित है।