छत्तीसगढ़ में अवैध और कच्ची शराब की बिक्री के साथ ही मिलावटी शराब बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए आबकारी विभाग द्वारा सघन अभियान चलाया जाएगा। बता दें कि आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने अवैध शराब की बिक्री पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए हैं। उनके निर्देश पर आबकारी विभाग के सचिव निरंजन दास ने विभागीय अधिकारियों की बैठक ली और इन प्रकरणों पर सख्ती से कार्रवाई कर रोक लगाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि इन कार्यों में विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों की संलिप्तता पाए जाने पर उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। आबकारी सचिव दास ने अधिकारियों के साथ आबकारी विभाग की रेवेन्यू बढ़ाने के मुद्दे पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि देशी-विदेशी मदिरा दुकानों को कम्पोजिट किया जाए। इसी तरह मांग के अनुरूप इन दुकानों में संबंधित ब्रांड का स्टॉक रखा जाए। मिलावटी शराब और ओवररेटिंग के मामलों का FIR दर्ज कराया जाए। उन्होंने कहा कि देशी-विदेशी शराब दुकानों में ओवररेट शराब विक्रय पाए जाने पर संबंधित कर्मचारी के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी। इन मामलों के संरक्षण देने वाले संबंधित अधिकारियों पर भी कड़ी कार्रवाई होगी।
सीमावर्ती जिलों में विशेष निगरानी के निर्देश
आबकारी सचिव निरंजन दास ने कहा कि अन्य राज्यों से अनाधिकृत रूप से छत्तीसगढ़ में आने वाली शराब पर भी कड़ाई से नियंत्रण रखा जाए। राज्य के सीमावर्ती जिलों में इसके लिए विशेष रूप से निगरानी रखी जाए। उन्होंने स्थानीय पुलिस अधिकारियों से समन्वय कर चेकपोस्ट की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों से यात्री और ट्रांसपोर्ट वाहनों में छिपाकर लाई जाने वाली शराब पर भी निगरानी रखी जाए।
परीक्षण के लिए लेबोरेटरी स्थापित
बैठक में आबकारी सचिव दास ने बताया कि अवैध, कच्ची और मिलावटी शराब में जहरीली मात्रा के परीक्षण के लिए लेबोरेटरी स्थापित कर ली गई है। अवैध शराब के प्रकरण बनाते समय शराब का लेबोरेटरी टेस्ट रिपोर्ट लगाना सुनिश्चित किया जाए। बैठक में आबकारी विभाग के विशेष सचिव और छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड के प्रबंध संचालक एपी त्रिपाठी, अपर आयुक्त आरएस ठाकुर, उपायुक्त आशीष श्रीवास्तव, पीएस साहू समेत प्रदेशभर के जिले के अधिकारी उपस्थित रहे।