गरियाबंद के खुडियाडीह गांव के किसान धनकुमार साहू इन दिनों मूंगफली की खेती कर विशेष पहचान बना ली है। छत्तीसगढ़ शासन के राजीव गांधी किसान न्याय योजना से प्रभावित होकर उन्होंने परंपरागत धान की खेती के बदले मूंगफली की खेती करना शुरू किया, जिससे उन्हें धान की तुलना में अतिरिक्त लाभ हुआ। इसके अलावा शासन की महत्वाकांक्षी योजना राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत आदान सहायता राशि 10 हजार रु का भी लाभ भी मिला।
किसान धनकुमार से बताया कि उनकी कुल भूमि का रकबा 1.30 हेक्टेयर है, जिसमें वे पहले सिर्फ धान की खेती कर रहे थे, जिससे उन्हें काफी कम आय प्राप्त होती थी। खरीफ साल 2020-21 में कृषि विभाग के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी आरके वर्मा ने बताया कि उनकी कृषि जमीन मूंगफली की खेती के लिए काफी उपयुक्त है। अगर वे मूंगफली की खेती करते हैं तो धान के अपेक्षा उनकी आय में बढ़ोतरी होगी और पानी की समस्या का भी हल निकल जाएगा।
किसान ने CM को दिया धन्यवाद
उनके सलाह पर धनकुमार ने खरीफ साल 2020-21 में 0.40 हेक्टेयर मूंगफली की खेती की। साथ ही राजीव गांधी न्याय योजना के तहत आदान सहायता राशि 10 हजार रु प्रति एकड़ प्राप्त किया। लगभग 1 एकड़ क्षेत्र में 8 क्विंटल मूंगफली का उत्पादन किया। इसे उन्होंने गांव के किसानों को 60 रु प्रति किलोग्राम की दर से बेच किया, जिससे 48 हजार रु का आय हुआ। ये उनके लिए अतिरिक्त आमदनी का एक सशक्त माध्यम बना। निश्चित ही उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ। किसान धनकुमार ने राज्य शासन के इस योजना को मददगार और किसानों के लिए कारगर बताया है और उन्होंने धन्यवाद दिया।