छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर के तारबाहर थाना क्षेत्र में रविवार को बड़ा और दर्दनाक हादसा हुआ है। दरअसल, यहां एक तेज रफ्तार कार मजदूरों को टक्कर मारने के बाद पलट गई। इस हादसे में भवन निर्माण काम में लगी एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि 8 मजदूर घायल हो गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए CIMS में भर्ती कराया गया है। जानकारी के मुताबिक कार चला रहा नाबालिग अपने पालतू डॉग का इलाज कराने गया था। इस दौरान उसका कुत्ता स्टेयरिंग में आ गया। इसके बाद कार अनियंत्रित हो गई और उसने मजदूरों को चपेट मे लिया, फिर कार पलट गई।
घटना के बाद लोगों की भीड़ जुट गई और जमकर हंगामा हुआ। इसके कारण करीब आधे घंटे तक सड़क पर जाम लगा रहा। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। कार में सवार नाबालिग और उसका भाई CMD चौक से अग्रसेन चौक की तरफ आ रहे थे। कार को नाबालिग चला रहा था। इस दौरान तेज रफ्तार कार स्वदेशी प्लाजा के सामने पहुंची थी, जहां भवन निर्माण काम चल रहा था। इसी दौरान कार के स्टेयरिंग में कुत्ता चढ़ने की वजह से नाबालिग कार को नियंत्रित नहीं कर सका और मजूदरों को चपेट में लेते हुए कार पलट गई।
घायलों को जिला अस्पताल में कराया गया भर्ती
हादसे में सरकंडा के साइंस कॉलेज के पास रहने वाली महिला सरस्वती गोंड (उम्र 50) की मौत हो गई। जबकि फरहदा के रहने वाले श्याम सुंदर (45 साल), भोली पटेल (35 साल), रानी (19 साल), रत्ना पटेल (18 साल), अभय पटेल ( 22 साल), संजू पोर्ते (23 साल), रामलाल (50 साल) और समय बाई घायल हो गए। हादसे के बाद वहां लोगों की भीड़ जुट गई। उन्होंने पुलिस की मदद से घायलों को इलाज के लिए भेजा। वहीं मरने वाली महिला के शव को जिला अस्पताल भेजा गया है।
कार सवार नाबालिग को पुलिस ने पकड़ा
हादसे के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने कार सवार नाबालिग को पकड़ लिया और थाने ले गई। वहीं उसका भाई और दोस्त वहां से भाग गए। पूछताछ में पता चला कि 17 नाबालिग SECL कर्मी का बेटा है। उसने बताया कि वो अपने छोटे भाई के साथ बीमार डॉग का इलाज कराने जा रहा था। तभी उसका कुत्ता कार की स्टेयरिंग में चढ़ गया और कार अनियंत्रित हो गई, जिससे ये हादसा हो गया। घटना के बाद वहां जुटी भीड़ ने जमकर हंगामा मचाया। इस घटना की जानकारी मिलते ही SP पारुल माथुर मौके पर पहुंच गई। उन्होंने भीड़ को समझाइश देकर शांत कराया। इसके बाद जाम हटवाया गया।
नाबालिग के परिजन के खिलाफ केस
SP पारुल माथुर घायल मजदूरों को देखने CIMS भी गई थीं। उन्होंने कहा कि नाबालिग बच्चे को कार चलाने के लिए देने वाले परिजन के खिलाफ केस दर्ज करने कहा गया है। नाबालिगों को वाहन चलाने देना अपराध है और उनके परिजन के खिलाफ कार्रवाई करने का प्रावधान है। इस मामले में आरोपी के परिजन पर भी केस दर्ज किया जा रहा है। घटनास्थल पर पहुंची SP पारुल माथुर ने बताया कि हादसे की एक वजह ये भी है कि निर्माणाधीन भवन के लिए रेत और गिट्टी को सड़क किनारे रख दिया गया था। इसके चलते आवागमन बाधित हो रहा था। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को बिल्डिंग मटेरियल सामग्री को जब्त करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मामले की जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है।