देश में कोरोना के मामले रोजाना चिंताजनक हो रहे हैं, जिसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इमरजेंसी मीटिंग की। इस दौरान PM मोदी ने बच्चों के वैक्सीन ड्राइव को तेज करने के निर्देश दिए। PM मोदी ने निर्देश दिया है कि जिन राज्यों में कोरोना के ज्यादा मामले आ रहे हैं उन राज्यों को टेक्निकल सपोर्ट दिया जाए।
PM मोदी ने जिला स्तर पर पर्याप्त हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों से इस संबंध में राज्यों के साथ समन्वय बनाए रखने को कहा। PM मोदी ने राज्यों की स्थिति पर चर्चा करने के लिए CM के साथ बैठक बुलाए जाने को कहा है। उन्होंने कोरोना के मामलों के मैनेजमेंट के साथ नॉन-कोविड हेल्थ सर्विस की निरंतरता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर डाला। PM मोदी ने भी बैठक के बाद ट्वीट किया।
Had extensive discussions on the prevailing COVID-19 situation. Reviewed the preparedness of healthcare infrastructure, the vaccination drive, including for youngsters between 15 and 18, and ensuring continuation on non-COVID healthcare services. https://t.co/2dh8VFMStK
— Narendra Modi (@narendramodi) January 9, 2022
उन्होंने लिखा कि 'कोविड-19 की मौजूदा स्थिति पर चर्चा हुई। 15 से 18 साल के यंगस्टर्स समेत हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर और वैक्सीनेशन ड्राइव की तैयारियों की समीक्षा की। इसके अलावा नॉन-कोविड हेल्थ सर्विस को जारी रखना सुनिश्चित किया।' PM मोदी की समीक्षा बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, कैबिनेट सचिव राजीव गाबा, गृहसचिव अजय भल्ला, स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, ICMR के डीजी समेत कई अधिकारी शामिल हुए।
Delhi: Prime Minister Narendra Modi chairs a meeting to review the COVID-19 situation in the country, through video conference pic.twitter.com/EY5u7LAaC3
— ANI (@ANI) January 9, 2022
बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी 22 दिसंबर और 26 नवंबर को कोरोना के हालात की समीक्षा कर चुके हैं। दोनों ही मीटिंग में PM ने टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट पर जोर दिया था। उन्होंने दवाइयों और ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर भी निर्देश दिए थे। PM मोदी ने 22 दिसंबर को देश में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर अफसरों के साथ हाई लेवल रिव्यू मीटिंग की थी। करीब एक घंटे चली इस मीटिंग में हेल्थ मिनिस्ट्री समेत कई विभागों के अफसर शामिल हुए थे।
तैयारियों का लिया था जायजा
प्रधानमंत्री ने हालात की जानकारी लेने के साथ सरकार की तैयारियों का जायजा लिया था। PM ने अफसरों को दवाई और ऑक्सीजन का स्टॉक बढ़ाने के निर्देश भी दिए थे। साथ ही टेस्टिंग और ट्रेसिंग बढ़ाकर हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर बेहतर करने पर भी जोर दिया था। इस मीटिंग में PM ने रिमोट एरिया में वैक्सीन और दवा की सप्लाई के लिए IT टूल्स का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने को कहा था। मोदी ने अफसरों से कहा था कि राज्यों के लिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि ऑक्सीजन सप्लाई इक्विपमेंट्स पूरी तरह काम कर रहे हों। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
26 नवंबर को भी की थी बैठक
दुनियाभर में ओमिक्रॉन वैरिएंट की शुरुआत में 26 नवंबर को प्रधानमंत्री ने अफसरों की मीटिंग बुलाकर इंटरनेशनल ट्रैवल में छूट देने की प्लानिंग पर दोबारा विचार करने को कहा था। साउथ अफ्रीकन वैरिएंट को लेकर मोदी ने 6 हिदायतें दी थीं। PM मोदी ने कहा था कि नए वैरिएंट से निपटने के लिए तैयारी करें। जिन इलाकों में ज्यादा केस आ रहे हैं, वहां पर निगरानी और कंटेनमेंट जैसी सख्ती करें। लोगों को ज्यादा सतर्क होने की जरूरत, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। अंतरराष्ट्रीय यात्राओं में छूट देने की योजना की समीक्षा करें। कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज की कवरेज बढ़ाने पर फोकस करें। राज्य ध्यान रखें कि जिन्हें पहली डोज मिल गई है, उन्हें दूसरी डोज समय पर दे दी जाए। बता दें कि देश में कोरोना के हालात लगातार खतरनाक हो रहे हैं। स्थित बद से बदतर हो रही है।