देश में कोरोना की तीसरी लहर का कहर लगातार जारी है। देश में कोरोना के मामले 2 गुना तेजी से बढ़ रहे हैं। इसी बीच ओमिक्रॉन वैरिएंट के कम्युनिटी स्प्रेड के संकेत मिले हैं। INSACOG ने अपने ताजा बुलेटिन में कहा है कि कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट देश में कम्युनिटी ट्रांसमिशन स्टेज में पहुंच गया है। स्टडी के मुताबिक कम्युनिटी ट्रांसमिशन कई महानगरों में प्रभावी हो गया है। कई शहरों में संक्रमण के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कम्युनिटी ट्रांसमिशन के संकेत से स्वास्थ्य विभाग के साथ आम लोगों की भी चिंता बढ़ गई है।
बता दें कि INSACOG केंद्र सरकार की संस्था है। इंडियन SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम यानी INSACOG देशभर में कोरोना वायरस में भिन्नताओं की जांच करता है, ताकि ये समझने मदद मिल सके कि ये वायरस कैसे फैलता है और किस तरह से विकसीत होता है। केंद्र सरकार की कोविड अनुसंधान संस्था ने ये भी कहा कि BA.2 वंश (BA.2 Lineage) ओमिक्रॉन का एक संक्रामक सब वैरिएंट है, जो भारत में पर्याप्त अंश में पाया गया है।
जानिए क्या होता है कम्युनिटी ट्रांसमिशन
कम्युनिटी ट्रांसमिशन तब होता है जब कोई आदमी किसी कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आए बिना या वायरस से संक्रमित देश की यात्रा किए बिना ही इससे संक्रमित हो जाए। INSACOG की रिपोर्ट में कहा गया है कि ओमिक्रॉन अब भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन में है और कई महानगरों में प्रभावी हो गया है, जहां नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हाल ही में रिपोर्ट किए गए बी.1.640.2 Lineage की निगरानी की जा रही है। तेजी से फैलने का कोई सबूत नहीं है और जबकि इसमें प्रतिरक्षा से बचने की विशेषताएं हैं, ये वर्तमान में चिंता का एक प्रकार नहीं है।
दुनियाभर में ओमिक्रॉन का कहर
कई देश फिलहाल कोरोना ओमिक्रॉन स्वरूप के मामले में आए उछाल से त्रस्त हैं। इस स्वरूप की पहचान दक्षिण अफ्रीका और बोत्सवाना में बीते साल नवंबर में की गई थी। उसके बाद से ओमिक्रॉन 100 से ज्यादा देशों में फैल चुका है।