महासमुंद। मिशन-2023 की तैयारी नेता और कार्यकर्ता शुरू कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव के लिए भले ही अभी दो साल शेष है। चुनाव लड़ने के इच्छुक नेतागण जमीनी स्तर पर जनसंपर्क करना शुरू कर रहे हैं। ऐसा ही एक 'जनसंपर्क आशीर्वाद यात्रा' युवा नेता निखिलकान्त साहू निकालने वाले हैं। प्रेस क्लब महासमुंद में रविवार को आयोजित प्रेसवार्ता में युवा नेता निखिलकान्त साहू ने बताया कि महासमुन्द क्षेत्र के 200 गांवों में 'जनसंपर्क आशीर्वाद यात्रा' निकाली जाएगी।
15 दिसंबर को सुबह 9 बजे से शुरू हो रही यह यात्रा डेढ़ से दो महीने में पूरी होगी। यात्रा के दौरान गांव के कोटवार, मितानिन, महिला स्व सहायता समूहों के प्रमुख, युवा संगठन और किसानों से मिलकर उनका सुख-दुःख, हालचाल जानेंगे। इस यात्रा के उद्देश्य के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में निखिलकान्त ने कहा कि बड़े बुजुर्गों से आशीर्वाद प्राप्त करना और अपना जनसंपर्क बढ़ाना ही ध्येय है। यह गैर राजनीतिक यात्रा है, इसे राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए।
जमीनी स्तर के लोगों का सम्मान
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में सक्रिय भूमिका निभाने वाले जमीनी स्तर के लोगों का सम्मान किया जाएगा। कोविड-19 कोरोना संक्रमण की वजह से दो साल तक जनसामान्य से भेंट मुलाकात सही ढंग से नहीं हो पाने की वजह से यह यात्रा निकाली जा रही है। प्रेसवार्ता में उपस्थित उनके टीम के सदस्य शाहबाज राजवानी, फलेन्द्र निषाद, परस पटेल, कान्हा प्रधान, शुभम चंद्राकर, मैंडी साहू, आकाश ठाकुर, कौशलेंद्र ध्रुव, ने मिलकर इस यात्रा के लिए पोस्टर का विमोचन किया। जिसका थीम 'आवत हे युवा' रखा गया है।
युवाओं ने किया है यात्रा का प्रस्ताव
इस यात्रा की आवश्यकता के संबंध में पूछने पर उन्होंने बताया कि संक्रमण के आंकड़ों में गिरावट आने के बाद से ग्रामीण युवा और समर्थकों की टीम द्वारा गांव पहुंचकर मेल-मुलाकात करने निरंतर आग्रह किया जा रहा है। युवाओं ने बावनकेरा गांव में बीते दिनों बैठक आयोजित कर उन्हें प्रेरित किया। इसके बाद रूपरेखा तैयार की गई है। सर्वसम्मति से यात्रा का युवाओं ने प्रस्ताव पारित किया है। प्रथम चरण में यात्रा ब्रम्हनेश्वर महादेव की नगरी ग्राम बम्हनी से प्रारम्भ होकर चिंगरौद, लाफिनखुर्द, लाफिनकला, भुरका, परसकोल, मचेवा, बरोंडाबाजार, नांदगांव, मूढ़ेना, साराडीह, परसटठी की यात्रा होगी।
गैर राजनीतिक 'जनसंपर्क आशीर्वाद यात्रा'
उन्होंने राष्ट्रीय राजनीति दल से सम्बद्ध होकर भी गैर राजनीतिक 'जनसंपर्क आशीर्वाद यात्रा' करने के सवाल पर कहा कि राजनीति अपने जगह है और व्यक्तिगत जीवन अपनी जगह। युवाओं का विशेष लगाव है वे यात्रा की रूपरेखा बनाए हैं। बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद जीवन में हमेशा काम आता है। इसलिए उनसे मिलने में किसी को ऐतराज नहीं होना चाहिए।