दंतेवाड़ा के कस्तुरबा गांधी आवासीय विद्यालय में बढ़ने वाली सोनी सोरी ने खेल की क्षेत्र में परचम लहराया है। बड़े बेड़मा गांव की रहने वाली सोनी सोरी ने बताया कि उसके माता-पिता किसान है। जिनके पास एक एकड़ जमनी है, जिसमें खेती किसानी कर अपना भरण-पोषण करते हैं। उसके परिवार में पांच भाई-बहन है। जिन्हें पढ़ाने के लिए उसके माता-पिता को बड़ी मेहनत मजदूरी भी करनी पड़ती है। कुमारी सोनी सोरी अपनी प्राथमिक स्तर की पढ़ाई यानी पहली से पांचवी तक की पढ़ाई बचेली कन्या आश्रम में की। इसके बाद कस्तुरबा गांधी आवासीय विद्यालय में प्रवेश लिया। उसने बताया कि अधीक्षिका के मार्गदर्शन और आश्रम स्कूल के अनुशासन से अच्छे संस्कार मिलने के साथ उसका मनोबल और आत्मविश्वास बढ़ने लगा।
विद्यालय के नियमों को पालन करने से ही शारिरीक और बौद्धिक विकास होने लगा। कस्तुरबा गांधी आवासीय विद्यालय में कक्षा 6वीं में यहां आने के बाद शिक्षा के साथ-साथ विभिन्न गतिविधियां जैसे-खेलकूद, डांस, योगा, पुस्तकालय के बारे में जानकारी हुई। जिससे रूचि पढ़ाई की ओर बढ़ने लगी। सोनी ने बताया कि मीना बाल मंच, बाल संसद का गठन से स्कूल की पूरी गतिविधिया सुचारू रूप से होता है और वह बाल संसद में खेल मंत्री के पद पर कार्य कर रही है। साथ ही खेल मंत्री होने के नाते अपने कर्तव्य को बखूबी से करने और अपने सभी साथी बहनों को खेल के लिए प्रेरित करती है।
5 हजार का नगद इनाम
सोनी को पढ़ाई के साथ खेलकूद में भी रुचि है। खेल में भी दौड़ बहुत पसंद है दौड़ के प्रति रुचि अधीक्षिका प्रभा वालम से प्रेरणा मिली। वे सभी छात्र छात्राओं को अपनी अपनी रुचि के खेल खेलने के लिए प्रेरित करती है। कुमारी सोनी ब्लॉक स्तरीय मैराथन हुआ, जिसमें प्रथम स्थान आई, जिसमें 1 हजार रुपए का नगद इनाम प्राप्त हुआ। सोनी ने बताया कि जिला स्तरीय मैराथन में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर उसे 5 हजार रुपए का नगद इनाम मिला।
सोनी ने इन खेलों में जीता इनाम
इसी तरह स्कूल गेम में प्रथम पायका खेल में प्रथम स्थान प्राप्त करती है। स्कूल राज्य स्तरीय जगदलपुर में भी प्रथम स्थान प्राप्त किया। बीजापुर जिला में CRPF द्वारा कराई गई प्रतियोगिता में भाग लेकर प्रथम स्थान हासिल किया। जिसमें 5000 रुपए नगद और ट्रॉफी प्राप्त किया।
राज्य और देश के लिए खेलना चाहती है सोनी
खेल युवा कल्याण विभाग द्वारा रायपुर में पिंक मैराथन में भाग लिया, जिसमें तीसरा स्थान हासिल किया। जिसमें 7000 रूपये और ट्रॉफी प्राप्त हुआ। आगे वह अपने राज्य और देश के लिए खेलना चाहती है। वह बताती है कि कस्तुरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में शिक्षिकाओं के द्वारा प्रतिदिन योगा कराया जाता है, जिससे वे दिनभर ऊर्जावान महसूस करते हैं और दिनभर पढ़ाई में मन लगा रहता है। वहीं स्वतंत्रता दिवस गणतंत्र दिवस, रंगीला बाल महोत्सव, जिला राष्ट्रीय निर्माण दिवस कार्यक्रम और बारसूर महोत्सव में हमें अपनी प्रतिभा का परिचय पूरे जिले में कराया जाता है। यहां पर कंप्यूटर की शिक्षा के साथ, संगीत, अन्य गतिविधियां सीखने को मिलता है।
सोनी ने इन्हें दिया अपनी सफलता का श्रेय
सोनी अपनी सफलता का श्रेय कस्तुरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में निशुल्क शिक्षा को देती है, जहां हर प्रकार की सुविधा जैसे-भोजन, पढ़ाई के लिए आवश्यक चीजें, हर प्रकार की सुविधाए प्रदान की जाती है। जिसके कारण शिक्षा के साथ खेल क्षेत्र में भी सफलता हासिल किया है। कुमारी सोनी अपनी सफलता के लिए अधीक्षिका और शिक्षकों को धन्यवाद करती हैं। जिन्होंने उसे हर कदम पर आगे बढ़ने के लिये प्रेरित किया।