देश में बच्चियों और महिलाओं पर होने वाले अपराध लगातार बढ़ जा रहे हैं। रोजाना देश के अलग-अलग राज्यों से दुष्कर्म और गैंगरेप (gandrape in Karnataka) की खबरें सामने आ रही है। ताजा मामला कर्नाटक का है, जहां पुलिस ने मंगलुरु में 8 साल की बच्ची के साथ कथित तौर पर गैंगरेप करने और उसकी हत्या करने के आरोप में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने बच्ची के साथ वारदात को अंजाम देने के बाद उसके शव को नाले में फेंक दिया था।
गिरफ्तार आरोपियों में मध्यप्रदेश के रहने वाले जयबन (उम्र 21), मुकेश सिंह (उम्र 20), मुनीम सिंह (उम्र 20) और झारखंड का मनीष तिकी (उम्र 33) शामिल है। मुकेश और मनीष वामनजूर में एक टाइल्स फैक्ट्री में काम करते थे। जबकि पीड़िता के माता-पिता झारखंड के मूल निवासी है और वे भी उसी फैक्ट्री में मजदूर के रूप में काम करते थे।
आरोपियों ने पहले से बनाई थी दुष्कर्म की योजना
पुलिस के मुताबिक मनीष तिर्की 11 महीने से टाइल्स फैक्ट्री में काम कर रहा था। जबकि जयबन और मुकेश ने तीन महीने पहले ज्वाइन किया था। जबकि मुनीम सिंह पुत्तूर में मजदूरी का काम करता था और वारदात वाले दिन वो मनीष से मिलने आया था। पुलिस ने कहा कि वारदात से 4 दिन पहले जयबन, मुकेश और मनीष ने शराब पीते हुए लड़की के साथ रेप करने की योजना बनाई थी, क्योंकि उस दिन काम पर ज्यादा मजदूर नहीं होंगे। पुलिस ने बताया कि शनिवार को जब मुनीम पुत्तूर से मिलने पहुंचा तो उसने कहा कि वो उनके साथ शामिल होना चाहता है।
पुलिस ने दी घटना के बारे में जानकारी
पुलिस ने बताया कि रविवार दोपहर को जब पीड़िता अपने भाई के साथ फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स में खेल रही थी, तभी जयबन ने उसका अपहरण कर लिया और उसे अपने कमरे में ले गया। इसके बाद आरोपियों ने बारी-बारी से लड़की के साथ दुष्कर्म किया। इस दौरान पीड़िता दर्द से लगातार कराह रही थी, ऐसे में जयबन ने कथित तौर पर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस ने कहा कि उन्होंने पीड़िता के शव को नाले में फेंक दिया था। घटना के बाद मुकेश और मुनीम पुत्तूर भाग गए। दोपहर पीड़िता के परिजनों ने जब अपनी बेटी की तलाश शुरू की तब जयबन और मनीष भी उनके साथ इस तरह से तलाश में जुट गए जैसे उन्हें कुछ पता ही न हो। शाम को लड़की का शव मिला और मंगलुरु ग्रामीण पुलिस को सूचना दी गई।
आरोपियों काबूल किया जुर्म
शहर के पुलिस आयुक्त एन शशि कुमार ने कहा कि कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि 'टाइल्स फैक्ट्री के मालिक ने इसे लीज पर दिया था। मजदूरों के रूप में काम करने वाले 41 लोग थे, जिनमें 6 बच्चे और अन्य राज्यों के 21 व्यक्ति शामिल थे, जिनमें मुख्य रूप से मध्य प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड के थे। घटना वाले दिन 19 मजदूर काम कर रहे थे और हमने उनमें से कई को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। कुछ CCTV फुटेज, कॉल डिटेल रिकॉर्ड विश्लेषण और घटना से संबंधित गवाहों से जानकारी हासिल करने में कामयाब रहे। जब इन चारों संदिग्धों से पूछताछ की गई तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया।'
लगातार बढ़ रहे दुष्कर्म के मामले
बता दें कि देश में दुष्कर्म की घटनाएं लगातार बढ़ती ही जा रही है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की ओर से जारी किए आंकड़ों के मुताबिक भारत में 2019 में हर दिन बलात्कार के 88 मामले दर्ज किए गए। साल 2019 में देश में बलात्कार के कुल 32 हजार 033 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से 11 फीसदी पीड़ित दलित समुदाय से हैं। NCRB की रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा बलात्कार के मामले राजस्थान और उत्तर प्रदेश से दर्ज हुए। 2019 में राजस्थान में करीब 6,000 और उत्तर प्रदेश में 3,065 बलात्कार के मामले सामने आए। NCRB के आंकड़ों से पता चलता है कि बीते 10 सालों में महिलाओं के बलात्कार का खतरा 44 फीसदी तक बढ़ गया है। संस्था के आंकड़ों के मुताबिक 2010 से 2019 के बीच पूरे भारत में कुल 3 लाख 13 हजार 289 दुष्कर्म के मामले दर्ज हुए हैं।