भारत में ऑनलाइन गेम का क्रेज बच्चों में तेजी से बढ़ रहा है। आज कल हर दूसरा बच्चा आपको बाहर खेलते हुए नहीं बल्कि गेम खेलता मिलेगा। वहीं कई बार बच्चों को गेम खेलने से रोकना परिजन के लिए भारी पड़ जाता है और इसकी कीमत जान देकर चुकानी पड़ती है। ऐसा ही एक मामला गुजरात के सूरत से सामने आया है, जहां पिता ने अपने 17 साल के बेटे को ऑनलाइन गेम खेलने से मना किया। इस पर उसने अपने पिता की गला दबाकर हत्या कर दी।
दरअसल, सूरत के कवांस गांव में अर्जुन अरुण नाम के शख्स अपनी पत्नी डॉली और एक बच्चे के साथ रहते थे। दो दिन पहले उनकी पत्नी अरुण को अस्पताल लेकर पहुंची, जहां डॉक्टर्स ने अरुण को मृत घोषित कर दिया। जब डॉक्टर्स ने डॉली से उनके पति की मौत का कारण पूछा तो उसने डॉक्टर्स को मौत की वजह चोट लगना बताया। इसके बाद जब अरुण की बॉडी का पोस्टमॉर्टम किया गया तो पता चला कि अरुण की मौत चोट की वजह से नहीं बल्कि गला दबाने से हुई है। इसकी सूचना डॉक्टर्स ने पुलिस को दी।
बेटे ने कबूल किया जुर्म
वहीं मामले को लेकर पुलिस ने दोनों मां-बेटे से सख्ती से पूछताछ की, जिसमें बेटे ने सारा राज उगल दिया। 17 साल के नाबालिग ने पुलिस को बताया कि उसके पिता हर वक्त उसे गेम खेलने को लेकर टोकते थे, जिससे नाराज होकर उसने अपने सोए हुए पिता की गला दबाकर हत्या कर दी।
नाबालिग ने की आत्महत्या
वहीं सूरत में ही मोबाइल को लेकर एक और दुखद घटना सामने आई है, जहां 16 साल की लड़की ने मोबाइल नहीं मिलने पर खुद को फांसी लगा ली। परिजन का कहना था कि मोबाइल की वजह से पढ़ाई नहीं हो पाती है इसलिए नाबालिग से परिजन ने मोबाइल ले लिया था और उसे वापस नहीं लौटाया, जिससे नाराज होकर उसने कमरे में खुदकुशी कर ली।