वन मंत्री मोहम्मद अकबर के निर्देशानुसार विभाग द्वारा राज्य में वन अपराधों की रोकथाम के लिए अभियान लगातार जारी है। इसी कड़ी में वन विभाग की टीम ने पैंगोलिन के अवशेष का सौदा करते CISF (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) के SI को गिरफ्तार किया है। जय स्तंभ चौक के पास से सब इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी हुई है। जानकारी के मुताबिक जितेंद्र पोरचे रायपुर एयरपोर्ट में SI के पद पर पदस्थ था।
SI जितेंद्र पोरचे छिंदवाड़ा से पैंगोलिन स्केल्स मंगवाकर उसे बेचने की फिराक में था, लेकिन इसकी सूचना वाइल्ड लाइफ और क्राइम कंट्रोल ब्यूरो जबलपुर की टीम को मिल गई। टीम के सदस्य ग्राहक बनकर खरीदने के लिए पहुंचे। इस दौरान वाइल्ड लाइफ और क्राइम कंट्रोल ब्यूरो की संयुक्त टीम ने SI जितेंद्र को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी SI जितेंद्र पोरचे भी छिंदवाड़ा का रहने वाला है।
संयुक्त टीम ने की कार्रवाई
पैंगोलिन स्केल्स की तस्करी के लिए ग्रामीण इलाकों में लगातार संपर्क किया जाता है। वाइल्डलाइफ सेक्शन 33 का एक्ट उतना ही गंभीर है, जितना एक लैपर्ड की तस्करी में होती है। इस तस्करी के पीछे कई इंटरनेशनल मार्केट के तार भी जुड़े हुए हैं। इंटरनेशनल मार्केट में कुछ ऐसे कंट्री है। जैसे चाइना, साउथ अफ्रीका और उसके साउथ स्पेशियस है, जहां इसकी मांग ज्यादा होती है। फॉरेन कंट्री में इसका कई दवाइयों के उपयोग होता है। जिस कंट्री में इसका ज्यादा उपयोग होता है, उस जगह पर इसकी तस्करी ज्यादा की जाती है। पैंगोलिन मार्केटेबल प्रोडक्ट नहीं है। इसीलिए इसकी ब्लैक मार्केटिंग बहुत ज्यादा की जाती है।
DFO ने दी जानकारी
रायपुर DFO ने बताया कि वन विभाग और वाइल्ड लाइफ क्राइम क्राइम कंट्रोल ब्यूरो की टीम ने संयुक्त कार्रवाई की है। सूचना मिली थी कि कई जगहों पर पौंगोलिन की तस्करी की जा रही है। राज्य के सीमावर्ती से कुछ संदिग्ध लोग के द्वारा पैंगोलिन खरीदने की जानकारी यूट्यूब में भी डाली गई थी। इसी आधार पर उन्हें ट्रेस कर बेचने के फिराक में जो लोग थे, उन्हें गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के कब्जे से लगभग 4 किलोग्राम पैंगोलिन स्केल्स बरामद की गई है, जिसकी कीमत लगभग 10 लाख रुपए आंकी गई है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में वन अपराधों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है।