DGP डीएम अवस्थी ने पुलिस मुख्यालय में दुर्ग और रायपुर रेंज की महिला पुलिसकर्मियों को सीन ऑफ क्राइम पर जाने के लिए दो पहिया वाहन (TVS जूपीटर), की चाबी सौंपी । इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वाहन से महिला पुलिसकर्मियों को महिला-बाल अपराधों को रोकने और विवेचना में सहायता मिलेगी।
बता दें कि भारत सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक महिला हेल्प डेस्क के लिए राज्य के विभिन्न थानों के लिए 200 मोटर सायकल (TVS जूपीटर), 194 कंप्यूटर सह उपकरण, फर्नीचर और महिलाओं सहित बच्चों के अपराध से संबधित 600 पुस्तकों का क्रय किया गया है। भारत सरकार, गृह मंत्रालय द्वारा वित्तीय वर्ष 2020-21 में महिला और बच्चों के खिलाफ अपराधों की रोकथाम के लिए राज्य के 300 पुलिस थानों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना और सुदृढ़ीकरण के लिए निर्भया फंड स्कीम अंतर्गत प्रति पुलिस थाना के लिए रू. 1.00 लाख के मान से 300 पुलिस थानों के लिए छत्तीसगढ़ सरकार को राशि रू. 3.00 करोड़ सहायता राशि दी गई थी।
महिला हेल्प डेस्क
राज्य में हर महिला हेल्प डेस्क में प्रशिक्षित महिला अधिकारी-कर्मचारी को पदस्थ किया गया है, जिससे पीड़ित महिलाएं बिना संकोच और भय किए अपनी समस्या-शिकायत दर्ज करा सकें। महिला हेल्प डेस्क द्वारा महिला संबंधी प्रकरणों की रिपोर्ट तत्काल दर्ज कर उनका फॉलोअप करते हुए पीड़ित महिला को आवश्यकतानुसार सहयोग जैसे- मनोचिकित्सक काउंसलिंग, विविध और चिकित्सीय सुविधा प्रदान किया जाएगा। इससे महिलाओं के खिलाफ घटित होने वाले अपराधों की रोकथाम में तत्काल सहायता मिलेगी, जिससे जन मानस का पुलिस प्रशासन और शासन के प्रति विश्वास बढ़ेगा।
निर्भया कोष की स्थापना
भारत सरकार द्वारा NCR दिल्ली में दुर्भाग्यपूर्ण निर्भया की घटना के बाद देश में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उपायों को मजबूत करने के लिए सभी राज्यों के थानों में महिला हेल्प डेस्क स्थापित करने निर्देश जारी किए गए हैं। जिन पुलिस थानों में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध की घटनाएं ज्यादा हैं, लेकिन पर्याप्त सुविधाओं की कमी है, वहां सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए और उनकी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए निर्भया कोष की स्थापना की गई है।