जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकियों पर शिकंजा कसने के लिए बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने जम्मू के किश्तवाड़ से हिजबुल मुजाहिद्दीन के 2 आतंकियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आतंकी कश्मीर घाटी के अनंतनाग में सक्रिय हिजबुल के आतंकियों के संपर्क में थे। किश्तवाड़ जिले में सुरक्षाबलों के ठिकानों की जानकारी हिजबुल तक पहुंचा रहे थे। दोनों आतंकियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
आतंकियों की पहचान अशफाक कयूम और तौसीफ गिरी के रूप में हुई है। आतंकियों के पास से 1 पिस्तौल, पिस्तौल की 1 मैगजीन, पिस्तौल के 20 राउंड, 1 ग्रेनेड, वायरलेस सेट और हिजबुल के लेटर हैड मिले हैं। अधिकारियों ने बताया कि चतरू पुलिस थाने में सूचना मिली थी कि दो युवक (पासरकोट निवासी अशफाक कयूम टाक और पोछल निवासी तौसीफ) कश्मीर के अनंतनाग में हिज्बुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों के संपर्क में थे। दोनों युवक सुरक्षा बलों से संबंधित जानकारी आतंकवादियों को दे रहे थे और चतरू पुलिस थानांतर्गत इलाकों में आतंकी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। सूचना मिलने के बाद चतरू पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया और इसके बाद तलाशी अभियान चलाकर दोनों आतंकियों को गिरफ्तार किया गया।
6 साल से फरार आरोपी गिरफ्तार
इससे पहले जम्मू-कश्मीर में हत्या और दुष्कर्म समेत कई मामलों के एक आरोपी को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार किया जिसकी तलाश पुलिस को छह साल से थी। मोहम्मद मुश्ताक उर्फ गोंगी मरालियन मीरान साहिब का निवासी है और खौर पुलिस थाने की एक टीम ने जम्मू के बाहरी इलाके से उसे गिरफ्तार किया। मुश्ताक कुख्यात अपराधी है। जम्मू, साम्बा, कठुआ और उधमपुर जिलों में अलग-अलग पुलिस थानों में उसके खिलाफ नौ प्राथमिकियां दर्ज हैं।
साल 2020 में आतंकवाद संबंधी 96 घटनाएं
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू कश्मीर में इस साल 203 आतंकवादी मारे गए और उनमें से 166 स्थानीय थे और 37 पाकिस्तानी या फिर विदेशी मूल के थे। 2020 में आतंकवाद संबंधी 96 घटनाएं (96 terrorism related incidents in 2020) हुईं। इन घटनाओं में 43 नागरिकों की भी जान गई। जबकि 92 अन्य घायल हो गए। वहीं हताहत नागरिकों की संख्या में 2019 के मुकाबले कमी आई है, पिछले साल जहां 47 नागरिकों की मौत हुई थी और 185 अन्य घायल हुए थे।