कोंडागांव जिले में खाद आपूर्ति के कम होने पर कुछ व्यापारियों द्वारा किसानों की मजबूरी का फायदा उठाकर ज्यादा कीमतों पर खाद बेचा जा रहा है। जिसके खिलाफ कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा के निर्देशानुसार लगातार छापेमारी और निरीक्षण किए जा रहे हैं। इसके तहत रविवार को बहीगांव स्थित रमेश कृषि सेवा केंद्र में DAP खाद ज्यादा कीमतों पर बेचे जाने के संबंध में शिकायत प्राप्त होने पर तहसीलदार आशुतोष शर्मा के नेतृत्व में कृषि विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस विभाग के संयुक्त दल ने केंद्र की आकस्मिक जांच की। जिसमें पाया गया कि संचालक द्वारा 1200 रूपये में प्राप्त होने वाली DAP खाद को 1400 रूपये में किसानों को बेचा जा रहा था।
बता दें कि टीम ने पहले कृषक के रूप में विभागीय कर्मचारी को DAP खरीदी के लिए भेजा था। जिस पर ज्यादा दाम पर खाद बेचने की पुष्टि होने पर दल ने दबिश देते हुए संचालक पर कार्रवाई की। इसके बाद दल ने दुकान पर तालाबंदी करते हुए संचालक के खिलाफ प्रकरण बनाकर कार्रवाई करने के लिए कार्यालय को प्रतिवेदन दे दिया है। इस दल में तहसीलदार सहित राजस्व निरीक्षक ईश्वर नाग, थामसिंह ठाकुर, कृषि विस्तार अधिकारी नवलराम मरकाम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
बाजारों में पॉलिथीन के खिलाफ हो रही कार्रवाई
कोंडागांव जिले को स्वच्छ बनाने और पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए 5 माइक्रोन से पतले पॉलिथीन कैरी बैग को जिले में राज्य शासन के नियमानुसार प्रतिबंधित किया गया है। इसके तहत इन पॉलिथीन बैगों के उपयोग को रोकने के लिए कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा के निर्देश पर सभी साप्ताहिक हाट बाजारों और दुकानों में आकस्मिक निरीक्षण कर इन पॉलिथीन बैगों का इस्तेमाल करने वाले व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
जिले में लगातार हो रही कार्रवाई
इसी के तहत रविवार को नगर पालिका CMO सूरज सिदार के मार्गदर्शन में नगरपालिका की टीम ने साप्ताहिक बाजार पहुंचकर आकस्मिक जांच की, जिसमें 14 लोगों से 14.5 किलो ग्राम पॉलिथीन जब्त किया गया। साथ ही उन पर 6600 रूपयों का जुर्माना भी लगाया गया। इसी तरह सोमवार को फरसगांव साप्ताहिक बाजार में नगर पंचायत फरसगांव CMO दिनेश डे के मार्गदर्शन में पॉलिथीन में विक्रय करने वाले विक्रेताओं पर कार्रवाई करते हुए 5 व्यापारियों से 1.3 किलो ग्राम पॉलिथीन जब्त किया गया। साथ ही उन पर 1000 का जुर्माना भी लगाया गया। इसी तरह पूरे जिले में पॉलिथीन के प्रयोग को प्रतिबंधित कर पॉलिथीन में सामग्री विक्रय करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।