कोरोना अभी तक पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। वहीं समय के साथ ही कोरोना भी अपना रूप बदल रहा है। अब तक कोरोना के डेल्टा, डेल्टा + और अल्फा जैसे कई वैरिएंट सामने आ गए हैं। इसी बीच महाराष्ट्र में डेल्टा+ वैरिएंट से संक्रमित अब तक 66 मरीज मिले हैं। इनमें से पांच की मौत हो चुकी है। इन 66 मरीजों में से कुछ ने टीके की दोनों खुराक ले रखी थी। राज्य के अलग-अलग हिस्सों से मरीजों के लिए गए सैंपलों की जीनोम सिक्वेंसिंग जांच में ये मामले सामने आए हैं। वहीं रत्नागिरी, रायगढ़ और बीड में शुक्रवार को डेल्टा+ वैरिएंट से मौत के एक-एक मामले सामने आए हैं।
डेल्टा+ वैरिएंट से अब तक रत्नागिरी में 2, मुंबई, रायगढ़ और बीड में एक-एक मरीज की मौत हुई है। मृतकों में 3 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं। सभी की उम्र 65 साल से ज्यादा थी और कई बीमारियों से ग्रसित थे। मृतकों में से दो को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज, दो को एक डोज लग चुकी थी। वहीं पांचवे के वैक्सीनेशन के बारे में जानकारी ली जा रही है। बीते एक हफ्ते में राज्य में डेल्टा+ वैरिएंट का आकंड़ा 21 से 66 तक पहुंच गया है। हालांकि इसमें कुछ मामले जून महीने के हैं, जिनकी जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट अभी आई है।
63 साल की महिला की मौत
वहीं राज्य के सर्विलांस ऑफिसर डॉ. प्रदीप अवाटे ने कहा कि घबराने की कोई बात नहीं है। डेल्टा+ वैरिएंट में मौत के मामले उन मामलों में सामने आ रहे हैं, जिन्हें पहले से कई बिमारियां हैं। उन्होंने कहा कि ये समझना जरूरी है कि डेल्टा अब भी सबसे घातक वैरिएंट है। यही 80 % मामलों के लिए जिम्मेदार है और वैक्सीन डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ कारगर हैं। उन्होंने आगे कहा कि लोगों को मास्क पहनना चाहिए और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना चाहिए। वहीं मुंबई में कोरोना के डेल्टा+ वैरिएंट के संक्रमण से 63 साल की महिला की मौत का पहला मामला गुरुवार को सामने आया था। BMC के एक अधिकारी ने कहा कि वायरस के इस स्वरूप से जुलाई के अंतिम हफ्ते में जान गंवाने वाली इस बुजुर्ग महिला को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी थीं।
13 नए मरीजों की पुष्टि
BMC अधिकारियों ने कहा कि महिला की मौत के बाद उसके करीबी संपर्क में रहे कम से कम दो अन्य लोगों में भी वायरस के इस स्वरूप के संक्रमण की पुष्टि हुई है। वायरस का यह स्वरूप बेहद संक्रामक है। डेल्टा प्लस स्वरूप के सबसे ज्यादा 13 मामले उत्तरी महाराष्ट्र के जलगांव से आए हैं। वहीं रत्नागिरि से 12 और मुंबई से 11 मामले आ चुके हैं।
क्या है डेल्टा+ वैरिएंट
संभावित तीसरी लहर के आने से पहले कोरोना का एक नया वैरिएंट सामने आया है। इस वैरिएंड का नाम डेल्टा+ है। यह कोरोना का अति संक्रामक वैरिएंट 'डेल्टा' से उत्परिवर्तित होकर 'डेल्टा+' या ‘AY1’ बन गया है। डेल्टा+ प्रकार, वायरस के डेल्टा या ‘बी1.617.2’ प्रकार में उत्परिवर्तन होने से बना है, जिसकी पहचान पहली बार भारत में हुई थी और यह महामारी की दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार था। डेल्टा प्लस उस 'मोनोक्लोनल एंटीबाडी कॉकटेल' उपचार का रोधी है, जिसे हाल ही में भारत में स्वीकृति मिली है।