कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल के मार्गदर्शन में जिले में कोविड-19 के टीकाकरण का कार्य सफलतापूर्वक किया जा रहा है। जिले के विकासखंड बीजापुर के ग्राम पंचायत चिन्नाकवाली में शत-प्रतिशत पात्र ग्रामीणों ने कोविड-19 टीके का पहला डोज लगवा लिया है। यह जिले का दूसरा ऐसा ग्राम पंचायत है, जहां 18 से 44 साल और 45 साल आयु वर्ग से ऊपर के शत प्रतिशत ग्रामीणों ने टीकाकरण करवाया है। इसके पूर्व ग्राम पंचायत चेरपाल में शत-प्रतिशत टीकाकरण किया जा चुका है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत अमितनाथ योगी ने बताया कि ग्राम पंचायत चेरपाल में टीकाकरण के लिए 45 से ज्यादा उम्र का लक्ष्य 271 था जिसमें 281 लोगों का टीकाकरण हुआ। वहीं 18 से ज्यादा उम्र का लक्ष्य 180 था, जिसमें 217 लोगों ने कोविड वेक्सीनेशन के लिए पात्र सभी व्यक्तियों ने टीका लगवा लिया है। बाकी व्यक्ति जो ग्राम से बाहर हैं, या गंभीर बीमारी से पीड़ित और गर्भवती शिशुवती महिलाएं है उन्हें टीका नहीं लगाया जा सकता।
बता दें कि कलेक्टर के निर्देश पर जिले में कोविड-19 वेक्सीनेशन कार्य में गति लाने के लिए गांव-गांव में लोगों को प्रेरित किया जा रहा है। जिसके लिए जिला स्तर पर नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है जो सरपंच, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिनों के सहयोग से लोगों को प्रेरित कर रहे हैं। कोविड-19 से बचाव के लिए मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ टीकाकरण कोरोना संक्रमण प्रसार को रोकने में बहुत आवश्यक है।
गरियाबंद में मलेरिया मुक्त अभियान तहत मलेरिया जांच और निदान
गरियाबंद जिले में मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान चलाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत समुदाय से मलेरिया परजीवी को समूल नष्ट करने के लिए अभियान के दौरान गांवों में स्वास्थ्य कर्मचारियों के द्वारा घर -घर जाकर सदस्यों का आर.डी. कीट से मलेरिया जांच किया जा रहा है। 27 जून 2021 से 7 जुलाई तक कुल 2182 घरों, स्कूल, आश्रम-छात्रावास, अद्धसैनिक बलों के कैंप एवं जेल में 8951 व्यक्तियों की मलेरिया जांच की गई।
अभियान के दौरान 66 गर्भवती महिलाओं की मलेरिया जांच किया गया है। जांच के दौरान 30 व्यक्तियों और 03 गर्भवती महिलाओं का रिपोर्ट पॉजिटिव पाया गया। इनका इलाज किया गया। साथ ही विकासखंड गरियाबंद, मैनपुर , छुरा और देवभोग में एल.एल.आई.एन.एस मच्छरदानी का वितरण किया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन. आर. नवरत्न ने बताया कि जिला गरियाबंद में 27 जून 2021 से 31 जुलाई 2021 तक यह अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि बारिश के मौसम में पानी को कही एकत्रित होने न दे और मच्छरदानी का उपयोग करे जिससे मलेरिया से बचा जा सके।