नई दिल्ली। राहुल गांधी ने कल मंगलवार को कई लोगों को ट्विटर पर अनफॉलो कर दिया, जिसमें उनकी पार्टी के नेता, कुछ करीबी और कई पत्रकार भी शामिल हैं। जिसके बाद अटकलों का दौर चालू हो गया है।
अनफॉलो किया इन्हें
अर्थशास्त्री कौशिक बसु, वकील करुणा नंदी, पूर्व सीईसी एसवाई कुरैशी, शिक्षक अशोक स्वैन, जूनियर अभिनेत्री श्रुति सेठ, वरिष्ठ पत्रकार जावेद अंसारी, पत्रकार राघव बहल, वरिष्ठ विशेषज्ञ पी साईनाथ, जूनियर लेखक सोनिया फलेरियो, ओला कैब्स के संस्थापक भाविश अग्रवाल, बरखा दत्त, निधि राजदान, राजदीप सरदेसाई, हर्ष मंदर, हंसराज मीणा, संजुक्ता बासु
वायनाड के सांसद ऑफिस में काम करने वाले भी शामिल
इतना ही नहीं वायनाड के सांसद ऑफिस में काम करने वाले कुछ लोग और दिल्ली में कार्यरत वरिष्ठ पत्रकारों का नाम भी इसमें शामिल है। राहुल गांधी के इस एक्शन की सोशल मीडिया पर चर्चा है और राजनीतिक गलियारों में चर्चा भी जोरो पर है।
पार्टी के अनुसार यह एक एक्सरसाइज़ है, जिसमें राहुल गांधी का अकाउंट रिफ्रेश किया जा रहा है। जल्द ही कुछ लोगों की लिस्ट तैयार होगी, जिन्हें राहुल गांधी ट्विटर पर फॉलो करेंगे इनमें कुछ लोग वो भी शामिल हो सकते हैं, जिन्हें अभी अनफॉलो किया है।
जब राहुल गांधी ने अचानक मंगलवार को कई लोगों को अनफॉलो करना शुरू कर दिया, तो ये गहन चर्चा का विषय बन गया। हर कोई इसके अलग-अलग निष्कर्ष निकालने लगा। हालांकि, पार्टी सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी की टीम जो नई लिस्ट तैयार कर रही है, उसमें नेता-पत्रकार और अन्य क्षेत्रों से जुड़े लोग शामिल होंगे।
ट्विटर की सफाई के बहाने हो रही भविष्य की तैयारी
कांग्रेस की ओर से भले ही कुछ सफाई दी जा रही हो, लेकिन राहुल गांधी के इस मूव ने चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है। इसे राहुल की भविष्य की रणनीति की तैयारी के लिहाज से भी देखा जा रहा है। राहुल गांधी पिछले कुछ वक्त में ट्विटर पर आक्रामक रहे हैं, कोरोना काल के बीच उन्होंने ट्विटर के जरिए ही सरकार को निशाने पर लिया है। उनके विरोधियों ने लगातार उनपर ज्यादा एक्टिव होने को लेकर निशाना साधा है, तो वहीं सपोर्टर लगातार उनके साथ रहे हैं।