राज्य शासन एवं जिला प्रशासन के विशेष प्रयासों से बस्तर जिले के पर्यटन क्षेत्रों को एक आदर्श ईको-टूरिज्म के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग द्वारा इस परिकल्पना को साकार करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं। जिसके फलस्वरूप जिले में एक आदर्श ईको-टूरिज्म जल्द ही अस्तित्व में आने वाला है। अपने प्राकृतिक सुंदरता और पर्यटन के लिए पुरे देश - दुनिया में विख्यात बस्तर का पर्यटन स्थल अब आदर्श ईको-टूरिज्म के कारण सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा।
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जिले में प्रगतिरत ईको-टूरिज्म के कार्यों को शीघ्र पूरा करने और इसकी बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने के संबंध में गुरुवार को कलेक्टोरेट के प्रेरणा कक्ष में कलेक्टर रजत बंसल की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर बंसल ने ईको-टूरिज्म के कार्यो के अन्तर्गत भौतिक अधोसंरचना से जुड़े कार्यों को 15 जुलाई तक अनिवार्य रूप से पूरा करने के निर्देष संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिए हैं।
बैठक में ये रहे उपस्थित
कलेक्टर बंसल ने ईको-टूरिज्म के कार्यो के अन्तर्गत जिले के विभिन्न स्थानों के ऐतिहासिक महत्व के प्राचीन भवनों और मूर्तियों के अलावा पुरातात्विक और ऐतिहासिक स्थलों को संरक्षित करने की भी बात कही। इसके अलावा उन्होंने पर्यटन स्थल में आने वाले सैलानियों के लिए स्थानीय खाद्य पदार्थों और व्यजनों की भी व्यवस्था कराने के निर्देष दिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ऋचा प्रकाश चौधरी, जिले के सभी राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों के अलावा संबंधित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर ने पर्यटन क्षेत्रों में स्थानीय खाद्य पदार्थों और व्यंजन के रूप में बस्तर कॉफी और बस्तर काजू जैसे स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए आउटलेट की व्यवस्था के निर्देश दिए। उन्होंने गाइड के कार्य करने वाले लोगों को समुचित प्रशिक्षण दिलाने के भी निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने पर्यटन क्षेत्रों में प्लास्टिक और मादक पदार्थों के उपयोग पूर्णत प्रतिबंधित कराने के भी निर्देश दिए।
अर्थदंड वसूली की कार्रवाई
उन्होंने कहा कि इसके उपयोग करने वालों के खिलाफ अर्थदंड की वसूली की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। कलेक्टर ने कहा कि पूरा पर्यटन क्षेत्र प्लास्टिक मुक्त जोन रहेगा। उन्होंने पर्यटन क्षेत्र में वाहन पार्किंग की दर भी निर्धारित कराने के निर्देश दिए। बंसल ने पूरे पर्यटन क्षेत्रों में अधिक से अधिक वृक्षारोपण के संबंध में भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने होटल संचालकों के साथ ही टैक्सी संचालक और सार्वजनिक यातायात संचालकों को भी बस्तर में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए संवेदीकरण के निर्देश दिए। उन्होंने बस्तर की लोक संस्कृति में रूचि रखने वाले पर्यटकों को होम स्टे की सुविधा प्रदान करने हेतु किए जा रहे कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिए।