नई दिल्ली। लोक जनशक्ति पार्टी में फैमिली पॉलटिकल ड्रामा जारी है। आज सुबह चिराग पासवान को संसदीय दल के नेता के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया। जिसके बाद शाम में चिराग ने पांचों सांसदों को पार्टी से बाहर कर दिया। इससे पहले चाचा पशुपति कुमार पारस समर्थित नेताओं ने LJP संविधान का हवाला देते हुए चिराग को राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटाया। उनका कहना था कि चिराग तीन-तीन पदों पर एक साथ काबिज थे।
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इसके बाद शाम को चिराग पासवान ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई और पांचों सांसदों को निलंबित कर दिया। बैठक से पहले पटना में चिराग के समर्थकों ने चाचा पशुपति कुमार पारस के खिलाफ नारेबाजी और हंगामा किया। समर्थकों ने पशुपति पारस समेत सभी 5 सांसदों और नीतीश कुमार की तस्वीरें भी जलाईं। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक वर्चुअल तरीके से हुई। मामले को लेकर चिराग पासवान के जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की उम्मीद है। सूरजभान को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। सूरजभान को पार्टी के नया अध्यक्ष चुनने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई थी यह भी कहा गया है कि पांच दिनों के भीतर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुला कर लोजपा के नए अध्यक्ष का चुनाव कराया जाएगा।
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इससे पहले एलजेपी (LJP) ने चिराग पासवान को पार्टी के संसदीय दल के नेता पद से भी हटा दिया था। माना जा रहा है कि पशुपति कुमार पारस को ही बागी खेमा पार्टी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित करेगा। अब देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी पर किस खेमे का आगे नियंत्रण रहता है। संभावना है कि यह लड़ाई चुनाव आयोग के दरवाजे तक पहुंच जाए।