देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) एक बार फिर शर्मसार हुई है। दिल्ली के कैंट इलाके में 2 सगी बहनों से दुष्कर्म का मामला सामने आया। मामले में पुलिस ने आर्मी के दो सिपाहियों को गिरफ्तार किया है। यह दोनों बहने सागरपुर इलाके की रहने वाली बताई जा रही है और उन्होंने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया कि उनके साथ इस घटना को सागरपुर के श्मशान घाट में अंजाम दिया गया है। पुलिस के मुताबिक शनिवार देर रात को उनके सामने यह घटना सामने आई थी, जिसके बाद पुलिस ने इन दोनों आर्मी के सिपाहियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि इनका नाम संदीप ढाका और नीरज बताया जा रहा है।
महिलाओं के लिए दिल्ली के ये 14 इलाके नहीं हैं सुरक्षित, सबसे ज्यादा इन्हीं इलाकों में होती है वारदात
पुलिस के मुताबिक लड़कियों ने अपनी शिकायत में बताया कि श्मशान घाट में जिस जगह पर लकड़ियां रखी होती हैं उस जगह पर उनके साथ इस वारदात को अंजाम दिया गया। दोनों पीड़ित बहनों की उम्र 20 और 22 साल के करीब है और वह दिल्ली कैंट इलाके की ही रहने वाली हैं। दिल्ली पुलिस ने बताया कि दोनों लड़कियों के आरोपों के आधार पर FIR दर्ज मामले कर हर एंगल से जांच की जा रही है। CRPC 164 के तहत इन लड़कियों के बयान दर्ज किए जाएंगे।
पुलिस ने किया दो आरोपियों को गिरफ्तार
पुलिस लड़कियों के आरोपों की पूरी तरीके से छानबीन कर रही है और उन आरोपों की सच्चाई को बारीकी से पता करने की कोशिश कर रही है। पीड़ित बहनों का आरोप है कि उन्हें डरा-धमकाकर एक श्मशान घाट के अंदर ले जाया गया, जहां उनके साथ दुष्कर्म किया गया। शिकायत मिलने पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों पर एक नजर
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (National Crime Records Bureau) के मुताबिक देश के राजधानी दिल्ली में इस साल यानी 2020 के अक्टूबर महीने तक दुष्कर्म के 1,429 मामले सामने आए हैं। वहीं बीते साल यानी 2019 में दिल्ली में दुष्कर्म के 1,884 मामले सामने आए थे, जो साल खत्म होने तक बढ़कर 2,168 मामले हो गए। 2012 में कुल 706 रेप केस दर्ज किए गए थे, जिसमें 16 दिसंबर को निर्भया के साथ गैंगरेप भी शामिल था।
2019 के आंकड़ों पर एक नजर
2019 में इसी अवधि में 2,988 सूचित आंकड़ों के मुकाबले इस साल अक्टूबर तक कुल 2,226 महिलाओं का अपहरण किया गया था। 2019 के अंत तक दिल्ली में महिलाओं के अपहरण के 3,471 मामले सामने आए। 2012 में महिलाओं के अपहरण के कुल 2,048 मामले दर्ज किए गए थे।
हर दिन औसतन 87 बलात्कार के मामले आते हैं सामने
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के मुताबिक साल 2019 में महिलाओं के खिलाफ 4,05,861 मामले सामने आए। इनमें हर दिन औसतन 87 मामले बलात्कार के हैं।
महिलाओं के खिलाफ अपराध (Crime against women)
भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत दर्ज महिलाओं के खिलाफ अपराध के ज्यादातर मामले घरेलू हिंसा के हैं। NCRB के मुताबिक पिछले साल 30. 9% पति या रिश्तेदार की क्रूरता, 21. 8% इज्जत लूटने के इरादे से महिलाओं पर हमला, 17. 9% महिलाओं का अपहरण और अगवा जबकि 7. 9% बलात्कार के केस दर्ज किए गए।