कोरोना ने पूरी दुनिया में कहर बरपाया है। वहीं कोरोना की पहली और दूसरी लहर ने भारत में जमकर तांडव मचाया है। इससे हर वर्ग के लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं कोविड-19 से सरकारी रक्षा कंपनी HAL भी बुरी तरह प्रभावित हुई है। कोरोना की मार दूसरे क्षेत्रों की तरह ही रक्षा क्षेत्र की सरकारी कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) पर भी पड़ी है। कोविड-19 के कारण अब तक कंपनी के 100 कर्मचारियों की मौत हो चुकी है और करीब 4000 संक्रमित हुए हैं। इसके कारण हल्के लड़ाकू विमान (LCA) तेजस और हल्के लड़ाकू हेलिकॉप्टर (LCH) जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट भी प्रभावित हुए हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक दी गई जानकारी
एक रिपोर्ट के मुताबिक, LCA प्रोजेक्ट में 450 से ज्यादा वेंडर्स शामिल हैं और अगर बाहर काम प्रभावित होता है तो इसका असर कंपनी के प्रोजेक्ट पर भी पड़ेगा। वित्त वर्ष 2021, HAL ने किसी भारतीय कंपनी के तौर पर अब तक का सबसे बड़ा डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया था, जिसके तहत 83 LCA MK-IAs का निर्माण करना है।
डायरेक्टर आर माधवन ने दी जानकारी
2021-22 के पहली तिमाही के पहले दो महीनों में कंपनी को करीब 1,200 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ, क्योंकि महामारी के कारण कंपनी समय पर उत्पादों की डिलीवरी नहीं कर सकी। HAL के चेयरपर्सन और मैनेजिंग डायरेक्टर आर माधवन ने बताया कि 'एक बार प्रोडक्ट्स की डिलीवरी होगी, फिर बिक्री में सुधार हो सकती है।
काम के घंटों में हुए नुकसान की भरपाई अतिरिक्त प्रयासों के जरिए हो सकती है। हमारे कई कर्मचारी कोविड-19 से संक्रमित हुए, जिसका कंपनी पर बुरा असर पड़ा।' उन्होंने कहा कि हल्के लड़ाकू विमान की लॉन्ग टर्म प्रोजेक्ट पर ज्यादा असर नहीं पडे़गा, क्योंकि उनके पास ठीक होने के लिए और डेडलाइन को पूरा करने के लिए काफी समय रहेगा। लेकिन माधवन ने कहा कि कोरोना महामारी ने देश के अंदर और बाहर सप्लाई चेन को बुरी तरह प्रभावित किया है।
जल्द सब सही होने की उम्मीद
उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि सप्लाई चेन जल्दी ठीक होगा। भारत के अंदर और बाहर से उपकरण निर्माताओं से कच्चे माल मिलने लगेंगे। अगर यह होता है तो हम अपने लक्ष्य को पूरा कर पाएंगे। जुलाई के बाद शायद कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।'
कच्चे माल की सप्लाई प्रभावित
माधवन ने बताया कि बीते 2 महीने से प्रोडक्शन काफी कम रहा है। हालांकि कर्मचारी काम कर रहे हैं। माधवन ने कहा कि 'हम वेंडर्स से आने वाले माल पर निर्भर रहते हैं और यह उम्मीद के मुताबिक नहीं हुई है। इंटरनेशनल फ्लाइट बंद हैं, इसके कारण विदेशों से कच्चे माल की सप्लाई प्रभावित रही है। उम्मीद है कि चीजों में अब सुधार होगा।'
आर माधवन ने कहा कि महामारी के कारण कई प्रोजेक्ट रुके हुए हैं। इनमें 4 लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तैयार हैं, जो भारतीय वायुसेना को सौंपे जाने हैं। डॉर्नियर एयरक्राफ्ट प्रोजेक्ट भी प्रभावित हुआ है, क्योंकि लाइन रिप्लेसमेंट यूनिट से माल नहीं आ रहा है और केंद्र की तरफ से दिए गए LCH ऑर्डर में भी देरी हो चुकी है।
कर्मचारी कोविड से बुरी तरह प्रभावित
हेलिकॉप्टर फाइनल बिल्ड एरिया में कई कर्मचारी संक्रमित पाए गए और उसके बाद विमानों का ट्रायल भी रोकना पड़ा था। बेंगलुरु, नासिक, कानपुर और लखनऊ यूनिट के कर्मचारी कोविड से बुरी तरह प्रभावित हुए, जिसके कारण मंई में कंपनी को 2 हफ्ते के लिए संचालन रोकना पड़ा था।