नई दिल्ली: टूलकिट मामले में दिशा रवि की जमानत याचिका पर दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा लिया है, अब मंगलवार को फैसला आएगा. बता दें कि शुक्रवार को दिशा रवि ने बेल की अर्जी लगाई थी. कोर्ट में सुनवाई के दौरान सरकारी वकील ने कहा कि दिशा रवि को शान्तनु के साथ आमने सामने बैठाकर पूछताछ करनी है. सरकारी वकील ने जमानत अर्जी का विरोध किया.
दिल्ली पुलिस की तरफ से कहा गया कि इस मामले में कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज हैं, जिन्हें हम सील बंद लिफाफे में देना चाहते हैं. इस पर जज ने कहा कि आप दस्तावेज दाखिल करें.
दिल्ली पुलिस ने कहा कि मो धालीवाल की तरफ से सोशल मीडिया पर खालिस्तान समर्थन में पेज बनाया गया. पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन ने किसानों के आंदोलन का इस्तेमाल किया और भारत की छवि खराब करने की कोशिश की. कनाडा का पोएटिक जस्टिक फाउंडेशन से जुड़ा धालीवाल भारत मे किसानों की आड़ में माहौल खराब करने की फिराक में था. अगर वो सीधे कोई कार्रवाई करता तो एक्सपोज़ हो जाता इसलिए उसने भारत में कुछ चेहरों का सहारा लिया. पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन लगातार भारत के खिलाफ उसकी छवि को खराब करने की कोशिश करता है.
दिल्ली पुलिस ने कहा कि देशविरोधी गतिविधियों में शामिल होना एक बड़ा अपराध है. दिशा रवि के पास ये अधिकार था कि टूलकिट को एडिट कर सकती थीं. दिशा की तरफ से सभी सबूतों को मिटाया गया है. दिशा ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ की है. दिशा ने व्हाट्सएप ग्रुप डिलीट कर दिया था. टूलकिट के जो भी सुबूत थे वो भी उसने मिटा दिए थे. पुलिस ने कहा कि 11 जनवरी को जूम पर मीटिंग की गई जिसमें धालीवाल समेत कई लोग शामिल थे. 17 और 18 जनवरी को भी जूम पर मीटिंग की गई.