दंतेवाड़ा में 3 इनामी समेत 13 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर अब तक 310 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं। जिसमें 77 नक्सली इनामी हैं। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में लगातार सुरक्षाबलों को कामयाबी मिल रही है।
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एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि भूमकाल दिवस के मौके पर लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर तीन इनामी सहित 13 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। भूमकाल के दिन इतनी बड़ी संख्या में नक्सली अपनी खोखली विचारधारा से तंग आकर पुलिस के समक्ष सरेंडर कर रहे हैं।
भूमकाल दिवस
बस्तर में शहीद गुण्डाधुर के बलिदान दिवस के रूप में हर साल सर्व आदिवासी समाज 10 फरवरी को भूमकाल दिवस मनाता है। देश की आजादी के लिए अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ बस्तर में संघर्ष का शंखनाद करते हुए भूमकाल की शुरुआत की गई थी। भूमकाल यानी जमीन से जुड़े लोगों का आंदोलन, जिसमें भूमकाल के महानायक शहीद गुण्डाधुर, डेबरीधूर और अन्य क्रांतिकारियों ने बलिदान दिया था।
क्या है 'लोन वर्राटू' अभियान ?
दंतेवाड़ा में नक्सलियों के लिए एक अनोखी पहल की शुरुआत की गई है। जिसका नाम लोन वर्राटू दिया गया है, जिसका अर्थ है घर वापस लौट आइए। इसके लिए पुलिस के जवानों द्वारा गांव-गांव में प्रचार करवाया जा रहा है।गांव-गांव में पुलिस अधिकारियों के फोन नंबर भी दिए जा रहे हैं, ताकि समर्पण की इच्छा रखने वाले नक्सली सीधे उनसे संपर्क कर सकें। इस अभियान के तहत अब धीरे-धीरे पूरे दंतेवाड़ा जिले से स्थानीय कैडर के नक्सली इस अभियान के तहत पुलिस से संपर्क कर सरकार की मुख्य धारा में लौट रहे हैं।