मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel Narayanpur Visit update) द्वारा नारायणपुर प्रवास के दौरान बस्तर की प्राचीन संस्कृति और परम्परा (Bastar's Ancient Culture) को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से घोटुल निर्माण और देवगुड़ियों के विकास की घोषणा का आदिवासी समाज (Tribal society) ने स्वागत किया है और इसके लिए मुख्यमंत्री को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
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गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (Gondwana Republic Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष तुलेश्वर सिंह मरकाम ने मुख्यमंत्री (Bhupesh Baghel Narayanpur Visit update) को धन्यवाद करते हुए कहा है कि घोटुल के निर्माण से आदिवासियों की संस्कृति और प्राचीन परंपरा (Bastar's Ancient Culture) को पुनर्जीवन प्राप्त होगा। घोटुल, आदिवासी समाज की सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ-साथ शिक्षा और संस्कार का केंद्र रहा है।
घोटुल के निर्माण में समाज प्रमुखों की भागीदारी (Bastar's Ancient Culture)
घोटुल के निर्माण से आदिवासी समाज अपनी प्रथा और परम्परा (Bastar Tribal Culture) के साथ वर्तमान शिक्षा से शिक्षित और संस्कारित होंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) से यह भी आग्रह किया है कि घोटुल के निर्माण में समाज प्रमुखों की भागीदारी सुनिश्चित किया जाना मील का पत्थर साबित होगा।
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बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने 9 जनवरी को नारायणपुर प्रवास के दौरान 100 घोटुल निर्माण के साथ ही जिले की 104 ग्राम पंचायतों में देवगुड़ी निर्माण की भी घोषणा (Deoguri construction announcement) की है।
नारायणपुर में मुख्यमंत्री ने की घोषणा (Bastar's Ancient Culture)
दरअसल युवाओं के पारंपरिक चेतना केंद्र के रूप में प्रसिद्ध, लेकिन अब लुप्त हो रही बस्तर की घोटुल परंपरा को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) की घोषणा से पुनर्जीवन मिलने की उम्मीद बंधी है। शनिवार को नारायणपुर में बघेल ने जिले में इस साल 100 घोटुलों के निर्माण की घोषणा की थी। साथ ही उन्होंने यहां की सभी 104 पंचायतों में 9-9 लाख रुपए की लागत से देवगुड़ियों का विकास करने की भी घोषणा की थी।
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अपने नारायणपुर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री बघेल (Bhupesh Baghel Narayanpur Visit update) द्वारा घोटुलों और देवगुड़ियों के संबंध में की गई घोषणाओं को बस्तर के सांस्कृतिक संरक्षण की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। सीएम बघेल ने कहा बस्तर की घोटुल परंपरा (Ghotul culture of Bastar) को देखने समझने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं। घोटुल हमारे युवाओं की सामाजिक गतिविधियों के केंद्र रहे हैं, वहां बैठकर वे अपने गांवों और क्षेत्र के विकास की चर्चा करते हैं। उन्होंने कहा कि नारायणपुर प्रवास के दौरान कुछ लोगों ने उनसे कहा कि शासन को घोटुलों का निर्माण भी करना चाहिए, साथ ही इस साल 50 घोटुल के निर्माण मांग भी की।
देवगुड़ियों के विकास की घोषणा
मुख्यमंत्री (CM Bhupesh Baghel) ने इस मांग से सहमति प्रकट करते हुए कहा कि मैं इस साल 100 घोटुल के निर्माण की घोषणा करता हूं, इसमें चाहे 10 लाख रुपए लग जाए या 12 लाख, पैसों की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि नये घोटुलों का स्ट्रक्चर भले ही पक्का हो, लेकिन उसकी डिजाइन और साज-सज्जा परंपरागत ही होनी चाहिए, ताकि हमारी प्राचीनता की पहचान बनी रहे। बघेल ने जिले की सभी पंचायतों में देवगुड़ियों के विकास की घोषणा करते हुए कहा इन स्थलों पर शौचालय का निर्माण और पेयजल व्यवस्था भी की जाएगी।