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Attention: सुकन्या समृद्धि योजना के नियमों में हुए हैं 5 बदलाव, जानें क्या हैं यह बदलाव


मोदी सरकार (Modi government) ने लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा (Promoting girls' education) देने के लिए 22 जनवरी साल 2015 में सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) की शुरुआत की थी। इस योजना का उद्देश्य बेटियों की पढ़ाई और उनकी शादी पर आने वाले खर्च को आसानी से पूरा करना है। लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा ((Promoting girls' education)) देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई सुकन्या समृद्धि योजना में कुछ बदलाव किए गए हैं। आज हम आपको इन्हीं बदलाव के बारे में जानकारी दे रहे हैं।





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पहला बदलाव (First change)-





इस योजना के तहत खाता खुलवाने के लिए महज 250 रुपये की जरूरत होती है। खाते को एक्टिव रखने के लिए हर साल न्यूनतम 250 रुपये जमा कराने होते हैं।अगर न्यूनतम राशि भी खाते में जमा नहीं हो सकी तो ऐसे खाते को डिफॉल्‍ट अकाउंट माना जाता है। नए नियमों के मुताबिक अगर खाते को दोबारा एक्टिव नहीं किया जाता है तो मैच्‍योर होने तक डिफॉल्‍ट अकाउंट पर स्‍कीम के लिए लागू दर से ब्‍याज मिलता रहेगा। जबकि पहले डिफॉल्‍ट खातों पर पोस्‍ट ऑफिस सेविंग्‍स अकाउंट के लिए लागू दर से ब्‍याज मिलता था।





दूसरा बदलाव (Second change)-





नए नियमों के मुताबिक बेटी की मौत की स्थिति में या अनुकंपा के आधार पर सुकन्‍या समृद्धि खाते को समय से पहले बंद करने की इजाजत दी गई है। अनुकंपा में खाताधारक की जानलेवा बीमारी का इलाज या अभिभावक की मौत जैसी स्थितियां शामिल हैं। इससे पहले खाता सिर्फ दो ही परिस्थितियों में बंद किया जा सकता था, पहला बेटी की मौत होने पर और दूसरा उसके रहने का पता बदलने की स्थिति में बंद किया सकता था।





तीसरा बदलाव (Third change)-





पुराने नियमों के मुताबिक बेटी को 10 साल की उम्र से खाते को ऑपरेट करने की इजाजत थी, लेकिन नए नियमों के मुताबिक बेटी 18 साल के होने पर ही अब खाता ऑपरेट कर सकेगी। तब तक अभिभावक खाते को ऑपरेट करेंगे। बेटी के 18 साल का होने पर उस बैंक/पोस्‍ट ऑफिस में आवश्‍यक दस्‍तावेज जमा करने होंगे जहां खाता खुला है।





चौथा बदलाव (Fourth change)-





स्‍कीम के तहत दो बेटियों के लिए खाता खुलवाया जा सकता है। हालांकि एक बेटी के जन्‍म के बाद दो जुड़वा बेटी हो जाती हैं तो उन सभी के लिए खाता खुल सकता है। नए नियमों के मुताबिक अगर दो से ज्‍यादा बेटियों का खाता खुलना है तो जन्‍म प्रमाणपत्र के साथ एफिडेविट भी जमा करना पड़ेगा। जबकि पहले अभिभावक को सिर्फ मेडिकल सर्टिफिकेट जमा करने की जरूरत पड़ती थी।





पांचवा बदलाव (Fifth change)-





इसके अलावा भी कुछ अन्य बदलाव किए गए हैं। नए नियमों में खाते में गलत इंटरेस्‍ट डालने पर उसे वापस पलटने के प्रावधान को हटाया गया है। इसके अलावा नए नियमों के तहत खाते में ब्‍याज वित्त वर्ष के अंत में क्रेडिट किया जाएगा।





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बता दें कि साल 2015 में केंद्र सरकार ने लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की थी। इस योजना का उद्देश्य बेटियों की पढ़ाई और उनकी शादी पर आने वाले खर्च को आसानी से पूरा करना है। बेटियों की शादी और पढ़ाई की चिंता करने वाले माता-पिता के लिए सुकन्या समृद्धि योजना काफी मददगार है।





क्या हैं सुकन्या समृद्धि योजना (What is Sukanya Samriddhi Yojana)





सुकन्या समृद्धि योजना मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई छोटी बचत स्कीम है। 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अभियान के तहत इसे शुरू किया गया था। यह स्कीम बेटियों की शिक्षा और उनके शादी-ब्याह के लिए रकम जुटाने में मदद करती है। अभी स्कीम के तहत 8.1 फीसदी ब्याज मिलता है।





सुकन्या समृद्धि योजना से लाभ (Benefits from Sukanya Samriddhi Yojana)





यह स्कीम बेटियों की शिक्षा और उनके शादी के लिए रकम जुटाने में मदद करती है। अभी स्कीम के तहत 8।1 फीसदी ब्याज मिलता है। इनकम टैक्स कानून के सेक्शन 80C के तहत सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करने पर टैक्स छूट भी मिलती है। यानी सालाना 1.5 लाख रुपये के निवेश पर आप टैक्स छूट का फायदा उठा सकते हैं।





सुकन्या समृद्धि योजना के नियम (Rules of Sukanya Samriddhi Yojana)





सुकन्या समृद्धि योजना के माता-पिता को सिर्फ 14 साल तक निवेश करना होता है। जबकि खाते की मेच्योरिटी अवधि 21 साल है। 14 साल के बाद बचे हुए 7 साल के दौरान 14 साल के क्लोजिंग बैलेंस पर 7।6 फीसदी सालाना के हिसाब से ब्याज मिलेगा। 21 साल बाद मेच्योरिटी पर पूरी रकम मिलेगी।





अधिकतम फायदा (Maximum benefit)





मौजूदा तिमाही के लिए SSY पर ब्याज दरें 7.6 फीसदी तय की गई हैं। मान लीजिए अगर यह ब्याज दरें बरकरार रहती हैं और 14 साल तक आप हर महीने 12500 रुपये या 1.50 लाख रुपये सालाना (अधिकतम रकम) निवेश करते हैं। ऐसा आपको 14 साल तक करना होगा। 14 साल में 7.6 फीसदी सालाना कंपाउंडिंग के हिसाब से यह रकम 37,98,225 रुपये हो जाएगी। इसके बाद 7 साल तक इस रकम पर 7।6 फीसदी सालाना कंपाउंडिंग के हिसाब से रिटर्न मिलेगा। 21 साल यानी मेच्योरिटी पर यह रकम करीब 63,42,589 रुपये होगी। यानी आपको 42.5 लाख रुपये ब्याज के रूप में फायदा होगा।





कैसे खुलवाएं सुकन्या समृद्धि योजना खाता (How to open Sukanya Samriddhi Yojana account)





सुकन्या समृद्धि योजना के तहत एकाउंट किसी गर्ल चाइल्ड के जन्म लेने के बाद 10 साल से पहले की उम्र में कम से कम 250 रुपये के जमा के साथ खोला जा सकता है। चालू वित्त वर्ष में सुकन्या समृद्धि योजना के तहत अधिकतम 1।5 लाख रुपये जमा कराये जा सकते हैं।





कहां खुलेगा सुकन्या समृद्धि योजना खाता (Where will Sukanya Samriddhi Yojana account open)





सुकन्या समृद्धि योजना के तहत एकाउंट किसी पोस्ट ऑफिस या कमर्शियल ब्रांच की अधिकृत शाखा में खोला जा सकता है।





सुकन्या समृद्धि योजना 2020 का उद्देश्य (Objective of Sukanya Samriddhi Yojana 2020)





योजना का उद्देश्य लड़कियों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाना और विवाह योग्य होने पर पैसों की कमी न आने देना है । देश के गरीब लोग बचत खाते में अपनी बेटी की पढ़ाई और शादी में होने वाले खर्च को आसानी से पूरा कर सकते है और अपनी बेटी का खाता न्यूनतम 250 रूपये में बैंक में खुलवा सकते है। इस SSY 2020 से देश की लड़कियों को प्रोत्साहन मिलेगा और वह आगे बढ़ पायेगी । वहीं इस योजना के जरिये लड़कियों की भ्रूण हत्या को रोकना है।


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