आज सौरमंडल (Solar System) में 800 साल बाद एक अनोखी खगोलीय घटना देखने को मिलने वाली है। ऐसे में गूगल ने एनिमेटेड डूडल (Animated doodle) बनाकर इस घटना के बारे में जानकारी दी है। आज शाम को दो बड़े ग्रह बृहस्पति (Jupiter) और शनि (Saturn) एक दूसरे के बहुत नजदीक आ जाएंगे।

वहीं धरती से देखने पर ये दोनों ग्रह एक जैसे ही लगेंगे। इसे हम अपनी आंखों से भी देख सकते हैं। इस घटना को आज सूर्यास्त के बाद एक घंटे तक पश्चिम दिशा में देख सकते हैं। दोनों ग्रह चमकते हुए तारों के रूप में दिखेंगे। यह दुर्लभ खगोलीय घटना करीब 800 साल बाद हो रही है। इससे पहले बृहस्पति और शनि इतने करीब से सन 1220 ई। में गुजरे थे। इससे पहले जुलाई 1623 में दोनों ग्रह इतने करीब आए थे, लेकिन सूर्य के नजदीक होने की वजह से इस खगोलीय घटना को देखा नहीं जा सका।
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वहीं मार्च 1226 में भी दोनों ग्रह करीब आए थे और इस घटना को धरती से देखा जा सकता था। इसके बाद ये पहला मौका है जब इस तरह की खगोलीय घटना को देखा जा सकता है।

गूगल ने एनिमेटेड डूडल बनाकर दी इसकी जानकारी
बता दें गूगल अक्सर बड़ी घटनाओं पर अपने डूडल के जरियें जानकारी देता रहता है। सोमवार को उसने जो डूडल (Doodle) बनाया है उसमें शनि और बृहस्पति ग्रह आपस में हाथ मिलाते नजर आ रहे हैं।
2080 में अगली बार होगा ऐसा नजारा
वैज्ञानिकों के मुताबिक बृहस्पति और शनि एक दूसरे से हर 20 वर्ष बाद करीब से गुजरते हैं, लेकिन इतने करीब से गुजरना खास है। अगली बार यह घटना साल 2080 में होगी। जीवाजी वैधशाला के अधीक्षक राजेंद्र प्रकाश गुप्त के मुताबिक आज दोनों ग्रहों के बीच मात्र शून्य डिग्री 3 कला का अंतर रह जाएगा।
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सौर परिवार में बृहस्पति सबसे बड़ा और शनि सबसे सुंदर दिखने वाला ग्रह है। सूर्य से बृहस्पति की दूरी 77.8 करोड़ और शनि की 142.7 करोड़ किमी। है। बृहस्पति का व्यास 143760 किमी है, जो पृथ्वी से 1300 गुना बड़ा है। बृहस्पति 11.9 वर्ष में सूर्य का एक चक्कर लगाता है। शनि ग्रह का व्यास 120420 किमी है। शनि 29।5 वर्ष में सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करता है।

17वीं शताब्दी में हुई थी ऐसी ही घटना
शनि और बृहस्पति ग्रह इससे पहले 17वीं शताब्दी में महान खगोलविद गैलीलियो के जीवनकाल में इतने पास आए थे। अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का कहना है कि हमारे सौरमंडल में दो बड़े ग्रहों का नजदीक आना बहुत दुर्लभ नहीं है। बृहस्पति ग्रह अपने पड़ोसी शनि ग्रह के पास से प्रत्येक 20 साल पर गुजरता है, लेकिन इसका इतने नजदीक आना खास है।
धरती से देखा जा सकता है ये घटना
वैज्ञानिकों का कहना है कि दोनों ग्रहों के बीच उनके नजरिए से सिर्फ 0.1 डिग्री की दूरी रह जाएगी। अगर मौसम स्थिति अनुकूल रहती है तो ये आसानी से सूर्यास्त के बाद दुनिया भर से देखे जा सकते हैं। यह घटना 21 दिसंबर 2020 को होने जा रही है। यह साल का सबसे छोटा दिन माना जाता है। नासा के वैज्ञानिकों का कहना है कि बृहस्पति और शनि एक दूसरे से 400 मिलियन मील दूर है। ये दोनों रात को आकाश में लाइट का एक 'रेडिएंट पॉइंट' बनाएंगे, जिसे धरती से देखा जा सकता है।