देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की आज 70वीं पुण्यतिथि (Sardar Patel death anniversary) है। बता दें कि पटेल को लौह पुरुष के नाम से जाना जाता है। भारत रत्न से सम्मानित सरदार पटेल का निधन 15 दिसंबर 1950 को हुआ था। उनकी पुण्यतिथी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi), गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) सहित कई दिग्गज नेताओं ने उन्हें नमन किया है।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर सरदार पटेल को किया नमन
पीएम मोदी का ट्वीट 'सशक्त, सुदृढ़ और समृद्ध भारत की नींव रखने वाले लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी पुण्यतिथि पर शत-शत नमन। उनके दिखाए मार्ग हमें देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने के लिए सदा प्रेरित करते रहेंगे। सशक्त, सुदृढ़ और समृद्ध भारत की नींव रखने वाले लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी पुण्यतिथि पर शत-शत नमन। उनके दिखाए मार्ग हमें देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने के लिए सदा प्रेरित करते रहेंगे।'
छत्तीसगढ़ के सीएम का ट्वीट
सरदार पटेल की पुण्यतिथि पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी श्रद्धंजलि दी। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल का दृढ़ नेतृत्व और राष्ट्र समर्पण सदैव देश को मार्गदर्शन देता रहेगा।
शाह का ट्वीट 'सरदार पटेल जी का जीवन और व्यक्तित्व इतना विराट है, जिसे शब्दों में पिरो पाना संभव नहीं है। सरदार साहब भारत की एकता और शक्ति के प्रतीक हैं। उन्होंने जटिल से जटिल समस्याओं का समाधान कर एक अखंड भारत को आकार दिया। उनका दृढ़ नेतृत्व और राष्ट्र समर्पण सदैव हमारा मार्गदर्शन करता रहेगा। सरदार पटेल जी का जीवन और व्यक्तित्व इतना विराट है, जिसे शब्दों में पिरो पाना संभव नहीं है। सरदार साहब भारत की एकता और शक्ति के प्रतीक हैं, उन्होंने जटिल से जटिल समस्याओं का समाधान कर एक अखंड भारत को आकार दिया। उनका दृढ़ नेतृत्व और राष्ट्र समर्पण सदैव हमारा मार्गदर्शन करता रहेगा।'
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का ट्वीट Sardar Patel death anniversary
इस तरह की थी वकालत की पढ़ाई
सरदार पटेल ने 22 साल की उम्र में 10वीं की परीक्षा पास की थी। हालांकि आर्थिक तंगी के कारण स्कूली शिक्षा के बाद वे पढ़ न सके, लेकिन उन्होंने किताबें लेकर घर पर ही जिलाधिकारी की परीक्षा की तैयारी की। मेहनत और लगन से पढ़ाई करने का फल भी उन्हें अच्छा मिला। उन्होंने इस परीक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त किए। इसके बाद 36 साल में वह इंग्लैंड चले गए और वहां वकालत की पढ़ाई की।
प्रियंका गांधी का ट्वीट
वहीं सरदार पटेल ने देश की आजादी में भी अपना योगदान दिया है। इसके अलावा उन्होंने देश को एक करने में भी अहम भूमिका निभाई है। 15 अगस्त 1947 को जब भारत आजाद हुआ, तब देश में 550 से ज्यादा छोटी-बड़ी रियासतें थीं। इनमें से कई रियासतों ने आजाद रहने का फैसला किया था, लेकिन सरदार पटेल ने इन सबको मिलाकर अखंड भारत का निर्माण किया था।
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री का ट्वीट
बता दें कि सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर, 1875 को गुजरात के नाडियाड में हुआ था। सरदार पटेल भारत के पहले गृहमंत्री थे। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देश की 560 से ज्यादा रियासतों का एकीकरण कर अखंड भारत के निर्माण का श्रेय उनकी सियासी और कूटनीतिक क्षमता को दिया जाता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पटेल की याद में गुजरात के केवडिया में उनकी एक विशालकाय प्रतिमा स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई है। यह दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है।