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CM का दिल्ली मिशन- JK लक्ष्मी सीमेंट ने दिखाई बड़े विस्तार में रुचि, निवेशकों की कतार बढ़ी

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 Chhattisgarh Investor Connect : छत्तीसगढ़ इन्वेस्टर कनेक्ट के तहत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की उद्योग जगत के निवेशकों के साथ वन-टू-वन मुलाक़ातें आज नई दिल्ली में प्रारम्भ हो गई हैं। कार्यक्रम के प्रथम चरण में जेके लक्ष्मी सीमेंट के शीर्ष अधिकारी मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे और छत्तीसगढ़ में औद्योगिक विस्तार की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की।


मुलाक़ात के दौरान कंपनी के प्रतिनिधियों ने छत्तीसगढ़ में अपने प्लांट का कार्य बढ़ाने तथा नए निवेश अवसरों की खोज में गहरी रुचि व्यक्त की। उन्होंने बताया कि प्रदेश में उपलब्ध आधारभूत सुविधाएँ, वित्तीय अनुकूल वातावरण और औद्योगिक विकास की गति उन्हें छत्तीसगढ़ को प्राथमिकता देने के लिए प्रेरित करती हैं।


मुख्यमंत्री साय ने निवेशकों को राज्य की नई औद्योगिक नीति, स्थिर एवं सुरक्षित वातावरण तथा तेज़ी से विकसित हो रहे औद्योगिक ढांचे की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार उद्योगों के लिए विश्वसनीय, सरल और परिणामोन्मुखी परिवेश प्रदान कर रही है, जिससे निवेशकों का विश्वास लगातार बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री ने जेके लक्ष्मी सीमेंट के अधिकारियों को आश्वस्त किया कि सरकार उद्योगों अनुकूल परिवेश प्रदान करने की भावना से कार्य कर रही है और राज्य में आने वाले हर निवेश का स्वागत है। उन्होंने कंपनी को प्रदेश में अपने विस्तार को आगे बढ़ाने तथा नई परियोजनाओं पर विचार करने के लिए आमंत्रित किया।उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि राज्य में उद्योगों के लिए सिंगल-विंडो सिस्टम, उपयुक्त भूमि उपलब्धता, लॉजिस्टिक कनेक्टिविटी, और कौशल सम्पन्न मानव संसाधन जैसी सुविधाएँ निवेशकों के लिए एक बड़ा आकर्षण हैं।

छत्तीसगढ़ दर्दनाक सड़क हादसा: ट्रक की टक्कर से तीन मजदूरों की मौत, दो गंभीर

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 बेमेतरा। जिले में देर रात हुए एक भीषण सड़क हादसे में पश्चिम बंगाल के तीन मजदूरों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में उस समय हुआ, जब काम से लौट रहे मजदूरों से भरी पिकअप वाहन को तेज रफ्तार से आ रहे अज्ञात ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी।


पुलिस के अनुसार सभी मजदूर केरल फ्लावर्स बेमेतरा में काम करते थे। 24 नवंबर की रात वे कबीरधाम जिले से पिकअप वाहन में लौट रहे थे। बेमेतरा के करीब पहुँचते ही ट्रक ने सामने से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि पिकअप सड़क किनारे दूर जा गिरी और उसका अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।

हादसे में तीन मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक पश्चिम बंगाल के निवासी बताए गए हैं। घायल मजदूरों में

  • अजय विश्वकर्मा (22), निवासी बेमेतरा

  • शुभाशीष चक्रवर्ती (42), निवासी पश्चिम मेदिनीपुर, पश्चिम बंगाल
    शामिल हैं। दोनों को तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।

स्थानीय लोगों का आक्रोश, सड़क पर रोक दिया आवागमन

हादसे के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति बन गई। स्थानीय लोग देर रात सड़क पर जमा हो गए और दुर्घटनास्थल पर आवागमन रोक दिया। लोगों का आरोप है कि इस मार्ग पर भारी वाहनों की तेज रफ्तार और लापरवाही के कारण लगातार दुर्घटनाएँ हो रही हैं।

प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर

  • स्पीड कंट्रोल

  • हाइवे पेट्रोलिंग

  • बैरिकेडिंग
    बढ़ाने की मांग की। यह घटना सार्वजनिक सुरक्षा को लेकर एक पब्लिक इंटरेस्ट स्टोरी के रूप में भी सामने आई है।

पुलिस ने दिए आश्वासन, CCTV खंगाले जा रहे

सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुँची और लोगों को समझाइश देकर शांत कराया। पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि दुर्घटना स्थल पर जल्द ही

  • अतिरिक्त बैरिकेडिंग

  • संकेतक

  • रात्रि गश्त
    की व्यवस्था बढ़ाई जाएगी। साथ ही अज्ञात ट्रक की तलाश शुरू कर दी गई है और आसपास के CCTV फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।

सड़क सुरक्षा पर फिर उठा सवाल

हादसा एक बार फिर इस बात को रेखांकित करता है कि क्षेत्र में सड़क सुरक्षा और भारी वाहनों की निगरानी को लेकर मजबूत व्यवस्थाओं की सख्त जरूरत है। स्थानीय स्तर पर ऐसी घटनाएँ लगातार ट्रेंडिंग न्यूज बन रही हैं, जो सड़क हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग करती हैं।

दिल्ली में शुरू हुआ ‘छत्तीसगढ़ इन्वेस्टर कनेक्ट’ सम्मेलन

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 रायपुर : छत्तीसगढ़ सरकार का महत्वपूर्ण निवेशक सम्मेलन छत्तीसगढ़ इन्वेस्टर कनेक्ट आज नई दिल्ली में प्रारम्भ हो गया है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पहुँचे और उन्होंने उद्योग जगत के प्रमुख प्रतिनिधियों से मुलाक़ात का क्रम प्रारंभ कर दिया है।


इस आयोजन में स्टील क्षेत्र, पर्यटन उद्योग और अन्य प्रमुख सेक्टरों के नामी उद्योगपति तथा विभिन्न कंपनियों के शीर्ष अधिकारी शामिल हो रहे हैं। राज्य सरकार का उद्देश्य देश भर के निवेशकों के समक्ष छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति, उभरते अवसरों और निवेश–अनुकूल वातावरण को प्रभावी रूप से प्रस्तुत करना है।


मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय निवेशकों से सीधे संवाद कर रहे हैं तथा उन्हें राज्य में उद्योग स्थापित करने के लिए उपलब्ध सुविधाओं, स्थिर एवं पारदर्शी नीति, तेज़ी से विकसित होते इंफ्रास्ट्रक्चर तथा सरल और समयबद्ध प्रक्रियाओं के बारे में विस्तार से अवगत करा रहे हैं।

कढ़ी में पानी समझकर तेजाब डाल दिया! एक ही परिवार के 6 लोग गंभीर हालत में, पढ़े पूरी खबर

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पश्चिम मेदिनीपुर (प. बंगाल)। पश्चिम मेदिनीपुर जिले के घाटल इलाके में रविवार को दर्दनाक हादसा हो गया। खाना बनाते समय पानी की जगह गलती से तेजाब कढ़ी और चावल में मिल जाने से एक ही परिवार के छह सदस्य गंभीर रूप से बीमार हो गए। सभी को हालत नाजुक होने पर कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल रेफर किया गया है।


घटना घाटल के मनोहरपुर ग्राम पंचायत के रत्नेश्वरबाटी गांव की है। परिवार के सदस्य संतू सन्यासी तांबे और चांदी के बर्तन साफ करने का काम करते हैं, जिसके लिए तेजाब घर में रखा रहता है। बताया जा रहा है कि खाना बनाते समय तेजाब की बोतल को पानी की बोतल समझ लिया गया और उसे भोजन में मिला दिया गया।

तेजाब मिला खाना खाने के कुछ ही देर बाद सभी को तेज पेट दर्द, उल्टी और बेचैनी शुरू हो गई। बच्चों तक की हालत बिगड़ने लगी, जिसके बाद परिजन घबरा गए और तुरंत उन्हें घाटल सब-डिविजनल अस्पताल ले जाया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने स्थिति गंभीर बताई और सभी को एसएसकेएम अस्पताल भेज दिया।

सूचना मिलते ही घाटल पंचायत समिति के स्वास्थ्य अधिकारी पंचानन मंडल, स्थानीय पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचे। शुरुआती जांच में यह दुर्घटना गलती से हुई प्रतीत हो रही है, लेकिन पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं यह किसी साजिश का हिस्सा तो नहीं था।

फिलहाल अस्पताल में सभी मरीजों का इलाज जारी है और गांव में घटना के बाद दहशत का माहौल है।

500 साल बाद अयोध्या में लहराया भगवा: पीएम मोदी ने राम मंदिर पर फहराई धर्म ध्वजा

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अयोध्या। आज मंगलवार को शुभ मुहूर्त में अयोध्या स्थित भव्य श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर सनातनी सूर्य पताका लहराई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर के शिखर पर स्थापित इस भगवा धर्म ध्वज का ध्वजारोहण किया। ध्वजारोहण से पहले प्रधानमंत्री ने गर्भगृह में रामलला के बाल स्वरूप के दर्शन किए और विशेष पूजा-अर्चना संपन्न की।


अयोध्या पहुंचने पर पीएम मोदी ने भव्य रोड शो भी किया। सड़क के दोनों ओर खड़े हजारों लोगों ने उनका स्वागत किया। मंदिर परिसर पहुंचने के बाद वे सबसे पहले सात मंदिरों के समूह—सप्तर्षि मंदिर—गए, जहां महर्षि वशिष्ठ, विश्वामित्र, अगस्त्य, वाल्मीकि, देवी अहिल्या, निषादराज गुह और माता शबरी के दर्शन किए। इसके बाद उन्होंने मंदिर प्रांगण में मौजूद श्रद्धालुओं का अभिवादन किया। पूरे कार्यक्रम के दौरान वैदिक मंत्रोच्चार गूंजता रहा। उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।


केसरिया सिल्क से बना है राम मंदिर का ध्वज

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि धर्म ध्वज शुद्ध केसरिया सिल्क से निर्मित है। इसका आकार 10 फुट चौड़ा, 20 फुट लंबा तथा त्रिकोणीय है। ध्वज पर ‘सूर्य’, ‘ॐ’ और कोविदार वृक्ष के पवित्र प्रतीक अंकित हैं। यह रंग आग और उगते सूर्य का प्रतीक है—जो त्याग, समर्पण और तेजस्विता का द्योतक है।

उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक क्षण पूरी दुनिया के लोग अपने टीवी और मोबाइल स्क्रीन पर देख सकेंगे। ध्वजारोहण की विधि पूर्वाह्न 11:50 बजे प्रधानमंत्री मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और स्वामी गोविंद देव गिरि की उपस्थिति में संपन्न हुई।

धर्म और मर्यादा का प्रतीक- सीएम योगी

ध्वजारोहण के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “राम मंदिर के शिखर पर फहराया गया यह ध्वज धर्म और मर्यादा दोनों का प्रतीक है। अयोध्या विकास और विश्वास का केंद्र बन चुकी है और आज उसका उत्सव मनाने का दिन है।”

‘शहीदों की आत्मा को शांति मिली होगी’- मोहन भागवत

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, “राम मंदिर आंदोलन में जिन्होंने त्याग और बलिदान दिया, आज उनकी आत्मा को शांति मिली होगी। अशोक सिंघल जी को भी आज सुकून मिला होगा। ध्वज केवल प्रतीक नहीं—यह मूल्य, आदर्श और सभ्यता को ऊँचाई तक ले जाने का संदेश है। इससे पूरे विश्व में शुभता और कल्याण फैलेगा।”

कश्मीर में तापमान माइनस 5 डिग्री तक पहुंचा, उत्तर भारत में बढ़ी ठंड

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 जम्मू। बारिश के बाद उत्तर भारत में ठंड तेज हो गई है। कश्मीर घाटी में कई इलाकों का न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे चला गया है। पंजाब में भी कई स्थानों पर पारा 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे लुढ़क गया। वहीं, बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के कारण तमिलनाडु सहित दक्षिण भारत के तीन राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है। तटीय जिलों के लिए ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया गया है।


श्रीनगर में सीजन की सबसे सर्द रात

जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में रविवार रात सीजन की सबसे ठंडी रात दर्ज हुई, जहां पारा शून्य से 3.2 डिग्री नीचे पहुंच गया।
कश्मीर में शोपियां सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान माइनस 5.1 डिग्री रिकॉर्ड हुआ।

  • पुलवामा: माइनस 5 डिग्री
  • अनंतनाग: माइनस 4 डिग्री
  • गुलमर्ग: माइनस 1.9 डिग्री
  • ज़ोजिला पास: पारा लुढ़कर माइनस 16 डिग्री तक

पंजाब–हरियाणा: फरीदकोट सबसे सर्द

कड़ाके की ठंड पंजाब–हरियाणा में भी महसूस की जाने लगी है।

  • फरीदकोट: न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री (प्रदेश में सबसे ठंडा स्थान)
  • नारनौल (हरियाणा): 7.8 डिग्री
  • चंडीगढ़ और बठिंडा: 6.4 डिग्री

पश्चिम बंगाल: दो डिग्री और गिरेगा तापमान

मौसम विभाग ने अगले दो दिनों में बंगाल के ज्यादातर जिलों में तापमान में दो डिग्री तक गिरावट की संभावना जताई है। उसके बाद मामूली बढ़ोतरी हो सकती है। अगले सात दिन मौसम शुष्क रहने का अनुमान है।

  • दार्जिलिंग: न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री (प्रदेश में सबसे ठंडा)

दक्षिण भारत में बारिश से जनजीवन प्रभावित

बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के अवसाद में बदलने से पुडुचेरी और कराइकल में सोमवार को भारी बारिश हुई।

  • स्कूल–कॉलेज बंद
  • तटीय तमिलनाडु में भारी बारिश की चेतावनी
  • कई जिलों में तेज हवाओं और बिजली गिरने की आशंका
  • केरल के सात जिलों में यलो अलर्ट और तेज बारिश

सुकमा में बड़ी सफलता: 15 माओवादी आत्मसमर्पित, 48 लाख का इनाम खत्म; PLGA बटालियन-01 के 4 हार्डकोर नक्सली भी शामिल

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 सुकमा। छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ चल रहे अभियान को आज बड़ी सफलता मिली। सुकमा जिले में 15 सक्रिय माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया। इन सभी पर कुल 47–48 लाख रुपये का इनाम घोषित था। आत्मसमर्पितों में PLGA बटालियन-01 के 4 हार्डकोर नक्सली भी शामिल हैं।


कौन-कौन आत्मसमर्पित हुआ?

सरेंडर करने वालों में—

  • 4 PPCM,
  • 2 SCM,
  • 3 पार्टी सदस्य,
  • 8 अन्य सक्रिय सदस्य शामिल हैं।

इनमें 10 पुरुष और 5 महिला माओवादी हैं।
इनाम के अनुसार—

  • 4 माओवादी – 8-8 लाख,
  • 2 – 5-5 लाख,
  • 1 – 3 लाख,
  • 1 – 2 लाख,
  • 1 – 1 लाख का इनामित था।

क्यों छोड़ा रास्ता?

माओवादियों ने बताया कि वे—

  • छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति,
  • पुना मुर्गम (नई सुबह) योजना,
  • तर्रेम और अंसदरी क्षेत्रों में नए सुरक्षा कैंपों की मजबूती
    से प्रभावित हुए।
    इन सब वजहों से उन्होंने हथियार छोड़ने और समाज की मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया।

किन बलों की भूमिका रही?

इस सरेंडर अभियान में संयुक्त रूप से शामिल रहे—

  • जिला पुलिस बल
  • DRG, RAF
  • CRPF की 02, 212, 217 और 223 बटालियन
  • COBRA 207

इथियोपिया में 12 हजार साल बाद हेली गुब्बी ज्वालामुखी फटा, राख का गुबार भारत पहुंचा , कई उड़ानें रद्द

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 Hayli Gubbi volcano : इथियोपिया के अफार क्षेत्र में स्थित हेली गुब्बी ज्वालामुखी रविवार को लगभग 12 हजार साल बाद अचानक फट गया। इस शक्तिशाली विस्फोट से निकली राख और सल्फर डाइऑक्साइड करीब 15 किमी (45,000 फीट) की ऊंचाई तक पहुंच गई। तेज़ हवाओं के कारण यह गुबार लाल सागर पार करता हुआ यमन और ओमान तक फैल गया।


एयरलाइंस अलर्ट: इंडिगो, एयर इंडिया और अकासा ने बढ़ाई निगरानी

इंडिगो, एयर इंडिया और अकासा एयर समेत कई एयरलाइंस ने ज्वालामुखी की राख को देखते हुए सतर्कता बढ़ा दी है। इंडिगो ने X पर लिखा—
“इथियोपिया में हेली गुब्बी ज्वालामुखी फटने के बाद राख के बादल पश्चिमी भारत की ओर बढ़ रहे हैं। हम समझते हैं कि यह खबर चिंता बढ़ा सकती है, लेकिन यात्रियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमारी टीमें अंतरराष्ट्रीय उड्डयन संस्थाओं के साथ लगातार हालात पर नजर रख रही हैं।”

रात 11 बजे दिल्ली के आसमान पर छाई राख

सोमवार रात करीब 11 बजे यह राख इथियोपिया से लगभग 4,300 किमी दूर दिल्ली तक पहुंच गई। इंडिया मेट स्काई वेदर अलर्ट के अनुसार गुबार की पहली एंट्री जोधपुर–जैसलमेर क्षेत्र से हुई, जिसके बाद यह उत्तर-पूर्व दिशा में बढ़ते हुए राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली के ऊपर फैल गया। इसका हल्का असर गुजरात के हिस्सों पर भी हो सकता है।
रात में पंजाब, पश्चिमी यूपी के पहाड़ी इलाकों और हिमाचल पर भी इसके प्रभाव की आशंका जताई गई है। कई एयरलाइंस ने एहतियात के तौर पर कुछ उड़ानें रद्द कर दी हैं।

आम लोगों पर असर कम, लेकिन हल्की राख गिरने की संभावना

एक्सपर्ट्स का कहना है कि राख का स्तर काफी ऊंचाई पर है, इसलिए आम जनता पर इसका सीधा खतरा बहुत कम है। हालांकि कुछ जगहों पर हल्की राख गिरने की संभावना बनी हुई है।
IMD के अनुसार राख का यह गुबार मंगलवार शाम 7:30 बजे तक भारत से हटकर चीन की ओर बढ़ जाएगा।

ज्वालामुखी का कोई रिकॉर्ड नहीं—इतना पुराना था कि इतिहास भी खामोश

हेली गुब्बी ज्वालामुखी बेहद पुराना और शांत माना जाता था। इसके किसी पहले विस्फोट का दर्ज रिकॉर्ड मौजूद नहीं है। हालांकि इस घटना से किसी तरह की जनहानि की खबर नहीं है।
यमन और ओमान की सरकारों ने नागरिकों—विशेषकर सांस की समस्याओं वाले लोगों—को सावधानी बरतने का आग्रह किया है।

एविएशन सेक्टर में सतर्कता: इंजन को बड़ा खतरा

राख के महीन कण विमान के इंजन को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसी वजह से दिल्ली-जयपुर समेत कई रूटों पर फ्लाइट ऑपरेशन पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इंटरनेशनल एविएशन प्रोटोकॉल्स के तहत सभी एयरलाइंस रूट बदलने और ऊंचाई समायोजन जैसे कदम उठा रही हैं।

अकासा एयर का बयान

अकासा एयर ने भी X पर लिखा—
“हम हेली गुब्बी ज्वालामुखी की गतिविधि पर नजर रख रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सलाह के आधार पर सभी जरूरी कदम उठाएंगे। यात्रियों की सुरक्षा और भलाई हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”

कस्टडी से तांत्रिक- दुष्कर्म आरोपी फरार; SSP ने 3 आरक्षक लाइन अटैच किए, पुलिस की बड़ी चूक उजागर

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 जामुल। जामुल थाना क्षेत्र में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। तांत्रिक और दुष्कर्म का आरोपी हेमंत अग्रवाल 21 नवंबर को पुलिस कस्टडी से फरार हो गया। आरोपी पर अपहरण, मारपीट और रेप जैसे गंभीर आरोप पहले से दर्ज हैं। कस्टडी से उसके फरार होने के बाद पूरे क्षेत्र में सवाल उठने लगे हैं।


थाने में नहीं दर्ज हुई रोजनामचा प्रविष्टि

जामुल पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के बाद उसे भिलाई–3 थाने में सुपुर्द किया था। लेकिन यहां सबसे बड़ी चूक यह रही कि

  • स्थानीय स्टाफ को इसकी विधिवत सूचना नहीं दी गई,
  • रोजनामचा में आरोपी की एंट्री तक दर्ज नहीं की गई,
  • आरोपी को थाने के बाहर ही बैठा देने की गंभीर लापरवाही हुई।

इसी दौरान वह मौका पाकर तीन आरक्षकों को चकमा देकर फरार हो गया।

दो दिनों की पीछा–पकड़ के बाद हाथ आया था आरोपी

आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस ने दो दिनों तक बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा और रायपुर में तलाश की थी। जामुल पुलिस के हाथों गिरफ्त में आने के बाद हुई यह चूक पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े कर रही है।

SSP की कार्रवाई—तीन आरक्षक लाइन अटैच

एसएसपी विजय अग्रवाल ने मामले को गंभीर लापरवाही मानते हुए

  • एक प्रधान आरक्षक
  • और दो आरक्षकों
    को तुरंत लाइन अटैच कर दिया। प्राथमिक जांच में तीनों की गलती स्पष्ट पाई गई।

आरोपी पर गंभीर धाराएँ

हेमंत अग्रवाल पर भिलाई कुरुद की एक युवती का

  • अपहरण,
  • मारपीट,
  • दुष्कर्म

का मामला दर्ज है। 19 नवंबर को आरोपी युवती को जबरन साथ ले गया था। पुलिस ने लगातार दो दिनों की तलाश के बाद आरोपी व युवती को बरामद किया था। युवती के न्यायालय में बयान दर्ज होने के बाद आरोपी पर और भी कड़ी धाराएँ लगाई गई थीं।

लेकिन इतने गंभीर अपराध के आरोपी का कस्टडी से फरार होना पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर प्रश्न खड़ा करता है।

सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के बाद शिक्षा विभाग ने स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा हेतु जारी किए कड़े निर्देश

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स्कूलों में बच्चों को आवारा कुत्तों से बचाने के लिए शिक्षा विभाग की नई व्यवस्था लागू

रायपुर- माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा Suo Moto Writ Petition (Civil) No. 05/2025 में दिए गए स्पष्ट दिशा-निर्देशों के अनुपालन में तथा छत्तीसगढ़ शासन, पशुधन विकास विभाग, मंत्रालय नवा रायपुर के पत्र क्रमांक E-166671 & 153108/LAW-42/1802/2025/1724 दिनांक 13.11.2025 के आधार पर शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के सभी स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए  आदेश जारी किया गया है। 

शिक्षा विभाग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, अब राज्य के प्रत्येक स्कूल के प्राचार्य या संस्था प्रमुख को नोडल अधिकारी के रूप में नामित किया गया है। नोडल अधिकारी की यह जिम्मेदारी होगी कि स्कूल परिसर या आसपास यदि आवारा कुत्ते दिखाई दें, तो उसकी जानकारी तुरंत संबंधित ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत या नगर निगम के डॉग क्रैचर नोडल अधिकारी को दें। साथ ही स्कूल परिसर में कुत्तों का प्रवेश रोकने के लिए आवश्यक अवरोधक उपाय सुनिश्चित करें। यदि किसी बच्चे के साथ आवारा कुत्ते द्वारा काटे जाने की घटना होती है, तो बच्चे को तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाने की जिम्मेदारी स्कूल प्रशासन की होगी, ताकि आवश्यक प्राथमिक इलाज समय पर उपलब्ध कराया जा सके।

शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि इन निर्देशों का उद्देश्य प्रदेश के सभी स्कूलों में बच्चों के लिए सुरक्षित, भय-मुक्त और अनुकूल वातावरण सुनिश्चित करना है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुरूप तथा पशुधन विकास विभाग के मार्गदर्शन में यह अभियान पूरे प्रदेश में तेजी और संवेदनशीलता के साथ लागू किया जा रहा है।

शिक्षा विभाग ने सभी जिलों के अधिकारियों, बीईओ, बीआरसी, सीआरसी तथा स्कूल प्रबंधन समितियों से अपेक्षा की है कि वे इन दिशा-निर्देशों का कठोरतापूर्वक पालन सुनिश्चित करें और बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें।

अयोध्या में आज पीएम मोदी करेंगे ध्वजारोहण, शहर किले में तब्दील, 6970 सुरक्षा कर्मी तैनात

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 अयोध्या। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मंगलवार को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर पहुंचकर मंदिर के शिखर पर भगवा ध्वज फहराएंगे। समारोह के लिए पूरी अयोध्या को अभेद्य सुरक्षा घेरा में बदल दिया गया है। एटीएस, एनएसजी, साइबर यूनिट, एंटी-ड्रोन सिस्टम से लेकर स्नाइपर तक सभी विशेष टीमें तैनात की गई हैं।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को ही अयोध्या पहुंचकर तैयारियों का निरीक्षण कर चुके हैं।

पीएम मोदी का कार्यक्रम

सुबह 10 बजे: सप्तमंदिर दर्शन – महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वाल्मीकि, देवी अहिल्या, निषादराज गुहा और माता शबरी मंदिर।

  • सुबह 11 बजे: माता अन्नपूर्णा मंदिर दर्शन।
  • गर्भगृह में राम दरबार दर्शन-पूजन।
  • दोपहर 12 बजे: श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण।

ध्वजारोहण विवाह पंचमी के अभिजीत मुहूर्त में होगा। 10 फीट ऊंचा और 20 फीट लंबा त्रिकोणीय भगवा ध्वज फहराया जाएगा, जिस पर भगवान श्रीराम की वीरता का प्रतीक सूर्य की आकृति, कोविदारा पेड़ और ‘ॐ’ अंकित है।

मंदिर परिसर की विशेषताएँ

शिखर उत्तर भारतीय नागर शैली में निर्मित।

  • मंदिर परिसर का 800 मीटर परकोटा दक्षिण भारतीय वास्तुकला का उदाहरण।
  • बाहरी दीवारों पर 87 रामायण प्रसंगों की पत्थर नक्काशी।
  • परकोटा पर 79 सांस्कृतिक प्रसंगों की कांस्य ढालें।

अयोध्या छावनी में तब्दील

ध्वजारोहण को लेकर अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।

मानव संसाधन तैनाती

  • 14 एसपी
  • 30 एएसपी
  • 90 डीएसपी
  • 242 इंस्पेक्टर (पुरुष)
  • 1060 उप निरीक्षक
  • 80 महिला उप निरीक्षक
  • 3090 पुरुष हेड कांस्टेबल
  • 448 महिला हेड कांस्टेबल
  • कुल नागरिक पुलिस: 5784
  • यातायात पुलिस: 1186

  •  कुल तैनात सुरक्षा कर्मी: 6970

ट्रैफिक एवं स्पेशल यूनिट तैनाती

  • 16 ट्रैफिक इंस्पेक्टर, 130 ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर, 820 जवान
  • एटीएस कमांडो: 2 टीमें
  • एनएसजी स्नाइपर: 2 टीमें
  • एंटी-ड्रोन यूनिट: 1 टीम
  • साइबर कमांडो: 4
  • तकनीकी विशेषज्ञ: 90
  • स्पेशल सिक्योरिटी प्रोटोकॉल

  • बम डिटेक्शन, डॉग स्क्वॉड, हाई रिस्पॉन्स वैन
  • माइंस टीम, बीडीडीएस 9 टीमें
  • एस्कॉर्ट यूनिट, स्पॉट चेक टीम, फायर यूनिट
  • 105 DFMD, 380 HHMD, बैगेज स्कैनर
  • वाहन माउंटेड जैमर, ड्रोन विजिलेंस
  • भीड़ नियंत्रण के लिए मॉड्यूल और बैरियर
  • पूरे शहर में रूट डायवर्जन लागू है और सभी हाई-ग्राउंड पॉइंट पर स्नाइपर तैनात हैं।

धान खरीदी तिहार सुचारू और पारदर्शी, भिट्ठी कला के किसानों ने जताया विश्वास

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3100 रुपए प्रति क्विंटल मूल्य से किसानों को सीधा लाभ

रायपुर- प्रदेश में इस वर्ष धान खरीदी तिहार पूरी तरह सुगमता, पारदर्शिता और सुव्यवस्था के साथ संचालित हो रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देशन में राज्य के सभी धान उपार्जन केंद्रों में आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित किए जाने से किसानों में उत्साह और विश्वास का माहौल है।

सरगुजा जिले के ग्राम पंचायत भिट्ठी कला स्थित आदिमजाति सहकारी मर्यादित समिति मेंड्राकला में धान विक्रय करने पहुँचे किसान इस वर्ष की खरीदी व्यवस्था से पूरी तरह संतुष्ट दिखाई दिए। किसानों ने बताया कि खरीदी प्रक्रिया पहले की तुलना में अधिक सुचारू, सुविधाजनक और पारदर्शी है।

किसान बनकेश्वर राम ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार द्वारा निर्धारित 3100 रुपये प्रति क्विंटल धान मूल्य से किसानों को सीधा आर्थिक लाभ हो रहा है। उन्होंने बताया कि उपार्जन केंद्र में तुलाई, नमी परीक्षण और अन्य प्रक्रियाएँ बिना किसी कठिनाई के पूरी हुईं, जिससे खरीदी का अनुभव सहज रहा।

उपार्जन केंद्र में उपलब्ध सुव्यवस्थित व्यवस्था देखकर किसान बनकेश्वर राम ने राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि शासन की किसान हितैषी योजनाएँ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान कर रही हैं।

जिला प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों—बारदाना उपलब्धता, पारदर्शी तुलाई, त्वरित भुगतान प्रणाली और लगातार निगरानी—ने किसानों के बीच प्रक्रिया के प्रति विश्वास को और अधिक मजबूत किया है।

साई की शताब्दी — प्रेम, सेवा और मानवता का भव्य उत्सव

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आरंग- रविवार को अटल नगर नया रायपुर स्थित सत्य साई संजीवनी सेंटर्स फ़ॉर चाइल्ड हार्ट केयर में सत्य साई बाबा की 100वीं जयंती उत्सव का आयोजन  को बहुत ही श्रद्धा, उत्साह और भव्यता के साथ मनाया गया।कार्यक्रम के विशेष अतिथि के रूप में माननीय विधानसभा अध्यक्ष   एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अपनी उपस्थिति से समारोह की शोभा बढ़ाई। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि श्री सत्य साई संजीवनी अस्पताल द्वारा निःशुल्क बाल हृदय उपचार हेतु किया जा रहा कार्य मानव सेवा का सर्वोच्च उदाहरण है। समाज को इससे प्रेरणा लेनी चाहिए।

कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः 5 बजे ओंकारम सुप्रभातम और नगर संकीर्तन से हुआ। इसके बाद रथ उत्सव, पूजा, भजन और गिफ्ट ऑफ लाइफ कार्यक्रम के माध्यम से बाल रोगियों एवं उनके परिजनों को सम्मानित किया गया।

इसके पश्चात मुख्य अतिथि द्वारा केक कटिंग सेरेमनी और आरती संपन्न कराई गई। दोपहर में नारायण सेवा व ग्राम सेवा के अंतर्गत प्रसाद वितरण के साथ सामाजिक कार्यों का विस्तार किया गया।

शाम को भजन, यूनिवर्सल प्रेयर तथा दीप उत्सव, साउंड-लाइट एवं आतिशबाज़ी प्रदर्शन ने पूरे वातावरण को आध्यात्मिकता और आनंद से भर दिया।

पूरे कार्यक्रम में आए सभी भक्तों, रोगियों के परिवारों एवं गणमान्य नागरिकों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की।

आयोजन समिति ने इस अविस्मरणीय दिवस के सफल संचालन पर आनंद व्यक्त किया और भविष्य में भी सेवा कार्यों को निरंतर जारी रखने का संकल्प लिया।

अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ पेवेलियन का किया अवलोकन

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हस्तशिल्प, वन-उत्पाद और पारंपरिक कला ने खींचा देश-विदेश के खरीदारों का ध्यान

रायपुर- भारत मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में आज छत्तीसगढ़ पेवेलियन आकर्षण का केंद्र बना रहा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ के पेवेलियन का भ्रमण कर विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन किया। उन्होंने  पेवेलियन में प्रदर्शित उत्पादों और नवाचारों की प्रशंसा करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ वैश्विक व्यापार मंचों पर लगातार अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहा है।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की पारंपरिक कला, हस्तशिल्प, वनोपज आधारित उत्पाद और पारंपरिक कला वैश्विक बाजार में अपनी विशेष पहचान बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि “देश-विदेश के खरीदारों के बीच छत्तीसगढ़ी उत्पादों की बढ़ती मांग स्थानीय अर्थव्यवस्था की मजबूती और हमारे कारीगरों के सम्मान को नई दिशा दे रही है। यह ‘आत्मनिर्भर छत्तीसगढ़’ के हमारे संकल्प की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।”

उन्होंने पवेलियन में प्रदर्शित कोसा सिल्क, धातु-शिल्प, ढोकरा कला, प्राकृतिक वन-आधारित उत्पाद, मिलेट-आधारित फूड प्रोडक्ट्स और सूक्ष्म उद्यमों के अभिनव मॉडल की सराहना की। 

मुख्यमंत्री ने पेवेलियन में बस्तर की समृद्ध विरासत और कलाकृतियों के प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने डिजिटल टीवी पर प्रसारित डॉक्यूमेंट्री ‘बदलता बस्तर (आमचो बस्तर)’  का अवलोकन करते हुए कहा कि डॉक्यूमेंट्री में आज का नया बस्तर स्पष्ट दिखाई देता है। बस्तर बदल चुका है, और यह डॉक्यूमेंट्री उसी परिवर्तन का जीवंत अवलोकन कराती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य  सरकार जनजातीय और ग्रामीण उत्पादों को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुँचाने के लिए विभिन्न योजनाओं और संस्थागत समर्थन को निरंतर मजबूत कर रही है।

इस अवसर पर उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन, लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल, कमलेश जांगड़े एवं अन्य जनप्रतिनिधि तथा अधिकारी उपस्थित थे।

आरंग की मिट्टी की खुशबू,देश में फैला रहें है शिक्षा का उजियारा

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परिस्थितियों से बड़ी ताकत, संकल्प की होती है मुरली 

थिंक आईएएस से 22 छात्रों का हुआ सीजी पीएससी में चयन 

आरंग- महानदानी मोरध्वज नगरी आरंग का नाम अब शिक्षा के क्षेत्र में भी एक अलग पहचान बना रहा है। आरंग नगर के लाल थिंक आईएएस कोचिंग के संस्थापक मुरली मनोहर देवांगन, आरंग के साधारण कृषक परिवार में जन्मे, आज देश के युवाओं के मार्गदर्शक के रूप में जानें पहचाने जाते हैं। उन्होंने शिक्षा के प्रकाश पुंज से देश के साथ-साथ अपनी मातृभूमि का नाम भी रोशन कर रहे हैं।

साधारण कृषक परिवार में जन्मे मुरलीमनोहर ने सीमित संसाधनों के बीच बड़े सपने देखे। पिता किसान और बड़े भाई नेवी अधिकारी तथा सहायक प्राध्यापक होने के कारण अनुशासन, परिश्रम और साहस उन्हें बचपन से ही संस्कार में मिला। स्थानीय शासकीय विद्यालय से शिक्षा शुरू कर देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में उच्च शिक्षा प्राप्त करना उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रमाण तथा उनके परिवार के विश्वास ही था। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ और यूपीएससी की कोचिंग देना शुरू किया। आज उनके द्वारा मार्गदर्शित 150 से अधिक छात्र-छात्राएं देश के अलग अलग राज्यों में प्रशासनिक सेवाओं में कार्यरत हैं। इस वर्ष भी उनके संस्थान से 22 छात्रों का चयन सीजी पीएससी में प्रशासनिक अधिकारी के पद पर चयन हुआ है, जिनमें कुछ छात्रों ने तो दूसरे और चौथे रैंक जैसे उच्च स्थान हासिल किए हैं।

मुरली ने शिक्षा के क्षेत्र में अपने योगदान से बस्तर और दूरस्थ आदिवासी क्षेत्रों में “नन्हें कदम” अभियान चलाया, जिससे अनेक आदिवासी युवा भी ने प्रशासनिक परीक्षाओं के प्रति उन्मुख होकर परीक्षा में शामिल हुए।

वे विजन 2047, जनजातीय नीति, नक्सल सरेंडर पॉलिसी, और सीजी पीएससी सुधार समिति में राज्य सरकार के साथ विभिन्न क्षेत्र में भी उल्लेखनीय योगदान दे रहें हैं।वह एक प्रख्यात शिक्षाविद् , वक्ता और युवाओं के रोल माडल रूप में भी अपनी खास पहचान बना रहे हैं।

अब तक वह सैकड़ों कैरियर गाइडेंस कार्यक्रमों में मुख्य वक्ता रहकर लोगों को उच्च शिक्षा व प्रशासनिक पदों के लिए प्रेरित कर चुके हैं।साथ ही चर्चित स्वयंसेवी सामाजिक संस्था पीपला वेलफेयर फाउंडेशन  में भी मार्गदर्शक सदस्य की भूमिका निभा कर आरंग क्षेत्र में भी जगह जगह कैरियर गाइडेंस कार्यक्रम के माध्यम से शिक्षा का अलख जगा रहे हैं। वहीं उनके शिक्षा के प्रति समर्पण और उपलब्धियों के लिए फाउंडेशन के सदस्यों ने हर्ष व्यक्त करते हुए सोसल मीडिया में बधाई दे रहे हैं।

उनका कहना है:

"शिक्षा केवल ज्ञान का माध्यम नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र निर्माण की सबसे मजबूत नींव है।" और परिस्थितियों से बड़ी ताकत, संकल्प की होती है।आज वे छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए प्रेरणा, मार्गदर्शक और एक सच्चे नेशन बिल्डर के रूप में उभरकर सामने आए हैं।

वहीं आरंग के लिए बेहतर और स्वर्णिम भविष्य हेतु सदैव तत्परता एवं समर्पण उनके मातृप्रेम को दर्शाता है।

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