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Sai Cabinet Meeting : 23 जनवरी से पुलिस कमिश्नर सिस्टम, विष्णुदेव कैबिनेट ने लगाई मुहर

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 रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित कैबिनेट की बैठक में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. ..


1. मंत्रिपरिषद की बैठक में तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों से 5500 रुपये प्रति मानक बोरा की दर से तेंदूपत्ता खरीदने के लिए वर्ष 2026 हेतु ऋण लेने के लिए राज्य शासन की गारंटी देने की अनुमति दी गई।


2. मंत्रिपरिषद ने कोदो, कुटकी और रागी की खरीद, प्रसंस्करण और बिक्री के लिए छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ को कार्यशील पूंजी प्रदाय किये जाने की अनुमति दी गई।

3. मंत्रिपरिषद ने छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ को अराष्ट्रीयकृत लघु वनोपज के क्रय, भंडारण, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन और विपणन के लिए एक बार के लिए 30 करोड़ रुपये का ब्याज मुक्त ऋण देने का निर्णय लिया है।

4. मंत्रिपरिषद ने छत्तीसगढ़ राज्य अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम द्वारा राज्य शासन की प्रत्याभूति (गारंटी) पर लिए गए ऋणों के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लिया। इसके अंतर्गत राज्य शासन द्वारा 55.69 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान कर पांच राष्ट्रीय निगमों से लिए गए ऋणों की पूर्ण राशि वापस करने का अनुमोदन किया गया। ये राष्ट्रीय निगम हैं- राष्ट्रीय अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति वित्त एवं विकास निगम, पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम, अल्पसंख्यक वित्त एवं विकास निगम और दिव्यांग वित्त एवं विकास निगम।

वर्तमान में इन ऋणों पर राज्य शासन द्वारा प्रतिवर्ष लगभग 2.40 करोड़ रुपये ब्याज का भुगतान किया जा रहा है। ऋण की पूरी अदायगी होने पर यह ब्याज व्यय पूरी तरह समाप्त हो जाएगा। साथ ही राष्ट्रीय निगमों से एनओसी (अदेय प्रमाण पत्र) प्राप्त होने पर शासन की ओर से दी गई 229.91 करोड़ रुपये की लंबित गारंटी देनदारी भी समाप्त हो जाएगी। इस निर्णय से राज्य शासन पर वित्तीय बोझ कम होगा और भविष्य में होने वाले अनावश्यक व्यय से बचत सुनिश्चित होगी।

5. मंत्रिपरिषद ने निर्णय लिया है कि - उसना मिलिंग पर प्रोत्साहन राशि 20 रू. प्रति क्विंटल से बढ़ाकर की गई 40 रू. प्रति क्विंटल सभी मिलरों के लिए प्रोत्साहन राशि की पात्रता हेतु अब न्यूनतम 03 माह की जगह न्यूनतम 02 माह की मिलिंग करनी होगी

6. मंत्रिपरिषद ने औद्योगिक विकास नीति 2024-30 में संशोधन का निर्णय लिया। इससे नीति के सफल क्रियान्वयन के लिए प्रचार-प्रसार, विशेषज्ञों की नियुक्ति और सेवा गतिविधि प्रमाणपत्र जारी करने के संबंध में विसंगतियां दूर होंगी। इन संशोधनों से राज्य में निवेश की गुणवत्ता बढ़ेगी, स्थायी रोजगार सृजन होगा और औद्योगिक विकास को गति मिलेगी।

7. मंत्रिपरिषद ने राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में 20 जनवरी से 5 फरवरी तक आयोजित 9वें ऑटो एक्सपो के दौरान बिकने वाले वाहनों पर लाइफ टाइम रोड टैक्स में 50 प्रतिशत छूट प्रदान करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। यह छूट एक्सपो में वाहन बिक्री के बाद पंजीकरण के समय लागू होगी, जिससे मोटरयान कर में एकमुश्त 50 प्रतिशत की राहत मिलेगी। पूरे प्रदेश के वाहन विक्रेताओं को इसका लाभ मिलेगा, इस संबंध में निर्देशित किया गया है।

8. मंत्रिपरिषद द्वारा प्रदेश में कस्टम मिलिंग के लिए धान उपार्जन एवं परिवहन से संबंधित गतिविधियों के लिए राइस मिलर्स द्वारा दी जाने वाली बैंक गारंटी पर देय स्टाम्प शुल्क को 0.25 से घटाकर 0.05 प्रतिशत करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है।

9. मंत्रिपरिषद द्वारा पुलिस मुख्यालय छत्तीसगढ़ नवा रायपुर अटल नगर में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी का एक नवीन पद वेतन मेट्रिक्स लेवल-14 एक वर्ष की अवधि के लिए स्थायी रूप से निर्मित किए जाने की स्वीकृति प्रदान की गई है।

10. मंत्रिपरिषद द्वारा रायपुर महानगरीय पुलिस जिला में पुलिस आयुक्त प्रणाली को 23 जनवरी से लागू किए जाने के संबंध में निर्णय लिया गया है।

 

 

दोस्ती के नाम पर दरिंदगी: प्रेग्नेंट महिला का पेट चीरकर बच्चा चुराने की कोशिश

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 आज जहां लोग सच्ची दोस्ती की मिसाल देते हैं, वहीं अमेरिका से एक ऐसी घटना सामने आई जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया। यहां एक महिला ने अपनी ही गर्भवती दोस्त के साथ वह दरिंदगी की, जिसकी कल्पना सिर्फ फिल्मों में ही की जा सकती है।


पीड़िता टेका एडम्स (Teka Adams) की मुलाकात वेरोनिका डेरामस (Veronica Deramous) से 2009 में एक शेल्टर होम में हुई थी। कुछ ही घंटों में दोनों के बीच दोस्ती हो गई, लेकिन टेका को क्या पता — जिस शख्स पर उसने भरोसा किया, वही उसके अजन्मे बच्चे की दुश्मन है।

पेट चीरकर बच्चा चुराने की कोशिश

एक रिपोर्ट के अनुसार, वेरोनिका टेका को बहला-फुसलाकर अपने घर ले गई। वहां पहुंचते ही उसने उस पर हमला कर दिया। उसका मकसद टेका का पेट चीरकर बच्चा चुराना था। उसने बॉक्स कटर से टेका के पेट पर वार किए जिससे उसकी आंतें तक बाहर आ गईं।

मां की हिम्मत ने बचाई जान

अत्यधिक पीड़ा के बावजूद, अजन्मे बच्चे को बचाने के लिए टेका ने चमत्कारिक हिम्मत दिखाई। वह अपनी आंतों को संभालते हुए घर से भागी और मदद मिलने तक लगातार दौड़ती रही।
6 दिसंबर 2009 को उसने एक बच्ची को जन्म दिया — जिसका नाम रखा गया मिरेकल (Miracle)।

टेका ने कोर्ट में कहा —

“अगर मैं एक मिनट भी और रुक जाती, तो हम दोनों जिंदा नहीं बचते।”

कोर्ट में झूठी कहानी पर भी नहीं बच सकी आरोपी

वेरोनिका ने बचने के लिए झूठ गढ़े —
कभी कहा कि टेका 5,000 डॉलर में बच्चा बेचना चाहती थी,
तो कभी दावा किया कि उसे नशे में कुछ याद नहीं।

कोर्ट ने उसके सारे दावे झूठे मानकर सिरे से खारिज कर दिए।

न्याय की जीत

जज सी. फिलिप निकोल्स जूनियर ने उसे First-Degree Assault के लिए 25 साल की सजा और

तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास पर RSS प्रमुख मोहन भागवत, हिंदू सम्मेलन, युवा संवाद और सामाजिक सद्भावना बैठक में शामिल होंगे

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 रायपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत मंगलवार रात तीन दिवसीय प्रवास पर छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे। रायपुर एवं आस-पास के क्षेत्रों में आयोजित कार्यक्रमों में वे संघ की विचारधारा, सामाजिक समरसता और युवाओं की भूमिका पर अपने विचार साझा करेंगे।


31 दिसंबर : अभनपुर में विशाल हिंदू सम्मेलन

रायपुर जिले के अभनपुर के सोनपैरी गांव स्थित असंग देव कबीर आश्रम में 31 दिसंबर को भव्य हिंदू सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।

  • मुख्य वक्ता : डॉ. मोहन भागवत
  • मुख्य अतिथि : राष्ट्रीय संत गुरुदेव असंग
  • समय : प्रातः 9 बजे से
  • अवधि : लगभग 3 घंटे
  • संभावित उपस्थिति : करीब 30 हजार लोग
  • व्यवस्था : 10 एकड़ में विशाल डोम

आयोजकों के अनुसार प्रदेशभर से हिंदू समाज के प्रतिनिधि सम्मेलन में शामिल होंगे।

एम्स रायपुर में युवा संवाद

इसी दिन सुबह 9 से 12 बजे तक एम्स रायपुर में स्नातक व पेशेवर युवाओं का संवाद कार्यक्रम आयोजित होगा।
डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, सीए, व्यापारी आदि करीब 2,000 युवा इसमें भाग लेंगे।
यह कार्यक्रम जनवरी में प्रदेशभर में प्रस्तावित युवा सम्मेलनों की श्रृंखला का प्रारंभिक आयोजन माना जा रहा है।

1 जनवरी : सामाजिक सद्भावना बैठक

नए साल के पहले दिन 1 जनवरी को राम मंदिर परिसर में सामाजिक सद्भावना बैठक होगी।

समय : सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक

प्रतिभागी : विभिन्न समाजों के प्रदेश प्रमुख
बैठक में आपसी सहयोग, सामाजिक समरसता और समाज के तात्कालिक मुद्दों पर विचार-विमर्श होगा, ताकि सामाजिक एकता और सौहार्द को मजबूत किया जा सके।

छत्तीसगढ़ शराब घोटाला : ईडी ने 2883 करोड़ रुपये के घोटाले का किया खुलासा, 382.82 करोड़ की संपत्तियां अटैच

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 रायपुर। छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ा खुलासा किया है। ईडी ने 26 दिसंबर 2025 को मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक अधिनियम (PMLA, 2002) के तहत एक और सप्लीमेंट्री प्रॉसिक्यूशन कंप्लेंट दाखिल की है। जांच में घोटाले की राशि 2883 करोड़ रुपये बताई गई है।


ईडी के अनुसार, पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और चैतन्य बघेल इस घोटाले के राजनीतिक नेतृत्वकर्ता (Political Executive) रहे। वहीं मुख्यमंत्री कार्यालय में पदस्थ रही सौम्या चौरसिया को पूरे सिंडिकेट का मुख्य कॉर्डिनेटर बताया गया है।

382.82 करोड़ की संपत्तियां अटैच

ईडी ने इस मामले में कुल 382.82 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्तियां अस्थायी रूप से अटैच की हैं। इसमें रायपुर स्थित होटल वेलिंगटन कोर्ट सहित ढेबर एवं बघेल परिवार की 1000 से अधिक प्रॉपर्टीज शामिल हैं।

जांच में सामने आया है कि एक संगठित आपराधिक सिंडिकेट ने निजी लाभ के लिए प्रदेश की शराब नीति को हाईजैक कर लिया था।

ऐसे रची गई थी अवैध कमाई की साजिश

ईडी रिपोर्ट के अनुसार सिंडिकेट द्वारा प्रमुख रूप से चार तरीके अपनाए गए —

  • शराब नीति में हेरफेर
  • बिना हिसाब की शराब बिक्री
  • कार्टेल कमीशन वसूली
  • नए लाइसेंस सिस्टम के जरिए उगाही

इन तरीकों से सरकारी खजाने को भारी नुकसान पहुंचाकर मनमाफिक लाभ अर्जित किया गया।

सिंडिकेट का संचालन और आरोपी

ईडी ने बताया कि इस पूरे नेटवर्क का नेतृत्व अनवर ढेबर और अरविंद सिंह कर रहे थे।

कारोबारी सिद्धार्थ सिंघानिया द्वारा कैश कलेक्शन का काम संभाला गया

विधु गुप्ता द्वारा डुप्लिकेट होलोग्राम सप्लाई की गई

डिस्टिलरी कंपनियों को भी आरोपी बनाया गया है, जिनमें —
छत्तीसगढ़ डिस्टिलरीज लिमिटेड, भाटिया वाइन मर्चेंट्स, वेलकम डिस्टिलरीज — शामिल हैं।

चार्जशीट में कुल 81 आरोपी

ईडी की चार्जशीट में कुल 81 आरोपियों के नाम शामिल हैं, जिनमें —

  • अनिल टुटेजा, पूर्व संयुक्त सचिव (सेवानिवृत्त IAS)
  • निरंजन दास, तत्कालीन आबकारी आयुक्त (IAS)

अरुण पति त्रिपाठी, CSMCL प्रबंध निदेशक — अवैध वसूली बढ़ाने के लिए जिम्मेदार

क्षेत्रीय आबकारी अधिकारियों सहित 30 अधिकारी, जो निश्चित प्रति केस कमीशन पर बेहिसाब शराब बिक्री की सुविधा देते रहे।

WAVES 2025: भारत के मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र को नई ऊँचाइयाँ

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नई दिल्ली-वर्ष 2025 में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भारत के मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण पहलें कीं। इनमें सबसे प्रमुख रहा WAVES 2025 – वर्ल्ड ऑडियो विज़ुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने WAVES को केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि “संस्कृति, रचनात्मकता और वैश्विक जुड़ाव की एक लहर” बताया। उन्होंने दुनियाभर के क्रिएटर्स से “बड़े सपने देखने और अपनी कहानी दुनिया को बताने” का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने “Create in India, Create for the World” के भारत के विज़न को रेखांकित करते हुए वैश्विक निवेशकों और युवाओं को भारत के रचनात्मक इकोसिस्टम से जुड़ने का निमंत्रण दिया।

WAVES 2025 में 90 से अधिक देशों की भागीदारी देखने को मिली। समिट में

  • 10,000 से अधिक प्रतिनिधि

  • 1,000 से अधिक क्रिएटर्स

  • 300 से अधिक कंपनियाँ

  • 350 से अधिक स्टार्टअप्स

  • लगभग 1 लाख का कुल फुटफॉल

दर्ज किया गया। यह आयोजन ब्रॉडकास्टिंग, इंफोटेनमेंट, AVGC-XR, फिल्म और डिजिटल मीडिया जैसे विविध क्षेत्रों तक विस्तृत रहा।

WAVES के तीन भविष्यपरक स्तंभ

1. क्रिएटोस्पीयर (CreatoSphere) और Create in India चैलेंज (CIC)

क्रिएटोस्पीयर (CreatoSphere) एक अभिनव और इमर्सिव प्लेटफॉर्म है, जो फिल्म, VFX, VR, एनीमेशन, गेमिंग, कॉमिक्स, म्यूज़िक, ब्रॉडकास्टिंग और डिजिटल मीडिया जैसे क्षेत्रों में विचारों को अनुभव में बदलने का अवसर देता है। यह भारत और विदेश के प्रमुख रचनात्मक दिमागों को संवाद, नवाचार और वैश्विक मंच प्रदान करता है।

CIC सीज़न-I “भारत का सबसे बड़ा क्रिएटिव टैलेंट मूवमेंट” बनकर उभरा।

  • 33 श्रेणियाँ

  • भारत और 60+ देशों से 1 लाख से अधिक प्रविष्टियाँ

  • WAVES में 8 क्रिएटिव ज़ोन में 750+ फाइनलिस्ट

सीज़न का एक ऐतिहासिक क्षण तब आया जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने युवा क्रिएटर्स से सीधा संवाद किया और विजयी नवाचारों को देखा। WAVES क्रिएटर अवॉर्ड्स में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव द्वारा 150 से अधिक क्रिएटर्स को सम्मानित किया गया।

CIC विजेताओं ने मेलबर्न, ओसाका, टोरंटो, टोक्यो और मैड्रिड जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व किया। कई विजेताओं को वैश्विक सहयोग, प्रदर्शन और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली।

2. WaveX

WaveX का उद्देश्य 200 से अधिक स्टार्टअप्स को समर्थन देकर नवाचार और स्टार्टअप इकोसिस्टम को मज़बूत करना है।

  • 30+ स्टार्टअप्स को Microsoft, Amazon और Lumikai जैसे वैश्विक दिग्गजों के समक्ष पिचिंग का अवसर

  • लगभग 100 स्टार्टअप्स ने प्रदर्शनी के माध्यम से समाधान प्रस्तुत किए

WaveX समर्थित VYGR News और VIVA Technologies का Shark Tank India में चयन एक बड़ी उपलब्धि रहा।

KalaaSetu और BhashaSetu चुनौतियों के माध्यम से AI-आधारित टेक्स्ट-टू-वीडियो और रीयल-टाइम भाषा अनुवाद नवाचार को बढ़ावा दिया गया। 100+ स्टार्टअप्स की भागीदारी के बाद 10 स्टार्टअप्स को सरकारी मीडिया इकाइयों के साथ सहयोग का अवसर मिला।

देशभर में FTII पुणे, SRFTI कोलकाता, IICT मुंबई और IIMC परिसरों में 9 इन्क्यूबेशन सेंटर स्थापित किए गए हैं। वर्तमान में 34 स्टार्टअप्स इन्क्यूबेट हो रहे हैं।

3. WAVES बाज़ार

WAVES बाज़ार फिल्म, गेमिंग, एनीमेशन-VFX, XR-VR-AR, रेडियो-पॉडकास्ट, कॉमिक्स, वेब सीरीज़ और म्यूज़िक के लिए एक वैश्विक ई-मार्केटप्लेस है, जो “क्राफ्ट-टू-कॉमर्स” मॉडल पर कार्य करता है।

अगस्त–दिसंबर 2025 के बीच

  • 4,334 करोड़ रुपये से अधिक की संभावित व्यावसायिक चर्चाएँ

  • 10 MoU/LoI पर हस्ताक्षर

  • 9,000 से अधिक B2B बैठकें

मेलबर्न, वेनिस, टोरंटो (TIFF), टोक्यो गेम शो, कान्स-समकक्ष MIPCOM सहित 12 अंतरराष्ट्रीय और 4 घरेलू आयोजनों में सहभागिता रही।

भारतीय रचनात्मक प्रौद्योगिकी संस्थान (IICT)

सरकार ने AVGC-XR क्षेत्र के लिए मुंबई में ₹391.15 करोड़ की लागत से भारतीय रचनात्मक प्रौद्योगिकी संस्थान (IICT) की स्थापना की है।

  • 18 जुलाई 2025 को प्रथम चरण का शुभारंभ

  • अत्याधुनिक कक्षाएँ, स्टार्टअप इन्क्यूबेशन सेंटर और हाई-एंड थिएटर

  • Google, Meta, NVIDIA, Microsoft, Apple, Adobe जैसी कंपनियों के साथ MoU

  • 18 पाठ्यक्रम, 100+ छात्र, 8 स्टार्टअप्स इन्क्यूबेशन में

लाइव इवेंट इंडस्ट्री, डिजिटल पाइरेसी और अन्य उपलब्धियाँ

  • Live Events Development Cell (LEDC) की स्थापना

  • इंडिया सिने हब पर सिंगल-विंडो क्लीयरेंस सिस्टम

  • डिजिटल पाइरेसी रोकने के लिए अंतर-मंत्रालयी समिति

दूरदर्शन को 2024 लोकसभा चुनावों में मतदाता जागरूकता के लिए ECI मीडिया अवॉर्ड मिला।
कम्युनिटी रेडियो नेटवर्क 551 स्टेशनों तक पहुँचा।

IFFI 2025 और WAVES फिल्म बाज़ार

गोवा में आयोजित 56वां IFFI 2025

  • 81 देशों की 240+ फिल्में

  • भारत का पहला AI फिल्म फेस्टिवल

  • WAVES फिल्म बाज़ार में 40+ देशों के 2,500 प्रतिनिधि

CBFC में डिजिटल और समावेशी सुधार

  • e-Cinepramaan पोर्टल पर पूरी तरह डिजिटल प्रमाणन

  • मल्टीलिंगुअल सर्टिफिकेशन

  • परीक्षकों और पुनरीक्षण समितियों में 50% महिला भागीदारी

WAVES 2025 भारत को वैश्विक मीडिया और मनोरंजन शक्ति के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित हुआ है।

परीक्षा पे चर्चा 2026 के लिए पंजीकरण ने पार किया 3 करोड़ का आंकड़ा

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नई दिल्ली-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रमुख पहल ‘परीक्षा पे चर्चा (PPC)’ के लिए पंजीकरण ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। 30 दिसंबर 2025 तक छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों सहित 3 करोड़ से अधिक पंजीकरण दर्ज किए जा चुके हैं।

यह अभूतपूर्व प्रतिक्रिया कार्यक्रम की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाती है और यह साबित करती है कि परीक्षा से जुड़े तनाव और मानसिक स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर छात्रों से संवाद स्थापित करने में यह पहल कितनी सफल रही है। इतनी बड़ी भागीदारी यह भी दर्शाती है कि ‘परीक्षा पे चर्चा’ अब एक जन आंदोलन के रूप में उभर चुकी है, जो देशभर के विद्यार्थियों और शिक्षकों से गहराई से जुड़ रही है।

परीक्षा पे चर्चा 2026 के लिए ऑनलाइन पंजीकरण 1 दिसंबर 2025 से MyGov पोर्टल पर शुरू किए गए थे। शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित किया जाने वाला यह कार्यक्रम अब सीखने, संवाद और सकारात्मक सोच का एक प्रतीक्षित उत्सव बन चुका है, जो छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को एक साझा मंच पर लाता है।

परीक्षा पे चर्चा 2026 में भाग लेने के लिए यहां पंजीकरण करें:

प्रधानमंत्री मोदी ने अर्जुन एरिगैसी को FIDE विश्व ब्लिट्ज़ शतरंज चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने पर दी बधाई

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नई दिल्ली-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भारतीय शतरंज ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगैसी को कतर की राजधानी दोहा में आयोजित FIDE विश्व ब्लिट्ज़ शतरंज चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने पर हार्दिक बधाई दी। इससे पहले अर्जुन ने FIDE विश्व रैपिड शतरंज चैंपियनशिप में भी कांस्य पदक हासिल किया था। उनकी इस शानदार उपलब्धि ने अंतरराष्ट्रीय शतरंज मंच पर भारत का नाम और ऊँचा किया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स (X) पर अपने संदेश में कहा:

“भारत शतरंज में निरंतर प्रगति कर रहा है।

दोहा में आयोजित FIDE विश्व ब्लिट्ज़ शतरंज चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने पर अर्जुन एरिगैसी को बधाई। हाल ही में उन्होंने FIDE विश्व रैपिड शतरंज चैंपियनशिप में भी कांस्य पदक जीता है। उनकी प्रतिभा, धैर्य और जुनून प्रशंसनीय हैं। उनकी यह सफलता देश के युवाओं को प्रेरित करती रहेगी। उन्हें मेरी शुभकामनाएँ।

अर्जुन एरिगैसी की यह दोहरी सफलता भारतीय शतरंज के स्वर्णिम भविष्य की ओर एक और महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ‘जशक्राफ्ट’ एवं जशपुर की जनजातीय मातृशक्ति के कौशल की सराहना की

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रायपुर। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुमला (झारखंड) में आयोजित अंतर्राज्यीय जन-सांस्कृतिक समागम ‘कार्तिक जतरा’ कार्यक्रम में जशपुर जिले की स्व-सहायता समूहों से जुड़ी जनजातीय महिलाओं के कार्यों, कौशल और आत्मनिर्भरता की प्रशंसा की। उन्होंने विशेष रूप से ‘जशक्राफ्ट’ से जुड़ी बहनों के प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके द्वारा तैयार किए जा रहे आभूषण एवं पर्यावरण-अनुकूल उत्पाद महिला सशक्तिकरण के सशक्त उदाहरण हैं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने जशपुर वनमंडल अंतर्गत वन प्रबंधन समिति शब्दमुंडा, ग्राम कोटानपानी के स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों को जनजातीय सृजनशीलता, आत्मनिर्भरता और सांस्कृतिक संरक्षण का प्रेरक प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के प्रयास न केवल आजीविका के साधन बढ़ाते हैं, बल्कि परंपरागत कला और हस्तशिल्प को नई पहचान भी दिलाते हैं।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि जशपुर की जनजातीय मातृशक्ति, विशेषकर ‘जशक्राफ्ट’ से जुड़ी बहनों के कौशल और स्वावलंबन की प्रशंसा पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का विषय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम कोटानपानी की स्व-सहायता समूह की बहनों द्वारा तैयार आभूषण एवं पर्यावरण-अनुकूल उत्पाद हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और महिलाओं की मेहनत व सृजनात्मकता के जीवंत प्रतीक हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति का यह स्नेहपूर्ण आशीर्वाद और प्रोत्साहन जनजातीय मातृशक्ति के आत्मविश्वास, आत्मनिर्भर भारत के संकल्प तथा “वोकल फॉर लोकल” की भावना को और अधिक सशक्त करेगा। उन्होंने जशपुर की समस्त जनजातीय बहनों की ओर से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम के दौरान जनजातीय हस्तशिल्प, पारंपरिक लोककला तथा स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की प्रदर्शनी भी आकर्षण का केंद्र रही। छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधि दल ने जशपुर जिले की विशिष्ट शिल्प परंपरा और स्थानीय उत्पादों का प्रदर्शन कर जनजातीय सशक्तिकरण का सशक्त संदेश दिया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि युवाओं और आने वाली पीढ़ियों को जनजातीय समुदायों की परंपराओं से जोड़ना अत्यंत आवश्यक है। अपनी जनजातीय विरासत और पहचान को सुरक्षित रखते हुए हमारे युवाओं को आधुनिक विकास के मार्ग पर तेजी से आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जनजातीय समुदाय के सभी सदस्य अपनी धरोहर को संजोए रखते हुए प्रगति के पथ पर निरंतर आगे बढ़ते रहेंगे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि यह अत्यंत सौभाग्य की बात है कि मांझाटोली (झारखंड) में अंतरराज्यीय जन सांस्कृतिक समागम - कार्तिक यात्रा का आयोजन हुआ है। यह आयोजन न केवल सांस्कृतिक विरासत का सम्मान है, बल्कि जनजातीय समाज को जोड़ने वाला सेतु भी है। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए गर्व और आस्था दोनों का विषय है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संपूर्ण देश भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाता है।भगवान बिरसा मुंडा केवल एक महान स्वतंत्रता सेनानी ही नहीं, बल्कि जंगल, जल और जमीन की रक्षा के प्रतीक हैं। उनकी प्रेरणा ने आदिवासी समाज में आत्मगौरव की भावना को सशक्त किया है। 

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि पंकजराज साहेब कार्तिक उरांव जैसे जननायकों ने भी शिक्षा, सामाजिक एकता और जनजातीय पहचान के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

मुख्यमंत्री साय ने अपने संबोधन में कहा कि एक समय था जब बस्तर क्षेत्र में नक्सलवाद ने विकास के रास्ते रोक रखे थे। सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाएं वहां तक नहीं पहुंच पाती थीं लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के मजबूत नेतृत्व और स्पष्ट नीति के कारण अब स्थितियाँ बदल रही हैं। बस्तर में तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं, सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ हुई है और शासन व्यवस्था गांव-गांव तक पहुंच रही है।

उन्होंने कहा कि नक्सलवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। 400 से अधिक गांव नक्सली प्रभाव से मुक्त हो चुके हैं और लोगों के जीवन में नई उम्मीद जगी है। आज उन इलाकों में सड़क, बिजली, पानी, राशन, चिकित्सा सुविधाएं और शिक्षा के अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। बस्तर के लोग लंबे समय से शांति और विकास चाहते थे, और अब उनका यह सपना धरातल पर उतरता दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में भी राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है, जिससे स्थानीय युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि यह भी हर्ष का विषय है कि पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में ही झारखंड और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों का गठन संभव हो पाया। उन्होंने कहा कि आज इन राज्यों की जनता अपने अलग पहचान और तेज़ी से प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि तीनों राज्यों का यह सांस्कृतिक संगम आगे भी शांति, प्रगति और समृद्धि का संदेश देता रहेगा तथा नक्सलवाद पर निर्णायक विजय का अध्याय आने वाले समय में पूरा होगा।


छत्तीसगढ़ का जनजातीय गौरव- मातृशक्ति के कौशल से बदलती तस्वीर

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 रायपुर : भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुमला (झारखंड) में आयोजित अंतर्राज्यीय जन-सांस्कृतिक समागम ‘कार्तिक जतरा’ कार्यक्रम में जशपुर जिले की स्व-सहायता समूहों से जुड़ी जनजातीय महिलाओं के कार्यों, कौशल और आत्मनिर्भरता की प्रशंसा की। उन्होंने विशेष रूप से ‘जशक्राफ्ट’ से जुड़ी बहनों के प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके द्वारा तैयार किए जा रहे आभूषण एवं पर्यावरण-अनुकूल उत्पाद महिला सशक्तिकरण के सशक्त उदाहरण हैं।


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने जशपुर वनमंडल अंतर्गत वन प्रबंधन समिति शब्दमुंडा, ग्राम कोटानपानी के स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों को जनजातीय सृजनशीलता, आत्मनिर्भरता और सांस्कृतिक संरक्षण का प्रेरक प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के प्रयास न केवल आजीविका के साधन बढ़ाते हैं, बल्कि परंपरागत कला और हस्तशिल्प को नई पहचान भी दिलाते हैं।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि जशपुर की जनजातीय मातृशक्ति, विशेषकर ‘जशक्राफ्ट’ से जुड़ी बहनों के कौशल और स्वावलंबन की प्रशंसा पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का विषय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम कोटानपानी की स्व-सहायता समूह की बहनों द्वारा तैयार आभूषण एवं पर्यावरण-अनुकूल उत्पाद हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और महिलाओं की मेहनत व सृजनात्मकता के जीवंत प्रतीक हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति का यह स्नेहपूर्ण आशीर्वाद और प्रोत्साहन जनजातीय मातृशक्ति के आत्मविश्वास, आत्मनिर्भर भारत के संकल्प तथा “वोकल फॉर लोकल” की भावना को और अधिक सशक्त करेगा। उन्होंने जशपुर की समस्त जनजातीय बहनों की ओर से राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम के दौरान जनजातीय हस्तशिल्प, पारंपरिक लोककला तथा स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की प्रदर्शनी भी आकर्षण का केंद्र रही। छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधि दल ने जशपुर जिले की विशिष्ट शिल्प परंपरा और स्थानीय उत्पादों का प्रदर्शन कर जनजातीय सशक्तिकरण का सशक्त संदेश दिया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि युवाओं और आने वाली पीढ़ियों को जनजातीय समुदायों की परंपराओं से जोड़ना अत्यंत आवश्यक है। अपनी जनजातीय विरासत और पहचान को सुरक्षित रखते हुए हमारे युवाओं को आधुनिक विकास के मार्ग पर तेजी से आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जनजातीय समुदाय के सभी सदस्य अपनी धरोहर को संजोए रखते हुए प्रगति के पथ पर निरंतर आगे बढ़ते रहेंगे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि यह अत्यंत सौभाग्य की बात है कि मांझाटोली (झारखंड) में अंतरराज्यीय जन सांस्कृतिक समागम - कार्तिक यात्रा का आयोजन हुआ है। यह आयोजन न केवल सांस्कृतिक विरासत का सम्मान है, बल्कि जनजातीय समाज को जोड़ने वाला सेतु भी है। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए गर्व और आस्था दोनों का विषय है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संपूर्ण देश भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाता है।भगवान बिरसा मुंडा केवल एक महान स्वतंत्रता सेनानी ही नहीं, बल्कि जंगल, जल और जमीन की रक्षा के प्रतीक हैं। उनकी प्रेरणा ने आदिवासी समाज में आत्मगौरव की भावना को सशक्त किया है।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि पंकजराज साहेब कार्तिक उरांव जैसे जननायकों ने भी शिक्षा, सामाजिक एकता और जनजातीय पहचान के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

मुख्यमंत्री साय ने अपने संबोधन में कहा कि एक समय था जब बस्तर क्षेत्र में नक्सलवाद ने विकास के रास्ते रोक रखे थे। सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाएं वहां तक नहीं पहुंच पाती थीं लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के मजबूत नेतृत्व और स्पष्ट नीति के कारण अब स्थितियाँ बदल रही हैं। बस्तर में तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं, सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ हुई है और शासन व्यवस्था गांव-गांव तक पहुंच रही है।

उन्होंने कहा कि नक्सलवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। 400 से अधिक गांव नक्सली प्रभाव से मुक्त हो चुके हैं और लोगों के जीवन में नई उम्मीद जगी है। आज उन इलाकों में सड़क, बिजली, पानी, राशन, चिकित्सा सुविधाएं और शिक्षा के अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। बस्तर के लोग लंबे समय से शांति और विकास चाहते थे, और अब उनका यह सपना धरातल पर उतरता दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में भी राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है, जिससे स्थानीय युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि यह भी हर्ष का विषय है कि पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में ही झारखंड और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों का गठन संभव हो पाया। उन्होंने कहा कि आज इन राज्यों की जनता अपने अलग पहचान और तेज़ी से प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि तीनों राज्यों का यह सांस्कृतिक संगम आगे भी शांति, प्रगति और समृद्धि का संदेश देता रहेगा तथा नक्सलवाद पर निर्णायक विजय का अध्याय आने वाले समय में पूरा होगा।

CG NEWS : नहर में शव मिलने से पुलिस अलर्ट, फॉरेंसिक टीम ने शुरू की जांच

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 दुर्ग/भिलाई। ट्रांसपोर्ट नगर स्थित नहर में आज सुबह अज्ञात युवक का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। सुबह नहर किनारे टहल रहे कुछ लोगों ने शव तैरता देखा और इसकी सूचना खुर्शीपार थाना को दी।


पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग कायम कर शव को मर्चुरी भेजा गया। पुलिस मामले की विवेचना कर रही है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, युवक कल रात नशे में नहर किनारे पहुंचा होगा और पैर फिसलने से नहर में गिरकर डूब गया।

सूचना मिलने पर फॉरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर पहुंची। पंचनामा कार्यवाही के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया ताकि मौत के वास्तविक कारण का पता चल सके।

पुलिस ने बताया कि नहर के किनारे कुछ असामाजिक तत्वों का अड्डा है, जहाँ लोग शराब पीते हैं। शव के आसपास शराब की बोतलें भी मिली हैं। पुलिस ने इलाके के लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है। साथ ही, आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं।

फिलहाल अज्ञात शव की पहचान नहीं हो सकी है और पुलिस उसकी पहचान करने में जुटी हुई है। फॉरेंसिक एक्सपर्ट हर पहलू की बारीकी से जांच कर रहे हैं।

विधायक लखेश्वर बघेल की पत्नी पर जानलेवा हमला, हालत गंभीर, आईसीयू में भर्ती

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 बस्तर। जिले में हड़कंप मच गया जब बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल की पत्नी पर धारदार हथियार से जानलेवा हमला किया गया। हमले में उनके दोनों हाथों की नसें कट गई हैं और गले पर गंभीर चोट के निशान हैं। घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।


जानकारी के अनुसार, घायल को आज सुबह करीब 8 बजे महारानी अस्पताल लाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उनकी नाजुक स्थिति को देखते हुए तुरंत आईसीयू में भर्ती कर दिया। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। वरिष्ठ अधिकारी तुरंत अस्पताल और घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी। अस्पताल परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया ताकि किसी भी अव्यवस्था से बचा जा सके।

पुलिस सभी संभावित पहलुओं से मामले की जांच कर रही है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका कि हमला किन परिस्थितियों में और किसने किया। परिजनों और आसपास के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है।

इस गंभीर घटना के बाद राजनीतिक और सामाजिक हलकों में भी चिंता का माहौल है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही मामले का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।

धान से आगे सोच : मखाना खेती से बदलेगी धमतरी की ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक तस्वीर

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धमतरी। कृषि विविधीकरण और महिला सशक्तिकरण की दिशा में धमतरी जिले ने एक और ठोस कदम बढ़ाया है। विकासखंड नगरी के ग्राम सांकरा से 40 इच्छुक महिला किसान समूह का एक दल रायपुर जिले के विकासखंड आरंग अंतर्गत ग्राम लिंगाडीह पहुंचा, जहाँ उन्होंने मखाना प्रोसेसिंग एवं आधुनिक खेती तकनीक का व्यावहारिक प्रशिक्षण प्राप्त किया। इस अध्ययन भ्रमण एवं प्रशिक्षण की संपूर्ण व्यवस्था जिला उद्यानिकी विभाग, धमतरी द्वारा की गई। 

ख़ास कर कलेक्टर अबिनाश मिश्रा मखाना खेती को बढ़ावा देने और किसानों को प्रशिक्षण और तकनीकी जानकारी को लेकर रुचि ले रहे है। अब जल्द ही धान से आगे सोच से मखाना खेती से धमतरी की ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक तस्वीर बदलेगी। छोटी-छोटी डबरी से समृद्धि तक धमतरी की महिलाओं को मखाना खेती में आर्थिक आत्मनिर्भरता की नई राह दिखायी दे रही है । शासकीय प्रयासों का प्रतिफल है कि मखाना खेती से धमतरी में आर्थिक सशक्तिकरण होगा।

कलेक्टर अबिनाश मिश्रा के सतत प्रयासों से धमतरी जिले के ग्राम राखी, पीपरछेड़ी, दंडेसरा, राँकाडोह एवं सांकरा में लगभग 90 एकड़ क्षेत्र में डबरी चिन्हांकन कर मखाना खेती की शुरुआत हो चुकी है। महिला किसानों ने स्थानीय ओजस फार्म का भ्रमण करते हुए मखाना की खेती, कटाई, प्रसंस्करण और विपणन से जुड़ी संपूर्ण श्रृंखला को नजदीक से समझा। फार्म प्रबंधक संजय नामदेव ने किसानों को बताया कि मखाना की खेती के लिए जलभराव वाली डबरी, तालाब या जल संरचनाएं उपयुक्त होती हैं। उन्होंने तकनीकी पहलुओं, बीज चयन, उत्पादन लागत और बाजार संभावनाओं पर विस्तार से जानकारी दी तथा यह भी बताया कि उचित प्रशिक्षण एवं सरकारी सहयोग से यह फसल किसानों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकती है।

इस अवसर पर शिव साहू ने मखाना खेती के व्यावसायिक पक्ष पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह फसल कम जोखिम वाली है और इससे स्थायी आय का मजबूत स्रोत विकसित किया जा सकता है। महिला किसानों ने भी अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि मखाना खेती से उन्हें आत्मनिर्भर बनने का नया अवसर दिखाई दे रहा है।

बिहार के दरभंगा निवासी मखाना प्रोसेसिंग विशेषज्ञ रोहित साहनी फोड़ी ने प्रसंस्करण की बारीकियां समझाते हुए बताया कि 1 किलो मखाना बीज से लगभग 200 से 250 ग्राम पॉप तैयार होता है, जिसकी बाजार कीमत ₹700 से ₹1000 प्रति किलो तक होती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि किसान स्वयं उत्पादन के साथ प्रसंस्करण एवं पैकेजिंग करें, तो प्रति एकड़ लाभ में उल्लेखनीय वृद्धि संभव है।

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के प्रमुख वैज्ञानिक ने वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जानकारी देते हुए बताया कि प्रति एकड़ लगभग 20 किलो बीज की आवश्यकता होती है और औसत उत्पादन 10 किं्वटल तक प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि छह माह की अवधि वाली इस फसल में कीट-व्याधि का प्रकोप नगण्य होता है तथा चोरी जैसी समस्याएं भी नहीं होतीं, जिससे यह किसानों के लिए सुरक्षित विकल्प बनती है।

उप संचालक उद्यानिकी, धमतरी डॉ.पूजा कश्यप साहू के मार्गदर्शन में ग्रामीण उद्यानिकी अधिकारी चंद्रप्रकाश साहू एवं बीटीएम पीताम्बर भुआर्य के साथ आए किसानों ने मखाना बोर्ड एवं राज्य शासन की योजनाओं की जानकारी प्राप्त की। डॉ.पूजा ने बताया कि मखाना की खेती को प्रोत्साहन देने हेतु प्रशिक्षण, तकनीकी सहायता एवं सब्सिडी जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।

उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में सर्वप्रथम व्यावसायिक मखाना उत्पादन आरंग विकासखंड के ग्राम लिंगाडीह में स्वर्गीय श्री कृष्ण कुमार चंद्राकर द्वारा प्रारंभ किया गया था, जहाँ राज्य का पहला मखाना प्रसंस्करण केंद्र भी स्थापित हुआ।

आज मखाना उत्पादन छत्तीसगढ़ की नई कृषि पहचान बन रहा है। धमतरी की महिला किसानों का यह प्रयास न केवल कृषि नवाचार का उदाहरण है, बल्कि यह दर्शाता है कि सही मार्गदर्शन,प्रशिक्षण और प्रशासनिक संकल्प से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी जा सकती है।


स्कूल में शर्मनाक हरकत! शिक्षिकाओं ने प्रधान पाठक पर लगाए गंभीर आरोप

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 बलरामपुर। कुसमी विकासखंड के बैरडीह खुर्द प्राथमिक स्कूल में पदस्थ प्रधान पाठक बीरबल यादव पर महिला शिक्षकों के साथ अभद्र हरकतें करने के गंभीर आरोप लगे हैं। आरोपों से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।


महिला शिक्षकों का आरोप है कि प्रधान पाठक द्वारा बार-बार अश्लील व्यवहार किया गया और अनुचित संबंध बनाने का दबाव डाला गया। इससे परिसर का वातावरण बिगड़ रहा है तथा शिक्षिकाएँ मानसिक रूप से परेशान हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि आरोपी शिक्षक बच्चों की पढ़ाई पर भी ध्यान नहीं देते और अक्सर धमकीपूर्ण रवैया अपनाते हैं। घटना सामने आने के बाद ग्रामवासियों में आक्रोश का माहौल है।

मामले पर जिला शिक्षा अधिकारी ने संज्ञान लेते हुए विकासखंड शिक्षा अधिकारी को जांच के निर्देश दिए हैं। विभाग का कहना है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

छाती के दुर्लभ कैंसर का सफल ऑपरेशन, अम्बेडकर अस्पताल रायपुर में बची मरीज की जान

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रायपुर। पं. जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय, रायपुर के कैंसर सर्जरी विभाग ने चिकित्सा क्षेत्र में एक और उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। कैंसर सर्जरी विभाग की टीम ने छाती के एक दुर्लभ एवं जटिल कैंसर; मेडियास्टाइनल जर्म सेल ट्यूमर का सफल ऑपरेशन कर एक बार फ़िर एक 29 वर्षीय पुरुष मरीज की जान बचाई। मरीज छाती में गांठ, सांस लेने में तकलीफ और लगातार दर्द की शिकायत के साथ अस्पताल पहुंचा था। 

कैंसर सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. आशुतोष गुप्ता ने केस की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि- पूर्व में मरीज का उपचार एम्स रायपुर के कैंसर विभाग में चल रहा था, जहां बायोप्सी जांच में मेडियास्टाइनल जर्म सेल ट्यूमर की पुष्टि हुई। प्रारंभिक जांच में छाती के बीच स्थित गांठ का आकार लगभग 13x18x16 सेंटीमीटर पाया गया, जो हृदय के समीप बड़ी रक्त नलियों से चिपकी हुई थी। उच्च जोखिम को देखते हुए एम्स रायपुर के चिकित्सकों ने पहले कीमोथेरेपी देने का निर्णय लिया।

जनवरी 2025 से जून 2025 तक मरीज को छह चक्र (cycle) कीमोथेरेपी दी गई, जिससे गांठ का आकार घटकर 4x3x4 सेंटीमीटर रह गया। इसके बाद मरीज को एम्स रायपुर से रेफर कर डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय के कैंसर सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. आशुतोष गुप्ता के पास भेजा गया।

डॉ. गुप्ता ने सभी जांच रिपोर्टों का गहन परीक्षण करने के बाद सर्जरी का निर्णय लिया। गांठ की संवेदनशील स्थिति को देखते हुए हृदय सर्जरी विभागाध्यक्ष से परामर्श लिया गया तथा निश्चेतना विभाग से सर्जरी की फिटनेस प्राप्त की गई। लगभग 3 से 4 घंटे तक चली इस जटिल सर्जरी में गांठ को बाएं फेफड़े के एक हिस्से सहित अत्यंत निपुणता से निकाला गया। 

सर्जरी पूरी तरह सफल रही और मरीज को कुछ दिनों के उपचार के बाद स्वस्थ अवस्था में अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। उपचार के बाद मरीज समय- समय पर फॉलोअप के लिए चिकित्सालय आ रहा है। 

इस जटिल ऑपरेशन में डॉ. आशुतोष गुप्ता, डॉ. के. के. साहू, डॉ. किशन सोनी, डॉ. गुंजन अग्रवाल, डॉ. सुश्रुत अग्रवाल, डॉ. समृद्ध, डॉ. लावण्या, डॉ. सोनम एवं डॉ. अनिल की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

मेडियास्टाइनल जर्म सेल ट्यूमर छाती के मध्य भाग में जर्म कोशिकाओं से उत्पन्न होने वाला दुर्लभ कैंसर है, जो सामान्यतः 20 से 40 वर्ष आयु वर्ग के पुरुषों में पाया जाता है। इसके प्रमुख लक्षणों में खांसी, सांस लेने में तकलीफ और छाती में दर्द शामिल हैं। इस कैंसर का उपचार कीमोथेरेपी एवं सर्जरी के माध्यम से किया जाता है, जिसमें सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट और रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट मिलकर कार्य करते हैं।

यदि इस कैंसर का समय रहते पता चल जाए और उचित उपचार किया जाए तो पांच वर्षीय सर्वाइवल रेट 90 प्रतिशत से अधिक होता है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने की प्रदेश की स्वास्थ्य स्थिति की उच्च स्तरीय समीक्षा

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रायपुर। स्वास्थ्य सेवाओं में तेज़ और प्रभावी सुधार की दिशा में केंद्र सरकार ने निर्णायक कदम उठाते हुए छत्तीसगढ़ के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने बैठक में राज्यों को स्वास्थ्य क्षेत्र में मिशन मोड में कार्य करने के निर्देश देते हुए कहा कि “टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य समयबद्ध रूप से प्राप्त किया जाएगा तथा जनभागीदारी आधारित मॉडल से स्वास्थ्य सेवाओं को जमीनी स्तर पर सुदृढ़ किया जाएगा।”

बैठक के दौरान प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, सचिव स्वास्थ्य अमित कटारिया, मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन  रणबीर शर्मा व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

इस दौरान नड्डा ने दवा विनियमन को कड़ा करने, निदान सुविधाओं का विस्तार करने, टेलीमेडिसिन व रोगी-केंद्रित देखभाल को बढ़ावा देने तथा जनभागीदारी को व्यापक रूप से सुनिश्चित करने पर विशेष बल दिया गया।केंद्रीय मंत्री ने बताया कि देशभर में स्वास्थ्य परामर्श अभियान की शुरुआत की गई है, जिसके माध्यम से औषधि प्रबंधन, निदान सेवाओं और जनस्वास्थ्य पहलों को नई दिशा मिलेगी और इनका प्रभाव सीधे नागरिकों तक पहुँचेगा।

केंद्रीय मंत्री ने निर्देश दिए कि राज्यों के सभी रक्तकोष निर्धारित सुरक्षा मानकों का पूर्ण पालन सुनिश्चित करें तथा उनकी नियमित निगरानी व निरीक्षण को कठोर बनाया जाए। नि:शुल्क औषधि एवं निदान योजना के अंतर्गत अधिकतम जनसंख्या को लाभान्वित करने, खाद्य पदार्थों में मिलावट की रोकथाम को प्राथमिकता देने और खाद्य एवं औषधि परीक्षण क्षमता को बढ़ाने के लिए राज्यों को ठोस कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए गए।

बैठक में क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम को तेज़ी से आगे बढ़ाने पर विशेष जोर देते हुए अधिक से अधिक निक्षय मित्र बनाने और उनके माध्यम से क्षय रोगियों के लिए पोषण एवं खाद्य सहायता उपलब्ध कराने पर बल दिया गया। नड्डा ने कहा कि जोखिमग्रस्त आबादी में एक्स-रे आधारित जाँच को तीव्र गति से पूर्ण कर समयबद्ध निदान सुनिश्चित किया जाएगा, वहीं सभी जिलों में डे-केयर कीमोथेरेपी सेवाएँ संचालित कर कैंसर उपचार को सुदृढ़ किया जाएगा।

उन्होंने निर्देश दिए कि मातृ मृत्यु दर (MMR), शिशु मृत्यु दर (IMR) एवं नवजात मृत्यु दर (NMR) में कमी लाने हेतु निगरानी तंत्र को मजबूत किया जाए, जबकि गैर-संचारी रोगों की 100 प्रतिशत स्क्रीनिंग लक्ष्य आधारित तरीके से पूरी की जाए। इसी क्रम में कुष्ठ नियंत्रण के लिए प्रत्येक तिमाही सक्रिय रोगी खोज अभियान, MMR और IMR पर उन्मुखीकरण सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने घोषणा की कि TB कार्यक्रम को मज़बूत करने के लिए 146 हैंडहेल्ड एक्स-रे मशीनें राज्यों को उपलब्ध कराई जाएँगी। बैठक में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री द्वारा आठ मेडिकल कॉलेजों के लिए पृथक अस्पताल स्थापित करने की माँग भी केंद्र के समक्ष रखी गई । नड्डा ने छत्तीसगढ़ की प्रगति की सराहना करते हुए मानव संसाधन में अतिरिक्त सहयोग हेतु केंद्र के सहयोग का आश्वासन दिया।

बैठक के दौरान यह भी स्पष्ट किया गया कि सिंगल नोडल एजेंसी (SNA) प्रणाली ट्रस्ट मॉडल पर संचालित होती रहेगी, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों से खाद्य एवं औषधि नमूनों की जाँच बढ़ाई जाएगी और खाद्य सुरक्षा क्षमता विस्तार हेतु राज्य आवश्यक स्थान उपलब्ध कराएँगे, जिसके लिए केंद्र वित्तीय मदद प्रदान करेगा।

विस्तृत चर्चा के पश्चात केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि “केंद्र और राज्य की साझेदारी ही स्वास्थ्य सुधारों की आधारशिला है। हमारा लक्ष्य केवल सेवाओं का विस्तार नहीं, बल्कि परिणामों पर केंद्रित बदलाव है, ताकि अंतिम व्यक्ति तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचे।”


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