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रजनीकांत के 75वें जन्मदिन पर प्रधानमंत्री मोदी ने दी हार्दिक शुभकामनाएँ

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प्रधानमंत्री ने कहा कि रजनीकांत जी के अभिनय ने पीढ़ियों को मंत्रमुग्ध किया है और उन्हें व्यापक प्रशंसा दिलाई है। उन्होंने यह भी बताया कि अभिनेता का असाधारण कार्य—विभिन्न भूमिकाओं, शैलियों और सिनेमा के विविध प्रकारों में फैला हुआ—भारतीय सिनेमा में लगातार नए मानक स्थापित करता रहा है।

प्रधानमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि यह वर्ष विशेष महत्व रखता है क्योंकि थिरु रजनीकांत फिल्म जगत में अपने 50 भव्य वर्षों को पूरा कर चुके हैं, जो उनके लगातार प्रभाव और अद्वितीय योगदान का प्रतीक है। उन्होंने उनके दीर्घ, स्वस्थ और संतोषजनक जीवन की कामना की।

‘एक्स’ पर मोदी ने लिखा:

“75वें जन्मदिन के इस विशेष अवसर पर थिरु रजनीकांत जी को शुभकामनाएँ। उनके अभिनय ने पीढ़ियों को मंत्रमुग्ध किया है और उन्हें व्यापक प्रशंसा प्राप्त हुई है। उनका कार्य विभिन्न भूमिकाओं और शैलियों में फैला हुआ है, और लगातार नए मानक स्थापित करता रहा है। यह वर्ष विशेष है क्योंकि उन्होंने फिल्म जगत में 50 वर्ष पूरे किए। उनकी लंबी और स्वस्थ जीवन की कामना करता हूँ।”

10 दिन में 83 हार्ट प्रक्रियाएँ, हृदय रोगियों की सेवा के लिए कार्डियोलॉजी विभाग हाई अलर्ट पर

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रायपुर। छत्तीसगढ़ में इन दिनों शीतलहर का दौर जारी है, जिसके कारण हृदयघात (हार्ट अटैक) के मामलों में संभावित वृद्धि को देखते हुए अम्बेडकर अस्पताल का कार्डियोलॉजी विभाग हाई अलर्ट पर है। पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर से संबद्ध डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय के संयुक्त संचालक एवं अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने नागरिकों से विशेष सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने बताया कि ठंड के मौसम में बुजुर्गों, हृदय रोगियों सहित अन्य किसी को भी हार्ट अटैक का जोखिम अधिक रहता है, ऐसे में किसी भी प्रकार के असामान्य लक्षण होने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए।

डॉ. सोनकर ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए हृदय रोग विभाग में 24 घंटे त्वरित एवं निःशुल्क उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। गंभीर हृदयघात के मरीजों के लिए आपात एंजियोप्लास्टी की व्यवस्था भी निरंतर जारी है।

तीन ज़िंदगियाँ बचीं

एडवांस कार्डियक इंस्टिट्यूट (एसीआई) के प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष कार्डियोलॉजी डॉ. स्मित श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि विगत 10 दिनों में आपातकालीन अवस्था में आए 3 गंभीर हृदयघात मरीजों की आपात एंजियोप्लास्टी कर सफलतापूर्वक जान बचाई गई है।

01 से 11 दिसंबर 2025 के बीच कार्डियोलॉजी विभाग में की गई प्रमुख प्रक्रियाओं का विवरण निम्नानुसार है :-

एंजियोग्राफी – 52, एंजियोप्लास्टी – 24, पेसमेकर प्रत्यारोपण – 04, टावी (TAVI) प्रक्रिया – 01, आपात एंजियोप्लास्टी – 03 कुल मिलाकर 83 हृदय संबंधी प्रक्रियाएं संपन्न की गईं।

अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने नागरिकों से आग्रह किया है कि शीत ऋतु में अत्यधिक ठंड से बचें, नियमित स्वास्थ्य की जांच कराते रहें और हृदय से संबंधित किसी भी असामान्य लक्षण को नजरअंदाज न करें।


UPSC का बड़ा निर्णय: सभी दिव्यांग उम्मीदवारों को मिलेगा पसंद का परीक्षा केंद्र

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समान पहुंच और परीक्षाओं में सुगमता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने यह निर्णय लिया है कि बेंचमार्क दिव्यांगजन (PwBD) उम्मीदवारों को उसकी सभी परीक्षाओं में ‘पसंद का केंद्र’ (Centre of Choice) आवंटित किया जाएगा। दिव्यांग उम्मीदवारों द्वारा अक्सर झेली जाने वाली लॉजिस्टिक चुनौतियों और विशेष आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए, आयोग ने सुनिश्चित किया है कि हर PwBD आवेदक को वही परीक्षा केंद्र दिया जाए, जिसे उसने आवेदन पत्र में अपनी पसंद के रूप में अंकित किया है।

इस पहल के बारे में बात करते हुए UPSC के अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने कहा:

“पिछले पाँच वर्षों के परीक्षा केंद्र डेटा के विश्लेषण के बाद हमने देखा कि दिल्ली, कटक, पटना, लखनऊ जैसे कुछ केंद्र अत्यधिक आवेदकों की संख्या के कारण बहुत जल्दी अपनी अधिकतम क्षमता तक पहुँच जाते हैं। इससे PwBD उम्मीदवारों के सामने कठिनाइयाँ आती हैं, और उन्हें ऐसे केंद्र चुनने पड़ते हैं जो उनके लिए सुविधाजनक नहीं होते। मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि इस निर्णय के साथ अब प्रत्येक PwBD उम्मीदवार को उसकी पसंद का केंद्र सुनिश्चित रूप से मिलेगा, जिससे UPSC परीक्षाओं के दौरान उन्हें अधिकतम सुविधा और सुगमता प्राप्त होगी।”

इस पहल को लागू करने के लिए आयोग ने निम्नलिखित रणनीति अपनाई है:

  1. प्रत्येक केंद्र की मौजूदा क्षमता का उपयोग पहले PwBD और गैर-PwBD दोनों प्रकार के उम्मीदवारों के लिए किया जाएगा।

  2. केंद्र की पूर्ण क्षमता भर जाने पर वह केंद्र गैर-PwBD उम्मीदवारों के लिए उपलब्ध नहीं रहेगा; हालाँकि PwBD उम्मीदवार उस केंद्र को चुनना जारी रख सकेंगे।

  3. UPSC अतिरिक्त क्षमता की व्यवस्था करेगा ताकि किसी भी PwBD उम्मीदवार को उसकी पसंद का केंद्र देने में कोई बाधा न हो।


छत्तीसगढ़ बना भारत का ग्रोथ इंजन

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 रायपुर : विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ के लक्ष्य अनुरूप छत्तीसगढ़ में न केवल तेजी से अधोसंरचनाएं विकसित हो रही है, बल्कि सस्टेनबल डेवलपमेंट गोल के लक्ष्य को भी हासिल किया जा रहा है। विगत दो वर्षों में छत्तीसगढ़ भारत के विकास इंजन के रूप में भी तेजी से अपनी पहचान बना रहा है।


प्रदेश की नवीन औद्योगिक नीति में डिफेंस, आईटी, एआई, ग्रीन एनर्जी जैसे नए क्षेत्रों को विशेष पैकेज दिया जा रहा है। राज्य में अब तक 7.69 लाख रूपए के निवेश के प्रस्ताव मिल चुके हैं। राज्य में विकास, विश्वास और सुरक्षा का नया वातावरण बना है। राज्य की प्रगति में माओवाद आतंक हमेशा से ही बाधक रही है। अब यह बाधा दूर होने जा रही है। माओवाद अब अंतिम सांसें ले रहा है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सुशासन, पारदर्शिता और उत्तरदायित्व की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। राज्य सरकार ने प्रशासनिक कार्यप्रणाली को अधिक सुदृढ़ एवं परिणाम आधारित बनाने के लिए सुशासन एवं अभिसरण विभाग का गठन किया है। शासन व्यवस्था में अनुशासन और समयबद्धता सुनिश्चित करने हेतु 01 दिसम्बर 2025 से मंत्रालय महानदी भवन में अधिकारियों के लिए बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली लागू कर दी गई है, जिससे कार्य संस्कृति और जवाबदेही को नई पहचान मिल रही है।

प्रदेश के लोकतांत्रिक इतिहास में एक अत्यंत गौरवपूर्ण क्षण जुड़ा है नवा रायपुर अटल नगर में छत्तीसगढ़ के नए भव्य विधानसभा भवन का लोकार्पण प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा किया गया। यह विधानसभा भवन नई ऊर्जा, नई सोच और विकसित छत्तीसगढ़ के संकल्प का प्रतीक है।

पिछले 2 वर्षों में बस्तर और सरगुजा अंचल के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए वहां सड़क, रेल, स्वास्थ्य और संचार सहित कई नई परियोजनाएं भी शुरू की गई। नई औद्योगिक नीति में पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है। बस्तर में पर्यटन सुविधाओं को बढ़ाने का प्रयास किए जा रह हैं। इसके लिए नई होम स्टे पॉलिसी और इको टूरिज्म के लिए विशेष प्रावधान रखे है। बस्तर और सरगुजा अंचल में उद्योगों की स्थापना पर विशेष सुविधाएं, छूट और रियायतें दी जा रही है। इसके अलावा उद्योगों को विशेष पैकेज के अंतर्गत सस्ती जमीन उपलब्ध कराई जा रही है।

नियद नेल्ला नार योजना के अंतर्गत माओवाद आतंक से प्रभावित क्षेत्रों में स्थापित 69 सुरक्षा कैम्पों के माध्यम से मूलभूत सुविधाओं के साथ ही केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। बस्तर की बदलती फिजा को सबके सामने लाने में बस्तर ओलंपिक और बस्तर पंडुम जैसे बड़े आयोजनों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बस्तर के युवा अब विकास से जुड़ना चाहते है, इसकी बानगी यहां चलाए जा रहे हैं। स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रमों में देखी जा सकती है। बस्तर की युवाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए और उन्हें रोजगार से जोड़ने के लिए पर्यटन ऑटोमोबाईल, पायलट, आईटी आदि क्षेत्रों में स्किल डेवलपमेंट के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

राज्य में सस्टेनबल डेवलपमेंट गोल को हासिल करने के लिए सामाजिक, आर्थिक गतिशीलता के लिए शुरू की गई कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। जल जीवन मिशन के अंतर्गत 40 लाख घरों में पीने का स्वच्छ जल मुहैया कराया जा रहा है। इसी प्रकार 26 लाख से अधिक परिवारों के लिए पीएम आवास स्वीकृत किए गए हैं। महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने और समाज में उनकी भूमिका बढ़ाने के लिए महतारी वंदन योजना में 70 लाख से अधिक महिलाओं के बैंक खाते में एक-एक हजार रूपए की राशि दी जा रही है। इस योजना के अंतर्गत लगभग 14 हजार करोड़ रूपए की राशि जारी की जा चुकी है। आयुष्मान भारत योजना के दायरे में राज्य की 98 प्रतिशत आबादी को लाया जा चुका है।

छत्तीसगढ़ में धान की पैदावार और समर्थन मूल्य में खरीदी ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मुख्य धुरी है। किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य दिलाने के लिए मोदी की गारंटी के अंतर्गत किसानों को देश में सर्वाधिक धान का मूल्य दिया जा रहा है। राज्य के 2300 से अधिक धान उपार्जन केंद्रों में सफलतापूर्वक धान की खरीदी की जा रही है। किसानों से धान प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से तथा 3100 रूपए प्रति क्विंटल की कीमत दी जा रही है। किसान हितैषी फैसलों के फलस्वरूप छत्तीसगढ़ में किसानों के खाते में एक लाख करोड़ रूपए से अधिक की राशि अंतरित की जा चुकी है। किसान इस राशि का खेती किसानी में भरपूर निवेश कर रहे हैं और इससे बाजार भी गुलजार हुए हैं जिससे शहरी अर्थव्यवस्था पर सीधा असर दिख रहा है। ट्रैक्टर आदि की बिक्री ने रिकार्ड आंकड़ा छू लिया है।

छगन लोन्हारे उप संचालक (जनसंपर्क)

महाराष्ट्र के ग्रामीण स्थानीय निकायों को XV वित्त आयोग के तहत ₹717.17 करोड़ की पहली किस्त जारी

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केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र के ग्रामीण स्थानीय निकायों के लिए XV वित्त आयोग के तहत ₹717.17 करोड़ की राशि जारी की है। यह राशि वित्त वर्ष 2025-26 के लिए पहली किस्त के रूप में अनटाइड ग्रांट के रूप में जारी की गई है। यह धनराशि राज्य के विधिवत निर्वाचित और पात्र ग्रामीण स्थानीय निकायों को जारी की गई है, जिसमें 2 जिला परिषदें, 15 पंचायत समितियाँ और 26,544 ग्राम पंचायतें शामिल हैं।

भारत सरकार, पंचायती राज मंत्रालय और जल शक्ति मंत्रालय (पेयजल एवं स्वच्छता विभाग) के माध्यम से ग्रामीण स्थानीय निकायों (RLBs)/ पंचायती राज संस्थाओं (PRIs) के लिए XV वित्त आयोग अनुदान की अनुशंसा करती है, जिसे बाद में वित्त मंत्रालय द्वारा जारी किया जाता है। आवंटित अनुदान वित्त वर्ष में दो किस्तों में अनुशंसित और जारी किया जाता है।

अनटाइड ग्रांट्स का उपयोग RLBs/ PRIs द्वारा संविधान की ग्यारहवीं अनुसूची में वर्णित 29 विषयों के अंतर्गत स्थानीय आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु किया जाएगा, सिवाय वेतन और अन्य स्थापना व्यय के।

टाइड ग्रांट्स का उपयोग निम्नलिखित बुनियादी सेवाओं के लिए किया जा सकता है:

(a) स्वच्छता और ODF (खुले में शौच मुक्त) स्थिति के रखरखाव के लिए, जिसमें घरेलू कचरे का प्रबंधन, मानव अपशिष्ट और फीकल स्लज प्रबंधन शामिल है, तथा
(b) पेयजल की आपूर्ति, वर्षा जल संचयन और जल पुनर्चक्रण।


कवर्धा हत्याकांड? नवविवाहिता का शव घर के सेप्टिक टैंक में मिला- पूरी ससुराल हिरासत में

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 रायपुर : छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। लोहारा थाना क्षेत्र के बांधाटोला गांव में एक घर के सेप्टिक टैंक से नवविवाहित महिला का शव मिलने के बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया। तेज बदबू आने पर जब ग्रामीणों ने तलाश की, तो यह खौफनाक सच सामने आया।


बदबू ने खोला राज

गुरुवार सुबह ग्रामीणों को एक घर से लगातार आ रही तीखी बदबू पर संदेह हुआ। पहले इसे किसी जानवर की मृत देह का गंध समझा गया, लेकिन बदबू बढ़ने पर परिजनों ने सेप्टिक टैंक खोला। अंदर एक महिला का शव देखकर सभी स्तब्ध रह गए।

मृतका की पहचान कमानी निषाद के रूप में हुई है। कुछ महीने पहले उसने भेजराज पटेल से प्रेम विवाह किया था। गांव में चर्चा है कि शादी के बाद से उसका ससुराल के साथ रिश्ता ठीक नहीं था। दो महीने पहले पति ने उसकी गुमशुदगी रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला था।

ससुराल पक्ष हिरासत में, फॉरेंसिक जांच जारी

सूचना मिलते ही लोहारा पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बाहर निकाला। पंचनामा के बाद फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया ताकि मौत के कारण और समय का पता लगाया जा सके। ग्रामीणों ने मृतका के ससुर जहर पटेल पर संदेह जताया है। उनका कहना है कि शादी के बाद कमानी के साथ अक्सर विवाद और मारपीट की बातें सुनने में आती थीं।

इसी आधार पर पुलिस ने ससुराल पक्ष के सभी सदस्यों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

हत्या, आत्महत्या या दुर्घटना — पोस्टमार्टम से मिलेगा जवाब

पुलिस का कहना है कि अभी किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। मामला हत्या, आत्महत्या, या दुर्घटना, सभी संभावनाओं की जांच की जा रही है। असली कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही स्पष्ट होगा।

मायका पक्ष में आक्रोश, गांव में दहशत

घटना के बाद मृतका के मायके पक्ष ने सख्त कार्रवाई की मांग की है। गांव में भी महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।
पुलिस कॉल डिटेल, पुराने विवाद, रिश्तों और गुमशुदगी रिपोर्ट से जुड़े सभी बिंदुओं की जांच में जुटी है। अधिकारियों ने कहा है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।

मुख्यमंत्री साय ने आईआईएसडी–स्वनिति इनिशिएटिव की ‘मैपिंग इंडियाज स्टेट लेवल एनर्जी ट्रांज़िशन: छत्तीसगढ़’ रिपोर्ट का किया विमोचन

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 रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास में अंतरराष्ट्रीय संस्था इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ सस्टेनेबल डेवलपमेंट (IISD) और स्वनिति इनिशिएटिव के शोधकर्ताओं ने सौजन्य मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उनकी विस्तृत अध्ययन रिपोर्ट “मैपिंग इंडियाज स्टेट लेवल एनर्जी ट्रांज़िशन: छत्तीसगढ़” का विमोचन किया।


मुख्यमंत्री साय ने शोधकर्ताओं के साथ राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा के प्रसार, ऊर्जा सुरक्षा, और सतत विकास की दिशा में छत्तीसगढ़ सरकार की रणनीतियों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सौर ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन और ऊर्जा दक्षता संबंधी नवाचारों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है।

शोधकर्ताओं ने मुख्यमंत्री साय को भारत के 52 कोयला उत्पादक जिलों की ‘एनर्जी ट्रांज़िशन वल्नरेबिलिटी’ पर आधारित एक व्यापक इंडेक्स प्रस्तुत किया, जिसमें यह दर्शाया गया कि पारंपरिक कोयला आधारित क्षेत्रों में ‘जस्ट ट्रांज़िशन’—अर्थात् आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय रूप से न्यायपूर्ण बदलाव—कितना आवश्यक है। शोधकर्ताओं ने बताया कि यह इंडेक्स पुराने कोयला क्षेत्रों में भविष्य की चुनौतियों, रोजगार संरचना, और वैकल्पिक आजीविका के अवसरों का महत्वपूर्ण संकेतक है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह तथा ऊर्जा विभाग के सचिव रोहित यादव उपस्थित थे।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज दो दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास पर रायपुर पहुंचेंगे

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रायपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शुक्रवार शाम अपने दो दिवसीय प्रवास पर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंच रहे हैं। रायपुर आगमन के बाद वे यहीं रात्रि विश्राम करेंगे। उनका यह दौरा राजनीतिक और प्रशासनिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।


कल जगदलपुर जाएंगे, बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह में होंगे शामिल

शनिवार दोपहर करीब 12 बजे अमित शाह रायपुर से जगदलपुर के लिए प्रस्थान करेंगे। वे यहां आयोजित बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वे सीधे दिल्ली के लिए रवाना होंगे।

सीएम विष्णुदेव साय ने किया बस्तर ओलंपिक का शुभारंभ

इससे पहले शुक्रवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जगदलपुर के इंदिरा प्रियदर्शिनी स्टेडियम में संभाग स्तरीय बस्तर ओलंपिक का विधिवत शुभारंभ किया। कार्यक्रम में बस्तर संभाग के सातों जिलों के खिलाड़ियों ने आकर्षक मार्चपास्ट कर दर्शकों का मन मोह लिया।

बस्तर विकास की ओर बढ़ रहा है: मुख्यमंत्री

समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा कि सरकार बस्तर के हर गांव तक विकास की धारा पहुंचाने के लिए दृढ़ संकल्पित है। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों का परिणाम स्पष्ट रूप से दिखने लगा है—बस्तर अब शांति, समरसता और समृद्धि की ओर अग्रसर है और राज्य व देश के विकास में अहम योगदान दे रहा है।

Chittoor Bus Accident: यात्रियों से भरी बस खाई में गिरी, 9 की मौत, कई घायल

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 Chittoor Bus Accident: आंध्र प्रदेश के चित्तूर से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात अल्लूरी सीताराम राजू जिले के चिंतूरु–मारेदुमिल्ली घाट रोड पर एक प्राइवेट बस गहरी खाई में गिर गई। इस हादसे में अब तक 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई यात्री गंभीर रूप से घायल हुए हैं।


कैसे हुआ हादसा?

जानकारी के अनुसार, बस में 35 यात्री, एक ड्राइवर और कंडक्टर सवार थे। सभी तीर्थयात्रा पर निकले थे और भद्राचलम से अन्नावरम की ओर जा रहे थे। आधी रात के बाद बस घाट रोड पर तुलसीपाका के पास नौवें मील के पत्थर के नजदीक अनियंत्रित होकर सुरक्षा दीवार से टकराई और गहरी खाई में जा गिरी।

पुलिस के मुताबिक, आशंका है कि तीखे मोड़ पर ड्राइवर बस से नियंत्रण खो बैठा, जिसके चलते यह भयावह हादसा हुआ।

मोबाइल नेटवर्क नहीं, देर से मिली सूचना

घटना स्थल पहाड़ी क्षेत्र में होने के कारण मोबाइल नेटवर्क नहीं था, जिससे सूचना अधिकारियों तक पहुंचने में देरी हुई। जैसे ही जानकारी मिली, मोथुगुंटा प्रशासन और पुलिस टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।

अब तक 9 शव बरामद किए जा चुके हैं। घायलों को चिंतूर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने आशंका जताई है कि मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है।

सीएम नायडू ने जताया दुख

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा:

"अल्लूरी सीतारामाराजू जिले के चिंतूर के पास तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक निजी बस के दुर्घटनाग्रस्त होने से कई लोग सदमे में हैं। कई लोगों की जान जाना बेहद दुखद है। मैंने अधिकारियों से बात कर राहत-बचाव कार्य की जानकारी ली है। उम्मीद है घायलों को बेहतर इलाज मिल रहा होगा।"

उन्होंने जिला प्रशासन को तत्काल राहत और सभी पीड़ितों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

आपका मुख्यमंत्री आपके समाज के बीच का है, आपका भाई है....आप आगे बढ़ें, सरकार हर कदम पर आपके साथ खड़ी है - मुख्यमंत्री साय

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रायपुर। आपका मुख्यमंत्री आपके समाज के बीच का है, आपका भाई है....आप आगे बढ़ें, सरकार हर कदम पर आपके साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज बस्तर ओलिंपिक 2025 के तहत संभाग स्तरीय प्रतियोगिता के शुभारंभ के अवसर पर संबोधित करते हुए यह बात कही। मुख्यमंत्री साय ने आज जगदलपुर के स्थानीय इंदिरा प्रियदर्शिनी स्टेडियम में संभाग स्तरीय बस्तर ओलिंपिक का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने समूचे बस्तर संभाग के खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। इस दौरान बस्तर संभाग के सभी सातों जिलों के खिलाड़ियों ने आकर्षक मार्चपास्ट प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार बस्तर के गांव-गांव तक विकास की धारा पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है, जिसके परिणामस्वरूप बस्तर अब शांति, समरसता और समृद्धि की ओर निरंतर अग्रसर हो रहा है और प्रदेश तथा देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि बस्तर के युवाओं ने बड़ी संख्या में इस महती आयोजन में भाग लेकर इसे सफल और ऐतिहासिक बनाया है। सबसे अधिक हर्ष की बात यह है कि बस्तर ओलम्पिक में नुवाबाट के प्रतिभागियों ने भी उत्साहपूर्वक शामिल होकर इसे एक विशेष आयाम प्रदान किया है। बड़ी संख्या में बेटियों और बहनों की सहभागिता यह प्रमाणित करती है कि बस्तर में महिला सशक्तिकरण नई दिशा ले रहा है।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि सरकार बस्तर के युवाओं को समाज की मुख्यधारा से जोड़कर उन्हें विकास में सहभागी बनाने के लिए कटिबद्ध है। यही कारण है कि बस्तर के युवा लोकतंत्र में आस्था एवं विश्वास के साथ आगे आ रहे हैं और विकास यात्रा में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि बस्तर ओलम्पिक खेल प्रतियोगिता के विजेता आने वाले समय में खिलाड़ियों के लिए रोल मॉडल बनेंगे। सरकार बस्तर के युवाओं को बेहतर अवसर एवं प्रशिक्षण उपलब्ध कराकर उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करेगी। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक स्पर्धाओं में गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीतकर आने वाले खिलाड़ियों को क्रमशः तीन-तीन करोड़, दो करोड़ तथा एक करोड़ रुपए की सम्मान निधि प्रदान की जाएगी।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि बस्तर ओलम्पिक न केवल युवाओं को खेल के माध्यम से आगे बढ़ाने की पहल है, बल्कि उन्हें विकास की मुख्यधारा में सम्मिलित करने का माध्यम भी है। उन्होंने कहा कि बस्तर में खेल अधोसंरचना को और मजबूत किया जाएगा, जिससे खिलाड़ियों को उचित मंच मिल सके। उन्होंने खिलाड़ियों को प्रेरित करते हुए कहा कि खेल जितना सिखाता है, उतना ही हार से सीखकर आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देता है।

उप मुख्यमंत्री  विजय शर्मा ने भी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि बस्तर ओलम्पिक युवाओं को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का सकारात्मक प्रयास है। उन्होंने कहा कि सरकार बस्तर के अंदरूनी इलाकों के युवाओं को अधिक अवसर देकर उन्हें प्रोत्साहित कर रही है और भविष्य में यह पहल और अधिक सशक्त रूप में जारी रहेगी।

इस अवसर पर वन मंत्री केदार कश्यप और ओलम्पिक में ब्रॉन्ज मेडल सहित अन्य अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में पदक विजेता खिलाड़ी पद्मश्री एम.सी. मेरीकॉम ने भी उपस्थित होकर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया और शुभकामनाएँ दीं।

संचालक, खेल एवं युवा कल्याण, सुश्री तनुजा सलाम ने स्वागत उद्बोधन में अवगत कराया कि बस्तर ओलम्पिक की संभाग स्तरीय प्रतियोगिता में बीजापुर, दंतेवाड़ा, कांकेर, कोंडागांव, नारायणपुर और बस्तर जिले के साथ ही नुवा बाट के करीब तीन हजार पाँच सौ खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह बस्तर के लिए गौरव का क्षण है और बस्तर के उज्ज्वल भविष्य के लिए राज्य सरकार द्वारा लिया गया यह निर्णय अत्यंत सराहनीय है। बस्तर ओलम्पिक में तीन स्तर की प्रतियोगिताओं के माध्यम से प्रतिभाओं को मंच प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि गत वर्ष के 1,65,000 प्रतिभागियों की तुलना में इस वर्ष 3,92,000 से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीयन कराया है, जिनमें 2,27,000 से अधिक महिला प्रतिभागी शामिल हैं - यह बस्तर में परिवर्तन की नई बयार है।

कार्यक्रम की शुरुआत खिलाड़ियों द्वारा मशाल प्रज्ज्वलन और आतिशबाजी के साथ हुई। इसके बाद रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत माता रूकमणी कन्या आश्रम तथा अन्य विद्यालयों की छात्राओं द्वारा मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी गईं। इस अवसर पर विधायक चित्रकोट विनायक गोयल, विधायक दंतेवाड़ा चैतराम अटामी, राष्ट्रीय खिलाड़ी किरण पिस्दा एवं खुशबू नाग, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, जिलों के नोडल अधिकारी, खेल अधिकारी, प्रशिक्षक एवं बड़ी संख्या में खेलप्रेमी व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

पूवर्ती के खिलाड़ी विजय डोडी और ओरछा सलोनी बनीं मशालवाहक

बस्तर ओलम्पिक 2025 की संभाग स्तरीय प्रतियोगिता का शुभारंभ आज अत्यंत गरिमामय एवं उत्साहपूर्ण माहौल में हुआ। कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, मंत्रीगण तथा बॉक्सर पद्मश्री मेरी कॉम द्वारा किया गया। हजारों दर्शकों की उपस्थिति में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बस्तर ओलम्पिक की मशाल प्रज्ज्वलित की।

इसके बाद यह गौरवशाली मशाल सुकमा जिले के सुदूर अंचल पूवर्ती के प्रतिभावान खिलाड़ी विजय डोडी और नारायणपुर जिले के ओरछा ब्लॉक की निवासी सलोनी कवाची को सौंपा गया। कबड्डी खिलाड़ी विजय डोडी और खो-खो खिलाड़ी सलोनी कवाची ने पूरे उत्साह, ऊर्जा और गौरव के साथ ग्राउंड की परिक्रमा करते हुए मशाल को मुख्य प्रज्वलन स्थल तक पहुंचाया। यह क्षण सुकमा और नारायणपुर जिलों के लिए अत्यंत गौरवपूर्ण और भावनात्मक था - जब माओवाद-प्रभावित एवं दूरस्थ क्षेत्रों के खिलाड़ी आत्मविश्वास के साथ हजारों दर्शकों के सामने दौड़ रहे थे। दर्शकों का उत्साह भी इस दौरान चरम पर पहुंच गया।

संभागभर से पहुंचे हजारों खिलाड़ियों और दर्शकों ने इस ऐतिहासिक क्षण का उत्साहपूर्वक स्वागत किया। बस्तर ओलम्पिक के इस भव्य उद्घाटन ने एक बार फिर सिद्ध किया कि बस्तर की माटी में असीम खेल प्रतिभाएं जन्म ले रही हैं और राज्य सरकार तथा प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से इन प्रतिभाओं को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।



अल्लूरी सीताराम राजू ज़िले की बस दुर्घटना: प्रधानमंत्री की संवेदनाएँ, अनुग्रह राशि की घोषणा

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू ज़िले में हुई बस दुर्घटना में मृतकों के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिजनों को पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।

पीएमओ इंडिया ने एक्स पर पोस्ट में कहा:

“आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू ज़िले में हुई बस दुर्घटना में हुई जनहानि से व्यथित हूँ। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएँ प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ।

पीएमएनआरएफ से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह सहायता दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे: प्रधानमंत्री @narendramodi”


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिवराज पाटील के निधन पर व्यक्त किया शोक

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शिवराज पाटील के निधन पर शोक व्यक्त किया और उन्हें एक अनुभवी नेता बताया जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन सार्वजनिक सेवा को समर्पित किया।

प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि पाटील के निधन से उन्हें गहरा दुख पहुँचा है।शिवराज पाटील ने अपने लंबे और विशिष्ट सार्वजनिक जीवन में विभिन्न पदों पर रहते हुए राष्ट्र की सेवा की—जिनमें विधायक, सांसद, केंद्रीय मंत्री, महाराष्ट्र विधानसभाध्यक्ष और लोकसभाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद शामिल हैं। वे समाज कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति अपनी आस्था के लिए जाने जाते थे।

प्रधानमंत्री ने वर्षों से शिवराज पाटील के साथ हुई अनेक बातचीत को याद किया तथा बताया कि कुछ महीने पहले जब शिवराज पाटील उनके निवास पर आए थे, तब उनकी उनसे अंतिम मुलाकात हुई थी।

‘एक्स’ पर अलग-अलग पोस्ट करते हुए  मोदी ने लिखा:

“शिवराज पाटील जी के निधन से दुख हुआ है। वे एक अनुभवी नेता थे, जिनके सार्वजनिक जीवन के लंबे वर्षों में उन्होंने विधायक, सांसद, केंद्रीय मंत्री, महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष और लोकसभा के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। वे समाज कल्याण के कार्यों में गहरी रुचि रखते थे। वर्षों के दौरान मेरी उनसे कई बार मुलाकात हुई, जिनमें सबसे हाल की मुलाकात कुछ महीने पहले मेरे निवास पर हुई थी। इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएँ उनके परिवार के साथ हैं। ओम शांति।”

13 दिसंबर को नेशनल लोक अदालत, आपसी सुलह से निपटेंगे मामले

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 रायपुर : आपसी सुलह (राजीनामा) के जरिए मामलों का निपटारा करने के लिए राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) नई दिल्ली के तत्वावधान में शनिवार 13 दिसंबर 2025 को देशव्यापी नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (सालसा) बिलासपुर द्वारा प्रदेश के सभी जिला न्यायालयों एवं व्यवहार न्यायालयों में भी लोक अदालत आयोजित किए जाएंगे। यह कैलेण्डर वर्ष 2025 की चतुर्थ और अंतिम लोक अदालत होगी।


लोक अदालत के दिन जिला न्यायालय एवं तालुका न्यायालय (व्यवहार न्यायालय) में लंबित शमनीय अपराध के प्रकरण मोटर दुर्घटना दावा से संबंधित प्रकरण, 138 एनआई एक्ट, के अंतर्गत चेक बाउंस का प्रकरण धारा 125 दण्ड प्रक्रिया संहिता तथा मेट्रोमोनियल डिस्प्युट के अलावा जल कर, संपत्ति कर, राजस्व संबंधी प्रकरण ट्रैफिक चालान, भाड़ा नियंत्रण आबकारी से संबंधित प्रकरणों के निराकरण किया जाएगा। इसी प्रकार बैंक विद्युत संबंधी प्री-लिटिगेशन प्रकरण, राजस्व न्यायालय खंडपीठ में खातेदारों के मध्य आपसी बंटवारे, वारिसों के मध्य बटवारे का निराकरण किया जाएगा। न्यायालयों में बड़ी संख्या में लंबित प्रकरणों में कमी लाने के उद्देश्य से तथा प्रभावित पक्षकारों को त्वरित एवं सुलभ न्याय प्रदान करने की दिशा में नेशनल लोक अदालत एक प्रभावशाली कदम है।

नेशनल लोक अदालत के लिए खण्डपीठों का गठन कर विभिन्न प्रकरणों तथा प्री.लिटिगेशन का निराकरण किया जाएगा। लोक अदालत के माध्यम से न्यायालय में राजीनामा योग्य आपराधिक प्रकरणों धारा. 138 परक्राम्य लिखत अधिनियम मोटर दुर्घटना दावा प्रकरणों, बैंक रिकवरी प्रकरण, सिविल प्रकरण, निष्पादन प्रकरण, विद्युत संबंधी मामलों तथा पारिवारिक विवाद के मामलों का निराकरण किया जाता हैं। इसके अतिरिक्त राजस्व, बैंक, विद्युत विभाग दूरसंचार विभाग, नगर निगम, नगर पालिका परिषद, नगर पंचायत में वसूली संबंधी लंबित प्रकरण प्री.लिटिगेशन प्रकरण जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में प्रस्तुत किए जाएंगे। विधिवत पंजीयन उपरांत संबंधित पक्षकारों के प्रकरण लोक अदालत खण्ड पीठ में निराकृत किए जाएंगे।

इस तरह पक्षकार अपने न्यायालयीन प्रकरणों का निराकरण लोक अदालत के माध्यम से करा सकते हैं। इसके अलावा लोक अदालत में दूरसंचार विभाग, नगर निगम, नगर पालिका परिषद् में वसूली संबंधी लंबित प्रकरण प्री-लिटिगेशन प्रकरण, याददाश्त के आधार पर बंटवारा, मोटर दुर्घटना दावा प्रकरण, बैंक रिकवरी प्रकरण, कब्जे के आधार पर बंटवारा से संबंधित प्रक्ररणों को निराकृ1त किया जाएगा। भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस-2023) के अंतर्गत कार्यवाही के मामले, रेन्ट कंट्रोल एक्ट, सूखाधिकार से संबंधित मामलों के साथ-साथ विक्रय पत्र, दानपत्र और वसीयतनामा के आधार पर नामांतरण के मामले तथा अन्य प्रकृति के सभी मामले सम्मिलित और चिन्हांकित कर आपसी राजीनामा के आधार पर नेशनल लोक अदालत के माध्यम से निराकृत किया जाएगा।

इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने की मांग

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 रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता एवं राजनांदगाँव सांसद संतोष पाण्डेय ने खैरागढ़ स्थित इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने की मांग लोकसभा में उठाई। उन्होंने गुरुवार को प्रश्नकाल के दौरान कहा कि यह संस्थान अपनी विशिष्ट पहचान और कला क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के कारण राष्ट्रीय स्तर पर विशेष सम्मान का पात्र है।


सांसद पाण्डेय ने बताया कि इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की स्थापना 14 अक्टूबर 1956 को हुई थी और यह भारतीय शास्त्रीय संगीत एवं नृत्य को समर्पित एशिया का पहला विश्वविद्यालय है। यहाँ कत्थक, भरतनाट्यम, लोक संगीत सहित विभिन्न कला विधाओं की शिक्षा दी जाती है।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की वैश्विक प्रतिष्ठा को देखते हुए इसे उचित मान्यता मिलनी चाहिए। संस्थान में कई विदेशी विद्यार्थी भी अध्ययनरत हैं, इसलिए इसे केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा प्रदान करने पर गंभीरता से विचार किया जाए।

गायत्री मंत्र मानव जीवन को ऊर्जावान और संस्कारित बनाते हैं: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

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मुख्यमंत्री हसौद में 251 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ में हुए शामिल

मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत 140 नवविवाहित जोड़ों को दिया आशीर्वाद

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज सक्ती जिले के ग्राम हसौद में आयोजित भव्य 251 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने इस आयोजन को आध्यात्मिक एकता, सामाजिक सद्भाव और सांस्कृतिक गौरव का अद्भुत संगम बताया। उन्होंने कहा कि “मां महामाया की पावन भूमि हसौद में 251 कुंडों में एक साथ सम्पन्न हो रहा यह महायज्ञ छत्तीसगढ़ की आध्यात्मिक परंपरा को नई ऊंचाई देता है।”

मुख्यमंत्री  साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सनातन संस्कृति को विश्व पटल पर नई पहचान मिली है। उन्होंने कहा—“500 वर्षों के बाद अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण हुआ, काशी विश्वनाथ धाम का कायाकल्प हुआ। छत्तीसगढ़ तो स्वयं भगवान श्रीराम का ननिहाल है—माता कौशल्या की पावन भूमि है।” उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सभी वर्गों की उन्नति और कल्याण के लिए अनेक जनकल्याणकारी योजनाएँ संचालित की जा रही हैं। रामलला दर्शन योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि इसके माध्यम से अब तक 38 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने अयोध्या में प्रभु श्रीरामलला का दर्शन किया है।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि गायत्री मंत्र के 24 अक्षर 24 सिद्धियों और शक्तियों के प्रतीक हैं, जो मानव जीवन को ऊर्जा, सदाचार और आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करते हैं। कार्यक्रम के दौरान देव संस्कृति विश्वविद्यालय, शांतिकुंज हरिद्वार के कुलपति डॉ. चिन्मय पण्डया ने मुख्यमंत्री का सम्मान करते हुए उन्हें अभिनंदन पत्र भेंट किया।

इस अवसर पर कौशल विकास एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री गुरु खुशवंत साहेब सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। साथ ही देशभर से आए अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

140 नवविवाहित जोड़ों को दिया आशीर्वाद – कन्या विवाह योजना के अंतर्गत प्रोत्साहन राशि प्रदान

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत हसौद में परिणय-सूत्र में बंधने वाले 140 नवविवाहित जोड़ों को शुभकामनाएँ और आशीर्वाद दिया। 

जैतखाम में पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हसौद प्रवास के दौरान जैतखाम पहुँचकर विधि-विधानपूर्वक पूजा-अर्चना की। उन्होंने प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि, शांति, कल्याण एवं निरंतर प्रगति की कामना की।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास जी के सत्य, अहिंसा, समानता, सामाजिक समरसता तथा ‘मनखे-मनखे एक समान’ के संदेश हमें समाज में सद्भाव और एकता का मार्ग दिखाते हैं। उन्होंने जनसमूह से आह्वान किया कि इन आदर्शों को आत्मसात कर विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में सक्रिय योगदान दें।

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