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पहली और दूसरी डोज मिलाकर छत्तीसगढ़ में अब तक 71.14 लाख लोगों को लगाए गए टीके

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छत्तीसगढ़ में 45 साल से ज्यादा के 77 प्रतिशत नागरिकों को कोरोना से बचाव का पहला टीका लगाया जा चुका है। वहीं शत-प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर्स और 90 प्रतिशत स्वास्थ्य कर्मियों को पहली खुराक दी जा चुकी है। 18 से 44 आयु वर्ग के आठ लाख 31 हजार युवाओं का टीकाकरण किया जा चुका है। सभी आयु वर्ग और श्रेणियों के व्यक्तियों को लगाए गए पहली और दूसरी डोज को मिलाकर प्रदेश में अब तक (6 जून तक) 71 लाख 14 हजार टीके लगाए गए हैं।





छोटे बच्चों को न्यूमोकोकल बीमारी से बचाने के लिए लगाई जाएगी वैक्सीन





प्रदेश में 45 साल से ज्यादा के 58 लाख 67 हजार लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य है। इनमें से अब तक 45 लाख 31 हजार से ज्यादा लोगों को कोरोना से बचाव के टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। महासमुंद, रायगढ़ और धमतरी जिले में इस आयु वर्ग के शत-प्रतिशत लोगों को पहला डोज लगाया जा चुका है। वहीं कांकेर में 94 प्रतिशत, बालोद में 93 प्रतिशत, कोरबा में 92 प्रतिशत और सूरजपुर में 91 प्रतिशत लोगों को टीका लगाया गया है।





इन जिलों ने इतना हुआ वैक्सीनेशन





सरगुजा में 45 साल से ज्यादा के 89 प्रतिशत नागरिकों को, दुर्ग में 88 प्रतिशत को, कोंडागांव में 84 प्रतिशत, जशपुर में 81 प्रतिशत, सुकमा में 80 प्रतिशत, दंतेवाड़ा में 78 प्रतिशत, राजनांदगांव में 77 प्रतिशत, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, गरियाबंद और कोरिया में 76-76 प्रतिशत, जांजगीर-चांपा में 72 प्रतिशत, बस्तर में 71 प्रतिशत, बलरामपुर-रामानुजगंज में 68 प्रतिशत, कबीरधाम में 63 प्रतिशत, बलौदाबाजार-भाटापारा में 62 प्रतिशत, बिलासपुर में 60 प्रतिशत, मुंगेली में 59 प्रतिशत, रायपुर में 56 प्रतिशत, बेमेतरा में 55 प्रतिशत, बीजापुर में 54 प्रतिशत तथा नारायणपुर जिले में 47 प्रतिशत को पहला टीका लगाया जा चुका है। प्रदेश में इस आयु वर्ग के सात लाख पांच हजार से ज्यादा व्यक्तियों को टीके की दूसरी खुराक भी दी जा चुकी है।





इन वर्गों को लगा वैक्सीन





राज्य में 18 से 44 साल के 8 लाख 31 हजार से ज्यादा युवाओं को कोरोना से बचाव के लिए पहला टीका लग चुका है। इनमें एक लाख 6 हजार 440 अंत्योदय परिवारों के, 3 लाख 38 हजार 749 बीपीएल परिवारों के, 3 लाख छह हजार 778 एपीएल श्रेणी के और 79 हजार 314 फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल हैं।





छत्तीसगढ़ में नियंत्रण में कोरोना संक्रमण की स्थिति





छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की स्थिति अब नियंत्रण में है। बीते 6 जून को प्रदेश में संक्रमण की रफ्तार घटकर मात्र 2.7 प्रतिशत पर आ गई है। पिछले महीने 16 मई को यह आंकड़ा 9 प्रतिशत दर्ज किया गया, जबकि अप्रैल माह में संक्रमण की दर 30 प्रतिशत तक जा पहुंची थी। राज्य में रोजाना औसत टेस्टिंग जनवरी माह के 22 हजार 761 की तुलना में मई माह में 61 हजार 740 हो चुकी है।





निशुल्क दवा किट वितरित





प्रदेश में टीकाकरण का कवरेज भी लगातार बढ़ता जा रहा है। कोरोना से बचाव के टीके की पहली और दूसरी खुराक को मिलाकर अब तक (6 जून तक) 71 लाख 14 हजार टीके लगाए जा चुके हैं। कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण और रोकथाम के लिए इसके लक्षण वाले 20 लाख 40 हजार संदिग्ध मरीजों को निःशुल्क दवा किट वितरित की गई हैं।





मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दी जानकारी





मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि अपनी ठोस रणनीति से छत्तीसगढ़ ने न केवल कोरोना की दूसरी लहर पर शीघ्रता से काबू पा लिया है, बल्कि तीसरी लहर की आशंका को समाप्त करने व्यापक स्तर पर तैयारी कर रही है। यदि तीसरी लहर आती भी है तो उससे और भी कुशलता के साथ निपटा जा सकेगा। उन्होंने कहा है कि इस समय हमारा पूरा जोर संक्रमण को पूरी तरह काबू में लाने और जहां लोग अभी भी संक्रमण का शिकार हो रहे हैं, वहां इसे रोकने टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट की सुविधाओं के विस्तार पर है।





कोरोना टेस्ट की सुविधा





मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं के लगातार विस्तार के फलस्वरूप कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए अब 39 लैबों में ट्रूनाट और 16 में RT-PCR टेस्ट की सुविधा मुहैया करायी जा ही है। इसके साथ ही RT-PCR टेस्ट के लिए बलौदाबाजार, दुर्ग, दंतेवाड़ा, जांजगीर और जशपुर में 5 नए वायरोलॉजी लैब स्थापित किए जा रहे है। प्रदेश के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में एंटीजन टेस्ट की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। सभी जिलों में अतिरिक्त मशीन प्रदान कर टूनाट लैब की जांच क्षमता भी बढ़ाई जा रही है।





16,405 बेड की सुविधा उपलब्ध





कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए प्रदेश के छह शासकीय मेडिकल कॉलेजों और एम्स रायपुर सहित 37 डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल और 154 कोविड केयर सेण्टर बनाए गए हैं। हर जिले में भी डेडिकेटेड कोविड अस्पताल बनाए गए है। शासकीय डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों में 5294 बेड और कोविड केयर सेंटर्स में 16,405 बेड की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।





निजी कोविड अस्पतालों में 9596 बेड उपलब्ध





वहीं निजी कोविड अस्पतालों में 9596 बेड उपलब्ध कराए गए हैं। शासकीय और निजी अस्पतालों को मिलाकर प्रदेश में 1151 वेटिंलेटर उपलब्ध हैं। ऑक्सीजेनेटेड बेड की संख्या बढ़ाने के लिए राज्य में 18 नए ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट्स स्थापित किये गए हैं। इनके साथ ही 6 नए प्लांट्स प्रक्रियाधीन हैं जिनमें से 3 प्लांट अगले एक सप्ताह में स्थापित हो जायेंगे।





छत्तीसगढ़ में अब तक 9.44 लाख से अधिक लोगों ने कोरोना को दी मात





प्रदेश में अब तक कुल नौ लाख 44 हजार से अधिक लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। इनमें से एक लाख 61 हजार अस्पताल से डिस्चार्ज हुए हैं और सात लाख 83 हजार मरीजों ने होम आइसोलेशन में इलाज कराकर कोरोना को मात दी है। होम आइसोलेटेड मरीजों की निगरानी के लिए प्रत्येक जिले में कण्ट्रोल रूम की स्थापना भी की गई है। स्थानीय प्रशासन द्वारा उन्हें निःशुल्क दवाईयां भी उपलब्ध कराई जा रही हैं।


कई खेपों में थोड़ी-थोड़ी डोज मिलने के बावजूद छत्तीसगढ़ में तेजी से टीकाकरण, तेजी से सुधर रहे हैं कोरोना के हालात

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विभिन्न आयु वर्ग के लिए कई खेपों में कोविशिल्ड और कोवैक्सीन की थोड़ी-थोड़ी मात्रा राज्य को प्राप्त होने के बावजूद छत्तीसगढ़ में तेजी से टीकाकरण किया जा रहा है। 18 से 44 आयु समूह के लिए राज्य को अब तक प्राप्त 9 लाख 38 हजार 530 डोज में से करीब 7 लाख 99 हजार 832 डोज का टीकाकरण किया जा चुका है। कोविन डैशबोर्ड डेटा के मुताबिक 06 जून 2021 की सुबह 9 बजे की स्थिति में इस आयु वर्ग की कुल जनसंख्या में से 20.29 प्रतिशत को पहली डोज दी जा चुकी थी।





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यह आंकड़ा इस आयु वर्ग में देश की कुल जनसंख्या को दिए गए पहली डोज के औसत 13.51 प्रतिशत से ज्यादा है। इसी तरह इस आयु वर्ग में कुल जनसंख्या के 3.85 प्रतिशत लोगों को दूसरी डोज दी जा चुकी है, जो राष्ट्रीय औसत 3.29 के आस-पास है। 18 से 44 आयु समूह के लिए 01 मई 2021 को कोवैक्सीन की 1 लाख 50 हजार, 08 मई 2021 को कोविशील्ड की 3 लाख 50 हजार डोज, 15 मई 2021 को कोविशील्ड की 02 लाख 97 हजार 110 डोज मिली है।





तेजी से हो रहा वैक्सीनेशन





05 जून 2021 को कोविशील्ड की 01 लाख 41 हजार 420 डोज प्राप्त हुई है। समय-समय पर मिल रही दोनों वैक्सीनों की डोजों की मात्रा के अनुरूप टीकाकरण का काम तेजी से किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ को जनवरी 2021 से लेकर अब तक 23 खेपों में 75 लाख 92 हजार 780 डोज कोविशिल्ड वैक्सीन की प्राप्त हुई है। वहीं जनवरी से अब तक 08 खेपों में सिर्फ 05 लाख 66 हजार 300 डोज कोवैक्सीन प्राप्त हुई है। इस प्रकार दोनों वैक्सीन के कुल 81 लाख 59 हजार 80 डोजेज प्राप्त हुए हैं। कोवैक्सीन और कोविशिल्ड के 75-75 लाख डोज के लिए राज्य द्वारा पहले ही ऑर्डर दिया जा चुका है।





तेजी से सुधर रहे हैं कोरोना के हालात





छत्तीसगढ़ में कोरोना-संक्रमण के नियंत्रण के लिए किए जा रहे प्रयासों के परिणामस्वरूप राज्य की परिस्थितियों में तेजी से सुधार हो रहा है। लंबे समय बाद 06 जून 2021 को पॉजिटिव प्रकरणों की संख्या 1000 से कम दर्ज की गई। राज्य में पॉजिटिविटी दर भी मात्र 2.66 प्रतिशत रह गई है। रविवार को राज्य में कोरोना की वजह से होने वाली मौतों की संख्या भी सिर्फ 25 रही।


कोरोना वैक्सीन की बर्बादी रोकने के लिए बनाए जा रहे सख्त नियम

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कोरोना वैक्सीन के आते ही इसकी बर्बादी का भी बातें सामने आने लगी है। वैक्सीनेशन के साथ अब इसके दुर्पयोग को रोकना भी प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है। दुर्ग जिले की अगर बात करें तो पिछले 5 दिनों में 53 डोज खराब(Corona Vaccine waste) हुए थे। फिलहाल औसतन 5 डोज वैक्सीन खराब हो रही है। जिले में रोज 1100 लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है। पहले 5 वैक्सीनेशन सेंटर में शुरुआत हुई थी, अब 11 केंद्रों में कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है। हाल ही में प्रशासन ने इसे रोकने के लिए कई नियम बनाए हैं।





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वैक्सीन की बर्बादी को रोकने के लिए नियम बनाए जा रहे हैं। अब 10 लोगों की उपस्थिति में ही वैक्सीन खोली जाएगी। जानकारों का कहना है कि वैक्सीनेशन के नियम और सख्त करने चाहिए। दुर्ग में मल्टीडोज वैक्सीन की सप्लाई की गई है। हर पैक में 5 एमएल वैक्सीन होती है। प्रत्येक व्यक्ति को 0.5 एमएल डोज के हिसाब से लगाया जाता है।





1100 लोगों को लग चुका है वैक्सीन(Corona Vaccine waste)





एक वैक्सीन से 10 डोज 10 लोगों को लगाया जाता है। फिलहाल दुर्ग जिले में 41 हजार 20 वैक्सीन की आवश्यकता है। जिसमें से 10 हजार 260 डोज जिले को मिले हैं। 6 दिनों में 1100 हितग्राहियों को वैक्सीन लगाया जा चुका है। कोविन सॉफ्टवेयर के माध्यम से वैक्सीन लगने वाले हितग्राही तक मैसेज एक दिन पहले ही पहुंच रहा है, जिससे वैक्सीन सेंटरों में भीड़ नहीं हो रही है।


बस्तर में वैक्सीन लूटने के ताक में बैठे नक्सली, सुरक्षा के लिए बढ़ाई गई जवानों की संख्या

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बस्तर। छत्तीसगढ़ में आज यानी 16 जनवरी से कोरोना टीकाकरण की शुरुआत हो चुकी है। प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती बस्तर संभाग (Vaccination in bastar) के अंदरूनी केंद्रों तक वैक्सीन पहुंचाना है। वैक्सीनेशन के लिए तैयारियों के बीच दो दिन पहले जारी हुए खुफिया इनपुट ने अलार्म बजा दिया है। खबर है कि नक्सली कोरोना वैक्सीन लूटने की तैयारी में हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक उन्हें भी शक है कि कोरोना के खतरे के बीच नक्सली वैक्सीन की लूट जैसी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। वैक्सीन को सुरक्षित रूप से केंद्र तक पहुंचाने की जिम्मेदारी बस्तर पुलिस के कंधों पर आ गई है।





नक्सली भी हुए कोरोना के शिकार






छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में कई नक्सल प्रभावित जिलें है। समय- समय पर नक्सलियों के कोरोना की चपेट में आने की खबरें भी आती रहीं हैं। लॉकडाउन के दौरान बीजापुर जिले के मोदकपाल इलाके में एक महिला नक्सली कमांडर जंगल में मिली थी, जिसे कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। इससे पता चल गया था कि कोरोना से नक्सली (Naxals get covid positive) भी नहीं बचे हैं। लिहाजा पुलिस प्रशासन को आशंका है कि नक्सली कोरोना वैक्सीन लूट सकते हैं।





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बधाई गई जवानों की तैनाती






बस्तर पुलिस के मुताबिक वैक्सीनेशन (Vaccination in bastar) के दौरान पूरे बस्तर संभाग में 2 हजार से ज्यादा सुरक्षा बलों को तैनात करने की तैयारी की जा रही है। राज्य की पुलिस के साथ-साथ बस्तर में नक्सलियों से लोहा लेने के लिए CRPF, STF, BSF, CAF और DRG के जवान की तैनाती भी की जा रही है। पुलिस प्रशासन का दावा है कि कोविड वैक्सीन को पूरी सुरक्षा के बीच केंद्रों तक पहुंचाया जाएगा। परिवहन से लेकर केंद्रों तक में अर्धसैनिक बलों की तैनाती भी की जाएगी। पहले वैक्सीनेशन के लिए 500 जवानों को सुरक्षा में लगाया गया था। अब जवानों की संख्या बढ़ाकर 2 हजार से भी ज्यादा कर दी गई है।





इन जिलों में बरती जाएगी विशेष सतर्कता






आईजी सुंदरराज पी का कहना है कि बस्तर (Bastar News) के लोगों को कोरोना के खतरे से बचाने के लिए वैक्सीन पहुंचाना भी बहुत ही जरूरी है। वैक्सीन सुरक्षित कोल्ड चेन पॉइंट और केंद्रों तक पहुंचाने के लिए जो भी हो सकेगा, उसे पुलिस करेगी। बस्तर के बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा और नारायणपुर जिले में विशेष सतर्कता बरती जाएगी।


छत्तीसगढ़ को मिली कोरोना वैक्सीन, जिलों को वितरण शुरू

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छत्तीसगढ़ में कोरोना वैक्सीन (vaccine distribution in Chhattisgarh) की पहली खेप बुधवार को पहुंच गई है। राज्य वैक्सीन (Corona vaccine) भंडार से जिलों को टीकों का वितरण भी शुरू कर दिया गया है। राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर (Dr. Amar Singh Thakur) ने बताया कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित 'कोविशील्ड' के तीन लाख 23 हजार टीके प्रदेश को मिले हैं।





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रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभाग के जिलों को इनका वितरण बुधवार से ही शुरू कर दिया गया है। बस्तर और सरगुजा संभाग के जिलों में 14 जनवरी को यानी आज ये टीके भेजे जाएंगे। स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े कार्मिकों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को ये टीके लगाए जाएंगे।





भंडारण की पुख्ता व्यवस्था (vaccine distribution in Chhattisgarh)





स्वास्थ्य विभाग (health Department) द्वारा प्रोटोकॉल के मुताबिक प्रदेश के सभी जिलों में इन टीकों के परिवहन और भंडारण की पुख्ता व्यवस्था की गई है। सभी जिलों में टीकाकरण के लिए मॉकड्रिल और आपात स्थिति से निपटने का पूर्वाभ्यास भी किया जा चुका है। राज्य वैक्सीन भंडार से जिलों तक वैक्सीन भेजने के लिए इंसुलेटेड वैक्सीन वेन की व्यवस्था की गई है। इसके लिए एक राज्य स्तरीय, तीन क्षेत्रीय और 27 जिला स्तरीय कोल्ड चैन प्वाइंट्स बनाए गए हैं।





छत्तीसगढ़ में प्रथम चरण में हेल्थ केयर वर्कर को कोरोना वैक्सीन लगाने की तैयारी, बनाए गए 99 केंद्र





प्रदेश में टीकों के सुरक्षित भंडारण और परिवहन के लिए अभी 630 क्रियाशील कोल्ड चेन प्वाइंट और 85 हजार लीटर से ज्यादा कोल्ड चैन स्पेस उपलब्ध है। इनके साथ ही 81 अतिरिक्त कोल्ड चैन प्वाइंट भी स्थापित किए गए हैं। वैक्सीन के परिवहन के लिए 1311 कोल्ड-बॉक्स उपलब्ध हैं। सीरिंज, नीडल और अन्य सामग्रियों के भंडारण के लिए प्रदेशभर में 360 ड्राई-स्टोरेज भी बनाए गए हैं।





99 स्थान चिन्हांकित (vaccine distribution in Chhattisgarh)





प्रदेश में वैक्सीन लांच के लिए 99 स्थल चिन्हांकित किए गए हैं, जहां कुल दो लाख 67 हजार 399 हेल्थ-केयर वर्करों, राज्य और केंद्रीय कर्मचारियों और सशस्त्र बलों को टीके लगाए जाएंगे। इन सब की जानकारी कोविन पोर्टल में एंट्री की गई है। टीकाकरण के लिए 7116 टीकाकरण कर्मियों को चिन्हांकित कर इसका प्रशिक्षण दिया गया है। सभी 28 जिलों में 83 स्थानों पर कोविड-19 टीकाकरण का पूर्वाभ्यास किया जा चुका है।





जनता से पहले केंद्रीय मंत्रियों को लगे कोरोना वैक्सीन : CM बघेल





टीकाकरण के बाद किसी भी तरह की प्रतिकूल घटना या आपात स्थिति के प्रबंधन के लिए राज्य स्तर से लेकर टीकाकरण स्थलों तक एईएफआई (AEFI - Adverse Event Following Immunization) प्रबंधन प्रणाली को सुदृढ़ किया गया है। सभी टीकाकरण केंद्रों को नजदीकी AEFI प्रबंधन प्रणाली जैसे मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से जोड़ा गया है।





कोविड-19 की वैक्सीनेशन की सभी तैयारियां पूरी





वहीं बलरामपुर-रामानुजगंज जिले अंतर्गत कोविड-19 से बचाव और रोकथाम के लिए कोविड-19 टीकाकरण जिला अस्पताल बलरामपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रामानुजगंज और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुसमी में 16 जनवरी 2021 को शुरू किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत प्रथम चरण में पंजीकृत सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को कोविड-19 का टीका लगाया जाएगा। राज्य शासन से निर्देश प्राप्त होने पर चिन्हांकित कोविड-19 वैक्सीनेशन सेंटर में टीकाकरण शुरू कर दिया जाएगा। कोविड-19 टीकाकरण के लिए जिला स्तर पर सभी तैयारियां पूर्ण कर सेशन साइट चिन्हित कर लिए गए है। मॉक-ड्रील का आयोजन कर तैयारियों का पूर्व अभ्यास पूर्ण किया गया है।





सूची में शामिल व्यक्तियों को ही टीकाकरण स्थल में दिया जाएगा प्रवेश





कोरोना टीकाकरण के संबंध में बुधवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय अंबिकापुर के मंथन सभा कक्ष में अंबिकापुर में टीकाकरण केंद्र के अधिकारी कर्मचारियों की प्रशिक्षण सह कार्यशाला बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए सीएमएचओ डॉक्टर पीएस सिसोदिया ने स्पष्ट निर्देश दिया कि कोरोना टीकाकरण का कार्य पूरी ईमानदारी सतर्कता और निष्ठा के साथ किया जाना है। टीकाकरण के कार्य में किसी प्रकार की कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए लगातार समस्त कर्मचारी अधिकारियों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है।





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टीकाकरण स्थल पर उसी को प्रवेश दिया जाएगा जिसका नाम टीकाकरण की सूची में है। अनाधिकृत प्रवेश या अनाधिकृत रूप से टीका किसी भी अन्य व्यक्ति को नहीं लगाया जाएगा, इस बात का विशेष ख्याल रखा जाए ।





डॉ. सिसोदिया ने दी जानकारी






डॉ. सिसोदिया ने बताया कि वैक्सीन पूर्ण रूप से सुरक्षित है और इससे किसी भी प्रकार का कोई भय या डर की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए समस्त टीकाकरण स्थल पर समुचित व्यवस्था रखने के भी निर्देश दिए और सभी टीकाकरण स्थल पर डॉक्टरों की तैनाती अनिवार्य रूप से करने कहा।





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बता दें कि शुरुआती दौर में टीकाकरण का कार्य जिला सरगुजा अंबिकापुर में 6 जगहों पर किया जा रहा है, जिनमें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उदयपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीतापुर, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नवापारा, जिला चिकित्सालय अंबिकापुर, जीवन ज्योति अस्पताल अंबिकापुर और होली क्रॉस अस्पताल अंबिकापुर शामिल है।





बैठक में ये थे उपस्थित





बैठक में जिला टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर राजेश, प्रभारी डॉ. शैलेंद्र गुप्ता, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी नवापारा डॉक्टर आयुष जयसवाल, शहरी कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. अमीन फिरदौसी, सहायक नोडल डॉ. श्रीकांत, जिला सर्विलेंस अधिकारी डॉ. मनीष और जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. पुष्पेंद्र राम उपस्थित थे।


आज छत्तीसगढ़ पहुचेगी कोरोना वैक्सीन की पहली खेप

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छत्तीसगढ़ में कोरोना वैक्सीन की पहली खेप(Corona Vaccine Distribution news ) आज पहुंच जाएगी। मिली जानकारी के अनुसार दोपहर ढाई बजे तक वैक्सीन की पहली खेप आने की संभावना है। यह खेप कार्गो प्लेन से आएगी, इसे डीकेएस के पीछे स्टेट वैक्सीन स्टोर में रखा जाएगा। शाम सब सेंटर्स के लिए वैक्सीन भेजने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। पहली खेप में आए वैक्सीन को सरगुजा, बिलासपुर समेत 4 सब सेंटर में भेजा जाएगा।





जनता से पहले केंद्रीय मंत्रियों को लगे कोरोना वैक्सीन : CM बघेल





पीएम मोदी के साथ सीएम और स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इस विषय में जानकारी दी थी। टीएस सिंहदेव ने कहा था कि 13 जनवरी तक वैक्सीन की पहली खेप रायपुर पहुंच जाएगी। उसमें वैक्सीन की कितनी डोज होगी यह अभी स्पष्ट नहीं है।





रजिस्टर्ड लोगों को दिया जाएगा वैक्सीन (Corona Vaccine Distribution news )





पहले चरण का वैक्सीनेशन 16 जनवरी से शुरू हो जाएगा। पहले चरण में छत्तीसगढ़ के 2 लाख 67 हजार स्वास्थ्य कर्मियों, मितानिनों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया, पहले चरण में वैक्सीनेशन के लिए प्रदेश भर में 1349 बूथ बनाए गए हैं। पहले दिन 99 बूथों पर टीकाकरण शुरू होगा, एक बूथ पर प्रतिदिन 100 लोगों को वैक्सीन देने की तैयारी की गई है। जिनका कोरोना वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन किया गया है सिर्फ उन्हें ही कोरोना वैक्सीन दी जाएगी।


कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के तारीख का हुआ ऐलान, जानिए कब और कैसे लगेगा टीका

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भारत सरकार ने कोरोना वैक्सीनेशन अभियान की तारीख (corona vaccination start date) का ऐलान किया है। मिली जानकारी के अनुसार 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया जाएगा। कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और फ्रंट लाइन वर्कर्स को प्राथमिकता दी जाएगी। इनकी संख्या लगभग 3 करोड़ होने का अनुमान लगाया गया है। वहीं इसके बाद 50 साल से ऊपर के लोगों को यह टीका उपलब्ध कराई जाएगी। जबकि 50 से कम उम्र के लोग जो कोरोना से बीमार हैं उन्हें भी टीका दी जाएगी और इनकी संख्या करीब 27 करोड़ के आसपास है।





नगरनार प्लांट खरीदेगी छत्तीसगढ़ सरकार: भूपेश बघेल





प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को कोरोना टीकाकरण को लेकर राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च-स्तरीय बैठक की। बैठक में कैबिनेट सचिव, प्रधान सचिव,  स्वास्थ्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री की इस बैठक के बाद ही इस तरह के बड़े फैसले लिए गए हैं।





मुफ्त टीका लगाने की अपील की





दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को केंद्र से सभी लोगों को कोविड-19 का टीका मुफ्त लगाने की अपील की। केजरीवाल ने ट्वीट किया कि कोरोना वायरस सदी की सबसे बड़ी महामारी है। अपने लोगों को इस से सुरक्षित करना बेहद ज़रूरी है। मेरा केंद्र सरकार से निवेदन है कि करोना की वैक्सीन (corona vaccination start date) सभी देशवासियों को मुफ़्त लगवायी जाए। इस पर होने वाला खर्च ढेरों भारतीयों की जान बचाने में सहायक होगा।


हेल्थ केयर वर्कर का कोविड वैक्सीनेशन के लिए 8 जनवरी तक होगा पंजीयन, निजी चिकित्सकों का भी होगा पंजीयन

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राजनांदगांव कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने जिले में संचालित सभी शासकीय और निजी चिकित्सालयों, नर्सिंग होम, क्लीनिक, पैथोलॉजी, डायग्नोस्टिक सेंटर, फिजियोथेरेपी, डेंटिस्ट यूनिट के संचालकों से कोविन पोर्टल पर कोविड वैक्सीनेशन के लिए पंजीयन(Covid Vaccination Registration) कराने अपील की है। कोविन पोर्टल पर 8 जनवरी 2021 तक पंजीयन करा सकते हैं।





चुनाव जैसी रहेगी कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारी, एनाफिलैक्सिस के लिए तैयार रहेंगी चिकित्सकों की टीम





कोविड वैक्सीनेशन के लिए जिले में प्रथम चरण में अब तक 14048 हेल्थ केयर वर्कर समूह का पंजीयन भारत सरकार के कोविन पोर्टल पर किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के जिला टीकाकरण अधिकारी के कक्ष में कार्यालयीन समय पर आवश्यक जानकारी सहित उपस्थित होकर अपना पंजीयन करा सकते हैं।





स्वास्थ्य अधिकारी मिथलेश चौधरी ने दी जानकारी(Covid Vaccination Registration)





मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मिथलेश चौधरी ने बताया कि शासन द्वारा हेल्थ वर्कर समूह का निर्धारण किया गया है, जिसमें अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के कर्मचारी, नर्स और सुपरवाईजर, चिकित्सा अधिकारी, पैरामेडिकल स्टाफ, सहयोगी कर्मचारी, मेडिकल और पैरामेडिकल छात्र-छात्रा शासकीय और अशासकीय चिकित्सकीय संस्था के लिपिकीय और प्रशासनिक अधिकारी-कर्मचारी सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को प्रथम चरण में शामिल किया गया है।





सावधान : कोरोना वैक्सीन के नाम पर ऑनलाइन ठगी, रजिस्ट्रेशन के नाम पर भेज रहे ईमेल और मैसेज





ऐसे सभी समूह जिनका पंजीयन नहीं हुआ है वे अपना फोटो परिचय पत्र (आधार कार्ड के अतिरिक्त) की मूल प्रति सहित कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी राजनांदगांव के जिला टीकाकरण अधिकारी कक्ष में कार्यालयीन समय में उपस्थित होकर अपना पंजीयन करा सकते हैं। कोविड वैक्सीनेशन के लिए पंजीयन (Registration for Covid Vaccination) अनिवार्य है पंजीयन नहीं होने पर कोविड वैक्सीनेशन नहीं किया जाएगा।





कलेक्टर रजत बंसल ने दिए निर्देश





वहीं कलेक्टर रजत बंसल के निर्देशानुसार बस्तर जिले में प्रथम चरण के कोविड टीकाकारण के लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के अतिरिक्त जिले में अपनी सेवायें दे रहे निजी चिकित्सकों का भी पंजीयन होगा। पंजीयन के लिए आधार कार्ड या अन्य कोई अन्य परिचय पत्र की आवश्यकता होगी।





रायपुर में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए बूथ की लिस्ट जारी, जानिए कहां लगेंगे Covid-19 के टीके





मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा सूची तैयार कर दी गई है और अगर कोई निजी चिकित्सक छूट गए हैं तो वे अपना रजिस्ट्रेशन शुक्रवार 8 जनवरी तक बस्तर जिले के टीकाकरण अधिकारी डॉ सी. मैत्री से सम्पर्क कर सकते हैं। इसके बाद प्राप्त आवेदनों पर विचार नहीं किए जाएंगे।





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कोविड टीकाकरण के लिए ऑन स्पाट रजिस्ट्रेशन की सुविधा नहीं होने के कारण पंजीयन नहीं होने पर प्रथम चरण टीकाकरण से वंचित रहना पड़ेगा। जिला प्रशासन द्वारा सभी स्वास्थ्य कर्मियों और निजी चिकित्सकों से निर्धारित तिथि के भीतर अपना पंजीयन कर टीकाकरण कार्य में सहयोग की अपील की गई है।





कोरोना टीकाकरण के प्रथम चरण के लिए बनाए गए 57 केंद्र





कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव को रोकथाम के लिए पहले चरण के टीकाकरण के लिए 57 केंद्र बनाए गए हैं। इनमें जगदलपुर विकासखंड में 7 केंद्र ग्रामीण क्षेत्र में 10 केंद्र नगरीय क्षेत्र में, बस्तर विकासखंड में 7 केंद्र बकावंड विकासखंड में 8 केंद्र, तोकापाल विकासखंड में 9 केंद्र, दरभा और लोहण्डीगुड़ा विकासखंड में 6-6 केंद्र और बास्तानार विकासखंड में 4 केंद्र बनाए गए हैं। टीकाकरण के लिए प्रत्येक केंद्र में 5-5 टीकाकरण अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।


चुनाव जैसी रहेगी कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारी, एनाफिलैक्सिस के लिए तैयार रहेंगी चिकित्सकों की टीम

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कोरोना के वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। इसकी तैयारी वैसी ही होगी जैसी लोकसभा और विधानसभा के चुनावों (Preparation for corona vaccination) की होती है। जिले के हेल्थ वर्करों को प्रथम चरण में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए पिछले दिनों 2 जनवरी को ड्राई रन करके तैयारियों का जायजा भी लिया जा चुका है।





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कोरोना वैक्सीनेशन के तैयारियों (Preparation for corona vaccination) के इस क्रम में वैक्सीनेशन साइट पर तैनात रहने वाले टीकाकरण प्रभारियों की जिला चिकित्सालय में एक दिवसीय ट्रेनिंग आयोजित की गई है। इस दौरान जिले के सभी खंड चिकित्सा अधिकारी, ग्रामीण चिकित्सा अधिकारियों सहित जिला स्तर के चिकित्सकों को कोरोना वैक्सीनेशन की ट्रेनिंग (Corona vaccination training) दी गई।





डॉ. दीपक मिरे ने दी जानकारी(Preparation for corona vaccination)





ट्रेनिंग में डॉ. दीपक मिरे द्वारा कोविड-19 टीकाकरण के अंतर्गत होने वाले प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने जानकारी दी कि कोविड-19 महामारी को नियंत्रित करने के लिए वैक्सीनेशन एक प्रभावी माध्यम है।






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डॉ. मिरे ने बताया कि 'वैक्सीनेशन के बाद किसी भी प्रकार के प्रतिकूल प्रभाव नजर आने पर जांच कर उचित उपचार की व्यवस्था की जायेगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक वोटर लिस्ट के आधार पर तैयार सूची के जरिए वैक्सीनेशन किया जाएगा। वहीं पोलिंग बूथ की तर्ज पर तैयार वैक्सीन बूथों को लेकर ट्रेनिंग दी जा रही है। जिले में ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजकों, स्टाफ नर्स, सुपरवाइजर सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है।'





हर वैक्सीनेशन बूथ पर होगी यह तैयारी(Preparation for corona vaccination)





ट्रेनर डॉ. मिरे ने बताया कि 'ऑब्जर्वेशन रूम वो जगह होगी जहां टीका लगवाने के बाद हितग्राहियों को 30 मिनट इंतजार करना होगा। इस कमरे में पीने के पानी और टॉयलेट की सुविधा भी रहेगी। टीकाकरण यानी वैक्सीनेशन के बाद 30 मिनट निगरानी में रहना होगा, ताकि यह देखा जा सके कि व्यक्ति पर कोई प्रतिकूल प्रभाव तो नहीं पड़ा। वैक्सीनेशन के लिए आए 100 लोगों पर 5 सदस्यों की टीम रहेगी। वहीं अगर लोगों की संख्या 100से ज्यादा हुई तो अतिरिक्त स्टाफ को लगाया जाएगा।





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वहीं वैक्सीनेशन के बाद अगर कोई बुरा प्रभाव दिखेगा तो इसके लिए एंबुलेंस का भी इंतजाम किया गया है। वैक्सीनेशन केंद्र में मोबाइल एंबुलेंस भी रहेगी, ताकि किसी को जरूरत पड़ने पर तुरंत अस्पताल भी शिफ्ट किया जा सके। उन्होंने बताया एनाफिलेक्सिस (एनाफिलेक्सिस) के लक्षण अचानक होते हैं और तेजी से प्रकट होते हैं।





क्या है एनाफिलेक्सिस एलर्जी





एनाफिलेक्सिस एक एलर्जी होती है जिसका तुरंत इलाज किया जाना बेहद जरूरी होता है। यह तेजी से विकसित होती है और फैलती है।इस एलर्जी से ज्यादातर लोग आसानी से ठीक भी हो जाते हैं। लेकिन डॉक्टर को पहले उन दवाइयों के बारे में अवश्य बताना चाहिए जिनसे आपको एलर्जी है। एनाफिलेक्सिस से पूरा शरीर प्रभावित हो सकता है।





मोबाइल एसएमएस से मिलेगी वैक्सीनेशन साइट की जानकारी





जिला टीकाकरण अधिकारी शरद कोहाड़े ने बताया कि 'कोरोना वायरस को मात देने के लिए प्रथम चरण में 5,126 सरकारी और प्राइवेट हेल्थ वर्करों को वैक्सीन दी जाएगी। जिले में टीकाकरण के लिए 26 वैक्सीन कोल्ड चैन पाइंट बनाए गए हैं। वैक्सीन लगाने के लिए जिला प्रशासन ने 20 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 4 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, एक जिला और सिविल अस्पताल सहित कुल 26 वैक्सीनेशन साइट बनाए हैं जहां से कोल्ड चैन पाइंट नजदीक है।





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वैक्सीनेशन के लिए रजिस्टर्ड फोन नंबर पर एसएमएस के जरिए जानकारी दे दी जाएगी कि आपको किस समय वैक्सीन बूथ पर पहुंचना है। इस वैक्सीनेशन ड्राइव के लिए कोविन नाम से एक पोर्टल बनाया गया है, जिसके जरिए वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन की सुविधा मिलेगी।


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