Responsive Ad Slot


 

Showing posts with label जलभराव. Show all posts
Showing posts with label जलभराव. Show all posts

बारिश के समय में राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश

No comments Document Thumbnail

रायपुर। नारायणपुर, सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा में अति वर्षा के कारण बड़ी संख्या में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा है। कई लोगों के घरों में जलभराव से नुकसान हुआ है वहीं बड़ी संख्या में किसानों की फसल नुकसान हुई है। ऐसे में वनमंत्री केदार कश्यप ने इन जिलों के कलेक्टर को राहत कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों, तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों को निर्देश जारी कर समय पूर्व सभी तैयारियां पुख्ता कर लेने को कहा है।

वनमंत्री कश्यप ने कहा कि समय रहते बचाव के उपाय भी किए जाएं। उन्होंने  कहा की बरसात के मौसम में कई मौसमी बीमारियों का भी खतरा रहता है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर दवाओं के छिड़काव के साथ अन्य जरूरी उपाय किए जाएं। जिला मुख्यालय और तहसील स्तर पर आपदा नियंत्रण केन्द्र 24 घंटे सक्रिय रखा जाए। बांधों, जलाशयों, पुलों से संबंधित अमला पूरे समय अलर्ट रहे। उन्होंने कहा जल भराव की स्थिति पर आवश्यक व्यवस्थाएं तत्परता से कराई जाए। मंत्री कश्यप ने अत्यधिक वर्षा प्रभावित जिलों के कलेक्टर से बात कर स्थिति पर नज़र रखने का निर्देश दिये है ताकि खरीफ सीजन की  चल रहे कृषि कार्य में कोई व्यवधान न हो।


सौ फीसद भरा है सिकासार, खारंग और मनियारी बांध

No comments Document Thumbnail

रायपुर। इस साल बेहतर मानसून की वजह से राज्य के सिंचाई बांधों और जलाशयों में जलभराव की स्थिति बीते दो सालों की तुलना में बेहतर है। राज्य की 12 वृहद सिंचाई परियोजनाओं में आज की स्थिति में 4756.670 एमसीएम जलभराव है, जो कि इनकी कुल जलभराव क्षमता का 88.81 प्रतिशत है। इसी तरह राज्य की कुल 34 मध्यम परियोजनाओं में 936.710 मिलियन एमसीएम जलभराव है, जो कि इनकी कुल जलभराव क्षमता का 93.25 प्रतिशत है। 



वर्ष 2020 में वृहद एवं मध्यम सिंचाई परियोजनाओं में इसी अवधि में जलभराव की स्थिति क्रमशः 86.67 एवं 86.20 प्रतिशत थी,  जबकि वर्ष 2021 में वृहद एवं मध्यम सिंचाई परियोजनाओं में 86.44 तथा 80.79 प्रतिशत जलभराव था राज्य की 12 वृहद सिंचाई परियोजनाओं में शामिल सिकासार, खारंग और मनियारी जलाशय आज की स्थिति में लबालब हैं। मिनीमाता बांगो में 84.5 प्रतिशत तथा रविशंकर गंगरेल बांध में 93.35 प्रतिशत जलभराव है। बीते दो सालों से जलभराव की कमी से जूझ रहे बालोद जिला स्थित तांदुला जलाशय में इस साल स्थिति काफी बेहतर है



तांदुला जलाशय में वर्तमान में 93.64 प्रतिशत जलभराव है। कांकेर स्थित दुधावा और धमतरी जिले का मॉडल सिल्ली बांध भी लबालब होने की स्थिति में है। इन दोनों बांधों में आज की स्थिति में 99 प्रतिशत जलभराव है। सोंढूर डेम में 91.70 प्रतिशत, कोडार बांध में 66.48 प्रतिशत, केलो बैराज में 94.11 प्रतिशत पानी है। बड़े सिंचाई परियोजनाओं में से एकमात्र अरपा भैंसाझार बैराज में आज की स्थिति में 50 प्रतिशत से कम जलभराव है। राज्य की मध्यम सिंचाई परियोजनाओं में बालोद जिला स्थित खरखरा डेम,



बस्तर जिले के कोसार टेडा बांध, कांकेर जिले के परालकोट एवं मायना डेम, कबीरधाम जिले के छीरपानी, सरोदा एवं बहेराखार, राजनांदगांव जिले के पिपरिया नाला,रूसे डेम एवं मोंगरा बैराज, रायगढ़ जिले के खमारपकुट, सरगुजा जिले के बरनाल डेम और बिलासपुर जिले के घोंघा, कोरिया जिले के झुमका में 100 प्रतिशत जलभराव है। रायपुर जिला स्थित कुम्हारी जलाशय और सरगुजा के बांकी सिंचाई जलाशय को छोड़कर शेष मध्यम सिंचाई परियोजनाओं में जलभराव की स्थिति 70-99 प्रतिशत तक है। कुम्हारी जलाशय में आज की स्थिति में 32.78 तथा सरगुजा के बांकी बांध में 32.28 प्रतिशत पानी है। 

भारी बारिश से गोदावरी नदी का जलस्तर बावन फीट तक पहुंचा

No comments Document Thumbnail

रायपुर। बस्तर क्षेत्र में लगातार हुई बारिश के बाद गोदावरी नदी से पानी छोड़े जाने की वजह से सुकमा जिले के कोंटा सीमा से लगे पड़ोसी राज्य आंध्रप्रदेश के वीरापुरम में एक बार फिर राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमाक-तीस पर जलभराव हो गया है। कल शाम इस मार्ग पर करीब एक फीट ऊपर पानी बह रह था। गोदावरी नदी का जलस्तर बावन फीट के करीब पहुंच चुका है। बताया जाता है कि अगर जलस्तर और बढ़ा तो छत्तीसगढ़ का संपर्क आंध्रप्रदेश और तेलंगाना राज्यों से टूट जाएगा। इस वर्ष बारिश के कारण इस मार्ग पर चौथी बार यातायात बाधित हुआ है।



वहीं, राजनांदगांव जिले में भी शिवनाथ नदी उफान पर हैं। मोंगरा, घुमरिया और सूखा नाला बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण कई जगहों पर बाढ़ की स्थिति बन गई है। नदी में पानी का बहाव तेज होने की वजह से डोंगरगांव का दर्री-मटिया एनीकट क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे नदी के बहाव की दिशा बदल गई और आसपास के खेतों में पानी भर गया है। फसलों को नुकसान होने से स्थानीय किसान चिंतित है और उन्होंने प्रदर्शन भी किया। जिला प्रशासन और सिंचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर किसानों को मुआवजा देने के प्रति आश्वस्त किया, तब जाकर किसान शांत हुए।

आफत भरी भारी बारिश- बस्तर में दो की मौत

No comments Document Thumbnail

रायपुर। छत्तीसगढ़ के अधिकांश हिस्सों में पिछले तीन-चार दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। नदी-नाले उफान पर होने की वजह से कई गांवों का सड़क संपर्क जिला मुख्यालयों से कट गया है। बस्तर जिले में लगातार बारिश के कारण हालात काफी बिगड़े हुए हैं। यहां अलग-अलग जगहों पर नदी और नाले में बह जाने के कारण दो लोगों की मौत हो गई। इनमें से एक ग्रामीण चितरंगी और मारकंडी नदी के तेज बहाव में बह गया। वहीं, आड़ावाल के पास माड़पाल मार्ग पर गोरियाबहार नाले में बाढ़ आ गई है।


इस नाले में बहने से एक अन्य युवक की मृत्यु हो गई। भारी बारिश से इंद्रावती नदी के आसपास रिहायशी इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है। निचली बस्तियों के साथ पॉश कॉलोनियों और गणपति रिसॉर्ट में भी पानी भर गया है। रिसॉर्ट के पास एक चारपहिया वाहन पानी में डूब गया। बाढ़ प्रभावितों के लिए जगदलपुर में चार राहत शिविर खोले गए हैं
, जहां ठहरे लोगों के लिए जिला प्रशासन की ओर से भोजन की व्यवस्था की गई है। जिला कलेक्टर चंदन कुमार और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र मीणा ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। ऐहतियात के तौर पर जिला कलेक्टर ने आज भी जिले में संचालित सभी निजी और शासकीय विद्यालयों के लिए अवकाश घोषित कर दिया।

राजधानी रायपुर में इन इलाकों में भरा पानी                    राजधानी रायपुर में दो दिन तक हुई तेज बारिश के बाद कई सड़कों पर पानी जमा होने के कारण आवाजाही बंद है। सेजबहार और  टाटीबंध इलाके में सड़क पर पानी भरने की वजह से आम लोगों की मुश्किलें बढ़ी हैं। रायपुर से बिलासपुर के रास्ते धनेली में सड़क पर यातायात बंद है। इसी तरह, बलौदाबाजार मार्ग पर सारागांव के आगे कोल्हान नाले का पानी सड़क पर होने के कारण यहां भी आवाजाही प्रभावित हुई।

 शिवनाथ नदी उफान पर

राजनांदगांव जिले में शिवनाथ नदी उफान पर है और यहां के तीन बैराज- मोंगरा, घूमरिया और सूखानाला से अब तक बासठ हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। अंबागढ़ चौकी ब्लॉक के महाराष्ट्र की सीमा से लगे चिल्हाटी, मरारटोला और दककोटोला गांव में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। ये गांव टापू में तब्दील हो गए हैं। यहां खेतों में लगी हुई फसल भी डूब चुकी है। दुर्ग जिले में बीते करीब पंद्रह घंटों से बारिश के कारण निचले इलाकों और सड़कों पर पानी भर गया है। शिवनाथ नदी खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर बह रही है।

खतरे की स्थिति से निपटने के लिए महमरा एनीकट में पुलिस बल तैनात किया गया है। नदी से लगे दुर्ग और धमधा ब्लॉक के हजारों एकड़ खेतों में पानी भर गया है। वहीं, निचले इलाकों में बसे गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री सुरेश पांडेय ने बताया कि बैराज से लगातार पानी छोड़ने के कारण नदी का जलस्तर और अधिक बढ़ने की संभावना है। दुर्ग शहर में सुपेला सहित अन्य सभी जगहों पर पानी भरने से लोग परेशान है। भिलाई के कई क्षेत्रों में नालियों का गंदा पानी सड़कों के ऊपर से बह रहा है। शहर के तीनों अंडर ब्रिज और सिरसा गेट में भी पानी भर गया है। 

भिलाई इस्पात संयंत्र के ऑक्सीजन प्लांट-दो के गेट पर तीन से चार फीट पानी भर गया है। प्लांट के अन्य हिस्सों में भी जलजमाव हुआ है। इसके चलते कर्मचारी यहां फंसे हुए हैं। वहीं, बेमेतरा जिले में भी शिवनाथ, सकरी और हाफ नदी के साथ अन्य नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इसके कारण दाढ़ी तहसील के सुनहरा, भैया और आमचो सहित कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। नवागढ़ नगर पंचायत में लोगां के घरों में पानी घुस गया है। जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन के अधिकारी रिहायशी इलाकों से पानी निकालने की कवायद में जुटे हुए हैं। वहीं, जिले के तेंदूभाटा गांव में आकाशीय बिजली गिरने से खेत में काम कर रही एक महिला की मृत्यु हो गई। 

गरज-चमक के साथ भारी बारिश की चेतावनी

इधर, कोरबा जिले में भी लगातार बारिश की वजह से जनजीवन प्रभावित हुआ है। हसदेव नदी से जुडे़ नहर का तटबंध आज सुबह टूट गया। यहां से तेज बहाव के साथ पानी इमलीडुग्गू, बंसोड़ और भैयालाल मोहल्ला के साथ आसपास के अन्य रिहायशी इलाकों में घुस गया। जिला प्रशासन की टीम राहत और बचाव कार्य में लगी हुई है। वहीं, टूटे हुए तटबंध को सुधारने का काम जारी है। इस बीच, एक चिन्हित निम्न दाब का क्षेत्र पूर्वी मध्यप्रदेश के आसपास सक्रिय है। मौसम विभाग के अनुसार राज्य के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने या गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। इस दौरान एक-दो जगहों पर गरज-चमक के साथ भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।

Don't Miss
© Media24Media | All Rights Reserved | Infowt Information Web Technologies.