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पीडीएस के तहत माह जुलाई के लिए 1,392 किलोलीटर केरोसिन का आबंटन

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रायपुर। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा गैर अनुसूचित क्षेत्रों के गैस कनेक्शनधारी राशन कार्डों में भी सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के अंतर्गत केरोसिन प्रदाय किए जाने निर्देश दिए गए हैं। गौरतलब है कि केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय नई दिल्ली से वर्ष 2023 के लिए प्राप्त केरोसिन आबंटन में से 1,392 किलोलीटर केरोसीन का छत्तीसगढ़ खाद्य एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत प्रचलित राशनकार्ड एवं हाकर्स के लिए माह जुलाई 2023 के लिए उचित मूल्य दुकानवार आनलाईन आबंटन जारी कर दिया गया है।
                  

इस आशय का पत्र खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा प्रदेश के सभी कलेक्टरों और ऑयल उद्योग के राज्य स्तरीय समन्वयकों को भेज दिया गया है। खाद्य विभाग द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि पीडीएस के तहत प्रचलित सभी अंत्योदय एवं प्राथमिकता वाले राशन कार्डो को पात्रता होेगी। नगरीय क्षेत्रों के राशनकार्ड धारियों के लिए अधिकतम 2 लीटर केरोसीन तथा ग्रामीण क्षेत्रों के अंतर्गत अनुसूचित क्षेत्रों के राशनकार्ड धारियों को अधिकतम 3 लीटर तथा गैर अनुसूचित क्षेत्रों के राशनकार्ड धारियों को अधिकतम 2 लीटर की पात्रता होगी।

माह जुलाई के लिए जिलेवार केरोसीन आबंटन इस प्रकार हैै। बस्तर जिले के लिए 48 किलोलीटर केरोसीन का आबंटन जारी किया गया है। इसी प्रकार बीजापुर जिले के लिए 24 किलोलीटर, दन्तेवाड़ा जिले के लिए 24 किलोलीटर, कांकेर जिले के लिए 48 किलोलीटर, कोंडागांव जिले के लिए 36 किलोलीटर, नारयणपुर जिले के लिए 12 किलोलीटर, सुकमा जिले के लिए 24 किलोलीटर, बिलासपुर जिले के लिए 60 किलोलीटर, गौरला-पेड्रा-मरवाही जिले के लिए 12 किलोलीटर, जांजगीर-चांपा जिले के लिए 72 किलोलीटर, कोरबा जिले के लिए 72 किलोलीटर, मुंगेली जिले के लिए 48 किलोलीटर, रायगढ़ जिले के लिए 24 किलोलीटर,

बालोद जिले के लिए 48 किलोलीटर, बेमेतरा जिले के लिए 60 किलोलीटर, दुर्ग जिले के लिए 24 किलोलीटर, कवर्धा जिले के लिए 72 किलोलीटर, राजनांदगांव जिले के जिए 12 किलोलीटर, बलौदाबाजार-भाटापारा 96 किलोलीटर, धमतरी जिले के लिए 36 किलोलीटर, गरियाबंद जिले के लिए 48 किलोलीटर, महासमुंद जिले के लिए 72 किलोलीटर, रायपुर जिले के लिए 36 किलोलीटर, बलरामपुर जिले के लिए 60 किलोलीटर, जशपुर जिले के लिए 60 किलोलीटर, कोरिया जिले के लिए 24 किलोलीटर, सरगुजा जिले के लिए 72 किलोलीटर, सूरजपुर जिले के लिए 60 किलोलीटर, सक्ती जिले के लिए 12 किलोलीटर, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के लिए 24 किलोलीटर, सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के लिए 36 किलोलीटर, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के लिए 24 किलोलीटर और मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के लिए 12 किलोलीटर केरोसिन का आबंटन जारी किया गया है।

पीडीएस के तहत माह अप्रैल के लिए 2,916 किलोलीटर केरोसिन का आबंटन

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रायपुर। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा गैर अनुसूचित क्षेत्रों के गैस कनेक्शनधारी राशन कार्डों में भी सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के अंतर्गत केरोसिन प्रदाय किए जाने निर्देश दिए गए हैं। गौरतलब है कि केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय नई दिल्ली से वर्ष 2023 के प्रथम तिमाही के लिए प्राप्त केरोसिन आबंटन में से 2,916 किलोलीटर केरोसीन का छत्तीसगढ़ खाद्य एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत प्रचलित राशनकार्ड एवं हाकर्स के लिए माह अप्रैल 2023 के लिए उचित मूल्य दुकानवार आनलाईन आबंटन जारी कर दिया गया है। 

इसमें पीडीएस के लिए 2867.05 और हाकर्स के लिए 48.95 किलोलीटर केरोसिन सामिल है। इस आशय का पत्र खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा प्रदेश के सभी कलेक्टरों और ऑयल उद्योग के राज्य स्तरीय समन्वयकों को भेज दिया गया है। खाद्य विभाग द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि पीडीएस के तहत प्रचलित सभी अंत्योदय एवं प्राथमिकता वाले राशन कार्डो को पात्रता होेगी। नगरीय क्षेत्रों के राशनकार्ड धारियों के लिए अधिकतम 2 लीटर केरोसीन तथा ग्रामीण क्षेत्रों के अंतर्गत अनुसूचित क्षेत्रों के राशनकार्ड धारियों को अधिकतम 3 लीटर तथा गैर अनुसूचित क्षेत्रों के राशनकार्ड धारियों को अधिकतम 2 लीटर की पात्रता होगी। 

वहीं हॉकर्स को 85 लीटर के मान से पृथक आबंटन जारी किया गया है। हॉकर्स को निर्धारित उचित मूल्य दुकान के समक्ष खड़े होकर हॉकर्स से राशन कार्डधारियों को केरोसिन वितरित कराने को कहा गया है। माह फरवरी के लिए जिलेवार केरोसीन आबंटन इस प्रकार है। बस्तर जिले के लिए 108 किलोलीटर केरोसीन का आबंटन जारी किया गया है। इसी प्रकार बीजापुर जिले के लिए 36 किलोलीटर, दन्तेवाड़ा जिले के लिए 36 किलोलीटर, कांकेर जिले के लिए 84 किलोलीटर, कोंडागांव जिले के लिए 72 किलोलीटर, नारयणपुर जिले के लिए 24 किलोलीटर, सुकमा जिले के लिए 48 किलोलीटर, बिलासपुर जिले के लिए 160.70 किलोलीटर, गौरला-पेड्रा-मरवाही जिले के लिए 36 किलोलीटर, जांजगीर-चांपा जिले के लिए 118.47 किलोलीटर, कोरबा जिले के लिए 120 किलोलीटर, मुंगेली जिले के लिए 82.56 किलोलीटर, रायगढ़ जिले के लिए 92.01 किलोलीटर,

 बालोद जिले के लिए 82.90 किलोलीटर, बेमेतरा जिले के लिए 108 किलोलीटर, दुर्ग जिले के लिए 96 किलोलीटर, कवर्धा जिले के लिए 114.90 किलोलीटर, राजनांदगांव जिले के जिए 72 किलोलीटर, बलौदा बाजार भाटापारा 133.20 किलोलीटर, धमतरी जिले के लिए 96 किलोलीटर, गरियाबंद जिले के लिए 108 किलोलीटर, महासमुंद जिले के लिए 131.91 किलोलीटर, रायपुर जिले के लिए 144 किलोलीटर, बलरामपुर जिले के लिए 108 किलोलीटर, जशपुर जिले के लिए 118.64 किलोलीटर, कोरिया जिले के लिए 35.15 किलोलीटर, सरगुजा जिले के लिए 129.54 किलोलीटर, सूरजपुर जिले के लिए 119.07 किलोलीटर, सक्ती जिले के लिए 72 किलोलीटर, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के लिए 48 किलोलीटर, सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के लिए 72 किलोलीटर, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के लिए 36 किलोलीटर और मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के लिए 24 किलोलीटर केरोसिन का आबंटन जारी किया गया है।

अंधेरे में आई उम्मीदों की रोशनी... सुदूर वनांचल गांव पूटा के पहाड़ में आदिवासियों के घर बिजली से हुये रोशन

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रायपुर। सुदूर वनांचल पूटा गांव के आदिवासी परिवारों के बच्चे अब केरोसिन की लाईट में पढ़ाई नहीं करेंगे। गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के सुदूर वनांचल क्षेत्र में पूटा के पहाड़ पर बसे विद्युत विहीन 7 आदिवासी परिवारों के घर क्रेडा के माध्यम से सौर बिजली की सविधा पहुंचने से उनका जीवन जगमगा उठा है। राज्य में पिछले चार सालों में दूरस्थ पहुंचविहीन 80 हजार से अधिक घरों में बिजली पहुंचायी गयी है।

उल्लेखनीय है कि भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान ग्राम कोटमी में 4 जुलाई को ग्राम पूटा के आदिवासी परिवारों ने बिजली की मांग की थी। इस मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने क्रेडा के अधिकारियों को निर्देशित किया था। मुख्यमंत्री के निर्देश पर क्रेडा ने पूटा गांव के सात आदिवासी परिवारों में सौर बिजली कनेक्शन पहुंचा दिया है।

बिजली कनेक्शन नहीं पहुचने के कारण पूटा गांव के आदिवासी परिवार अंधरे में गुजारा कर रहे थे। यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के संज्ञान में आने पर उनके निर्देश पर छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) द्वारा डीएमएफ मद से छह माह के भीतर सोलर होम संयंत्र स्थापित कर प्रकाश की व्यवस्था की गई। प्रत्येक संयंत्र में 5 नग एल.ई.डी. ट्यूब लाईट, 1 नग पंखा एवं मोबाइल चार्जर पोर्ट शामिल है। सोलर होम लाईट स्थापित होने से आदिवासी परिवार लाईट, पंखे की सुविधा के साथ ही रात में बच्चों को पढ़ने-लिखने के लिए केरोसिन का चिमनी-दीया नहीं जलाना पड़ेगा। सोलर लाईट से जहां उनके अजीविका में सुधार हुआ है, वहीं रात में रोशनी होने से जंगली जानवरों से वे सुरक्षा महसूस कर रहे हैं।

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