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New Parliament Building: नंदकुमार साय ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, संसद भवन के उद्घाटन को लेकर कहा...

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New Parliament Building: वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर राष्ट्रपति के हाथों संसद भवन के लोकार्पण की मांग उठाई है। अपने पत्र में साय ने लिखा है कि देश को पहली बार आदिवासी राष्ट्रपति मिली है, इसलिए संसद भवन का लोकार्पण उनके हाथों ही होना चाहिए।


कांग्रेस नेता के इस पत्र के बाद से राज्य में सियासी वार-पलट वार हो रहे हैं. भूपेश बघेल ने डॉ. रमन सिंह के ट्वीट को टैग करते हुए ट्वीट किया, 'स्मृति मनुष्य के जीवन संचालन का आवश्यक अवयव है, यदि इसमें कमी आने लगे तो योग और प्राणायाम की शरण में तुरंत चले जाना चाहिए, नकारात्मकता और कुंठा से दूर हो जाना चाहिए रमन सिंह जी.' उन्होंने आगे लिखा, 'लोकतंत्र के लिए गौरव का विषय है कि दलित समुदाय से आने वाले आदरणीय के.आर. नारायणन देश के राष्ट्रपति रहे और मीरा कुमार लोकसभा की अध्यक्ष रहीं. आदिवासी समुदाय से आने वाली द्रौपदी मुर्मू हमारी संवैधानिक अभिभावक हैं. उनके हाथों लोकतंत्र की पंचायत का उद्घाटन होना आदिवासी समुदाय ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का पल होगा.'

दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। इसे लेकर आदिवासी कांग्रेस नेता नंदकुमार साय ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। साय ने पत्र में संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से कराने की बात कही है। कांग्रेस नेता साय ने कहा, राष्ट्रपति देश की संवैधानिक प्रमुख है। राष्ट्रपति नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे तो अच्छा है। प्रधानमंत्री मोदी लोकार्पण करने का लोभ संवरण करें। इससे पहले राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर उद्घाटन राष्ट्रपति से कराने का आग्रह कर चुके हैं।

कांग्रेसियों के पेट में उठ रही है मरोड़- रमन सिंह

सीएम बघेल ने आगे लिखा, 'मेरा अनुरोध है कि बीजेपी के 'राष्ट्रीय उपाध्यक्ष' के रूप में आप भी प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर आग्रह करें. ऐसा करने से हो सकता है कि आपको छत्तीसगढ़ के वे आदिवासी भी माफ कर दें, जिन्हें आपके शासन में नक्सली बताकर जेल में डाला गया था, जिन बच्चों को नक्सली बताकर गोली मार दी गई थी.' डॉ. रमन सिंह ने कहा, 'केंद्र में कई दशकों तक कांग्रेस सत्ता में थी, तब किसी आदिवासी समाज के व्यक्ति को देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद का दायित्व प्राप्त नहीं हुआ. आज जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश समानता और अंत्योदय के पथ पर अग्रसर है, तब कांग्रेसियों के पेट में मरोड़ उठ रही है.'

आज कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं नंदकुमार साय, जाएंगे राजीव भवन

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रायपुर । आदिवासी नेता नंदकुमार साय सोमवार को कांग्रेस प्रवेश कर सकते हैं। राजनीतिक गलियारे में पिछले तीन दिन से साय की नाराजगी और पार्टी छोड़ने की चर्चा थी, लेकिन रविवार को उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को इस्तीफे का पत्र भेज दिया।


कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो नंदकुमार साय सोमवार सुबह साढ़े दस बजे कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन पहुंचेंगे और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता लेंगे। साय के सदस्यता ग्रहण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित सभी मंत्री और पार्टी पदाधिकारी शामिल होंगे।

प्रदेश पदाधिकारियों को रविवार देर शाम को आनन-फानन में फोन करके सुबह राजीव भवन पहुंचने का निर्देश दिया गया है। हालांकि साय के कांग्रेस में शामिल होने की किसी भी वरिष्ठ नेता ने पुष्टि नहीं की है। इस बीच, साय के इस्तीफे पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने टिप्पणी की है।

सीएम बघेल ने साय के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा कि आज नंदकुमार साय ने अपने साथ-साथ आदिवासियों के मन की बात भी कह दी। सीएम बघेल ने यह बात आदिवासी विरोधी भाजपा हैशटैग के साथ कही है।

साय के इस्तीफे के बाद कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा देश में आदिवासियों की उपेक्षा कर रही है, उनका शोषण कर रही है।

अरुण साव बोले- नाराजगी दूर कर ली जाएगी

साय के इस्तीफ पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा इस्तीफा मिला है। हमेशा से नंदकुमार साय संगठन के प्रमुख पदों पर रहे हैं। अगर किसी प्रकार की नाराजगी होगी तो उनसे चर्चा कर दूर कर ली जाएगी और उनका इस्तीफा वापस हो जाएगा। बहरहाल देखने वाली बात होगी का क्या बीजेपी साय को मना पाती है।

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