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एन.एच.एम एवं एन.यू.एच.एम. के हड़ताल में शामिल अधिकारी-कर्मचारी को तत्काल कार्य में उपस्थित न होने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की चेतावनी

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रायपुर। जिले के नेशनल हेल्थ मिशन और नेशनल अर्बन हेल्थ मिशन संघ के हड़ताल में शामिल विभिन्न अधिकारी-कर्मचारी को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा पत्र जारी कर तत्काल कार्य में उपस्थित होने का निर्देश दिया है। उन अधिकारी-कर्मचारी के कार्य में उपस्थित नही होने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की चेतावनी दी गई है।

जारी पत्र के अनुसार एन.एच.एम एवं एन.यू.एच.एम. संघ छत्तीसगढ़ के आव्हान पर जिले के एन.एच.एम एवं एन.यू.एच.एम. के अधिकारी-कर्मचारी के हडताल में शामिल होने की सूचना प्राप्त हुई थी। साथ ही एन.यू.एच.एम. के स्थानीय कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारी की 03 जुलाई से हड़ताल में शामिल है। छत्तीसगढ़ शासन के 11 जुलाई 2023 को जारी आदेश के अनुसार इनके कार्य सीधे सामान्य जन के स्वास्थ्य सुविधाओं से जुडे़  है, यदि इनके हड़ताल पर जाने से कोई असुविधा होती है, तो संबंधित के विरूद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। जिसके जिम्मेदार वे स्वयं होंगे। हड़ताल में शामिल अधिकारी-कर्मचारी को तत्काल उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है।

मिस्र का नर्तक दल छत्तीसगढ़ की यादें लेकर वतन रवाना

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रायपुर। एक नवंबर से शुरू तीन दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी महोत्सव में शामिल होने देश और विदेश के कई आदिवासी नर्तक दलों का आगमन रायपुर में हुआ। इसी कड़ी में मिस्र का नर्तक दल आयोजन में शामिल होने 31 अक्टूबर की शाम को रायपुर पहुंचे थे। उन्होंने अपनी शानदार प्रस्तुति देने के पश्चात आज यहां माना विमानतल से अपने वतन रवाना हुए। माना विमानतल मे प्रस्थान के समय विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों ने भावभीनी विदाई दी।



दल के सदस्यों ने कहा उन्हें छत्तीसगढ़ रायपुर आने का मौका मिला यह उनके लिए सौभाग्य की बात है। यहां राजधानी रायपुर पहुंचकर विभिन्न देशों और भारत के भिन्न राज्यों के आदिवासियों के संस्कृति की जानकारी हुई तथा उन्हें भी अपने देश की संस्कृति के बारे में अन्य राज्य के लोगों को बताने का शुभ अवसर मिला। उन्होंने कहा की छत्तीसगढ़ रायपुर की यादों को वह हमेशा अपने दिलों में संजोकर रखेंगे।

दल के सारे सदस्यों ने छत्तीसगढिया सबले बढ़िया के नारे का उदघोष कर माना विमानतल से रवाना हुए। दल के सदस्यों ने राज्य सरकार को राष्ट्रीय आदिवासी महोत्सव जैसा मंच प्रदान करने के लिए धन्यवाद किया और कहा कि हमे अपनी संस्कृति को साझा करने का सुअवसर मिला। मिस्र के दल में 9 महिलाएं और 14 पुरुष सहित कुल 23 सदस्य थे। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव एवं राज्योत्सव 3 नवंबर तक मनाया जाएगा। जिसमें भारत के विभिन्न राज्यों के नर्तक दलों के साथ 10 विदेशी टीम भी शामिल है।

बाजार में है रौनक, मैंने भी अपने घर के लिए की दीपावली की खरीदी : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

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रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज धनतेरस के मौके पर राजधानी रायपुर में स्थानीय दुकानदारों से दीपावली की खरीदारी करने पहुंचे। इस दौरान बाजार में रौनक देखकर छत्तीसगढ़वासियों की तरह ही मुख्यमंत्री के चेहरे पर भी खुशी नजर आयी। उन्होंने कहा कि, बीते दो साल दीपावली की त्योहारी सीजन का बाजार कोरोना की वजह से प्रभावित रहा। इस बार बाजार में भरपूर रौनक है। शासन की विभिन्न योजनाओं और नीतियों के चलते ग्रामीण, मजदूर, किसान से लेकर अधिकारी-कर्मचारी वर्ग सभी की जेब में पैसा है। यह पैसा अब बाजार तक पहुंच रहा है। इससे व्यापारी वर्ग भी उत्साहित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि, ‘त्योहार का अवसर है, ऐसे में मैं भी अपने परिवार के लिए खरीदारी करने पहुंचा हूं।


 

गोल बाजार में स्थानीय दुकानदारों ने दीये, मटका, रुई-बत्ती, मौली धागा, रक्षासूत्र, तोरण, बताशा, लाई समेत स्थानीय स्तर पर तैयार ग्रामीण उत्पादों की खरीदी की साथ ही दूसरों से भी ग्रामीण उत्पादों और स्थानीय दुकानदारों से सामान खरीदकर उनकी आर्थिक समृद्धि में योगदान देने की अपील की। इस दौरान मुख्यमंत्री बघेल के साथ छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, नगर निगम रायपुर के महापौर एजाज ढ़ेबर, रायपुर कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार छत्तीसगढ़िया ग्रामीण उत्पादों को प्रोत्साहित करते हैं। इसी कड़ी में आज धनतेरस के मौके पर मुख्यमंत्री राजधानी रायपुर के गोलबाजार पहुंचे और ग्रामीण कुम्हारों द्वारा सजाए गए दुकानों में जाकर मिट्टी के दीये


मटका की खरीदारी की। वहीं छोटी दुकानें सजाकर बैठी महिला दुकानदार मीना बाई गवली, मंजू पवार, बुधियारिन बाई के पास जाकर हाथ से तैयार किए गए मौली धागा, रक्षा सूत्र, पूजा पैकेट, तोरण आदि की खरीदी की। मुख्यमंत्री ने सड़क पर एक डंडे के सहारे अपनी दुकान चला रहे 11 वर्षीय मासूम शेख फरहान से पांच नग माला भी खरीदी और बदले में पांच सौ रुपये बच्चों को दिए। गोलबाजार में खरीदारी के दौरान मुख्यमंत्री ने वहां पहुंची युवती आम्रपाली गनवीर से पूछा कि वे क्या-क्या खरीद रही हैं, युवती ने बताया कि वो स्थानीय दुकानदारों से ही खरीदी कर रही हैं जिस पर प्रसन्न होकर मुख्यमंत्री ने उन्हें मयूर पंख उपहार में भेंट किया। वहीं अपने पिता के साथ मिट्टी के दीयों की खरीदी करती नन्हीं बच्ची आसू बाया को देखकर मुख्यमंत्री बघेल ने बच्ची को आत्मीय भाव से गोद में लेकर दुलार किया।



इसके बाद त्योहारी मौके पर मिष्ठान खरीदने मालवीय रोड स्थित दुकान पहुंचे, जहां उन्होंने गुड़ चिक्की, गुजराती मावा लड्डू, पापड़ी, मिल्क केक और चिवड़ा फल्ली खरीदा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने खासतौर से ऑरेंज बर्फी और फाफड़ा का स्वाद भी चखा। फिर मुख्यमंत्री बघेल लाखेनगर स्थित हिंद स्पोर्टिंग ग्राउंड पर सजे पटाखा दुकानों पर पहुंचे और परिवार के सदस्यों व बच्चों के लिए अनार, चकरी, लाइट, रस्सी, रॉकेट, टॉय गन, फूलझड़ी जैसे पटाखे खरीदे। इस दौरान बीते 52 साल से पटाखा दुकान लगा रहे पटाखा व्यवसायी सुनील कुमार गुप्ता ने मुख्यमंत्री से मिलकर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उनकी जानकारी में पहली बार कोई मुख्यमंत्री स्वयं पटाखा खरीदने पहुंचे हैं।

 स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना हमारी जिम्मेदारी

इस मौके पर मुख्यमंत्री बघेल ने सभी को धनतेरस, रूप चौदस व दीपावली की बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि, स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना हम सबकी जिम्मेदारी है। स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा तो कहीं-न-कहीं यह छत्तीसगढ़ के विकास की गति को आगे बढ़ाएगा। उन्होंने कहा कि, छत्तीसगढ़ सरकार ने परम्परागत व्यवसाय, हस्तशिल्प व हस्तकला को बढ़ावा देने के लिए वन धन विकास केन्द्र, छत्तीसगढ़ हर्बल से लेकर सी-मार्ट (छत्तीसगढ़ मार्ट) की शुरुआत की है।



मुख्यमंत्री ने कहा कि, दीपावली का त्योहार कुम्भकार समुदाय के लिए विशेष रूप से उम्मीदों का अवसर होता है, जब उनका व्यवसाय अपेक्षाकृत अधिक होता है और उन्हें आर्थिक संबलता मिलती है। इसी तरह छत्तीसगढ़ में ग्रामीण महिलाएं फूल झाड़ू, धान की बालियों से झालर, बांस की टोकरी समेत टेराकोटा जैसे अनेक तरह के उत्पाद तैयार कर रही हैं। इनकी खरीदी कर इन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

शासकीय योजनाओं से हर चेहरे पर है खुशी

बाजार में रौनक को लेकर एक सवाल पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि, छत्तीसगढ़ सरकार राजीव गांधी किसान न्याय योजना के जरिये किसानों को उनकी उपज का सही दाम दे रही है। राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के माध्यम से गरीब, मजदूर वर्ग को आर्थिक सहायता दी जा रही है। गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ में गोपालकों व गौठान समितियों तथा महिला स्व-सहायता समूहों के लिए आय का बड़ा स्त्रोत बन चुकी है। 



छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन योजना बहाल करने साथ ही शासकीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में हाल ही में पांच प्रतिशत की वृद्धि की गई। अब राज्य के शासकीय कर्मचारियों को 33 प्रतिशत तक महंगाई भत्ता दिया जा रहा है। व्यापार-उद्योग को बढ़ावा देने के लिए भी योजनाएं और नीतियां अपनायी गईं। इस तरह से हर वर्ग को आर्थिक रूप से समृद्ध और संबल करने का प्रयास बीते पौने चार साल में छत्तीसगढ़ सरकार ने किया है। बाजार में दिख रही रौनक सरकार के इन्हीं प्रयासों का नतीजा है। शासकीय योजनाओं से हर वर्ग के चेहरे पर खुशी है।

हिदायत के बाद भी अनुपस्थित मिले 100 से अधिक अधिकारी-कर्मचारी, कलेक्टर ने जताई नाराजगी

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जांजगीर-चांपा। शासकीय कार्यालयों में अधिकारी-कर्मचारियों की उपस्थिति समय पर सुनिश्चित करने कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा द्वारा लगातार बैठक लेकर हिदायत दी जा रही है। उन्होंने यहाँ आते ही बैठक लेकर सभी को निर्देशित भी किया था कि सभी समय पर दफ्तर पहुचे। आज सोमवार को एक बार फिर उनके निर्देश पर सयुंक्त कलेक्टर और एसडीएम जांजगीर, पामगढ़ एसडीएम, तहसीलदार सारागांव ने शासकीय कार्यालयों में आकस्मिक निरीक्षण किया तो अनेक अधिकारी-कर्मचारी कार्यालयीन समय पर भी दफ्तर नहीं पहुँचे थे। कुल 120 अधिकारी-कर्मचारी अनुपस्थित पाये गये। कलेक्टर ने इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए सभी को नोटिस जारी कर वेतन काटने के निर्देश दिए हैं।



कलेक्टर सिन्हा द्वारा जिले के अधिकारियों-कर्मचारियों को बैठक लेकर लगातार समय पर कार्यालय में उपस्थित होने और शासन के योजनाओं के क्रियान्वयन के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही कलेक्टर द्वारा लगातार विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर शासकीय कर्मचारियों को समय पर उपस्थिति देने के निर्देश दिए जा रहे हैं। अनेक ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा कलेक्टर को प्राप्त शिकायत के आधार पर अनुपस्थित अधिकारी कर्मचारियों को पूर्व में भी हिदायत दी गई है। इसी कड़ी में आज कलेक्टर के निर्देश पर कार्यालयों का निरीक्षण किया गया जिसमें विभिन्न शासकीय कार्यालयों में 120 से अधिक अधिकारी-कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए।

अनुभाग चांपा में 40 से अधिकारी कर्मचारी अनुपस्थित

कलेक्टर के निर्देश पर चांपा एसडीएम श्रीमती आराध्या राहुल कुमार द्वारा कार्यालयों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में लोक निर्माण विभाग में कुल 18 में से 7 लोग अनुपस्थित मिले। जिसमें श्रीमती सविना रिजवी, विजय कुमार कवंर, श्रीमती सरस्वती राठौर, दीपक कुमार वर्मा, हेमंत कुमार देवांगन, श्रीमती सरिता कवंर, श्रीमती गीता बाई साहू अनुपस्थित पाई गई। इसी प्रकार जल संसाधन विभाग माइनर में होमेश नायक कार्यपालन अभियंता एवं 17 कर्मचारी एन.आर. राठौर, डी.एल. खैरवार, जीआर कैवर्त्य, एन के पोरचट्टी, जीएस राठौर, कुमारी संध्यालता साहू, एम वी टोप्पो, पंकज कश्यप, संतोष कुमार साहू, सुधाकर राव, श्यामलाल पटेल, अलगराम साहूकुमारी दुजन बाई चौहान, श्रीमती अमृता तिवारी, श्रीमती शांति बाई, देवसिंह गोड़, राकेश कुमार खाण्डे, अनुपस्थित मिले। यहां 22 में से 18 अधिकारी अनुपस्थित थे। 

जल संसाधन विभाग मेजर में अधिकारी नेताम कार्यपालन अभिंयता, कर्मचारी विजेन्द्र कुमार जायसवाल, प्रकाश महंत, कमलेश कुमार केंवट, मिकेश कुमार बरेठ, श्रीमती सुनिता यादव, श्रीमती उषा रामचन्द्रन नायर, ललित कुमार स्वर्णकार, बाके बिहारी सिंह चंदेल, दिलीप कुमार अवस्थि, बहादुलाल कुम्हार, धनसिंह कवंर अनुपस्थित थे। यहां 25 में से 12 अधिकारी अनुपस्थित थे। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में कुल 31 मे से 6 अधिकारी अनुपस्थित थे। जिसमें सी के शुक्ला कार्यपालन अभियंता, कर्मचारी ओम प्रकाश बरेठ, आकाश कुमार जांगड़े, निखिल कुमार तम्बोली, पीयूष पटेल और प्रसाद राठौर अनुपस्थित मिले।

 संयुक्त कलेक्टर की जांच में 31 मिले अनुपस्थित

संयुक्त कलेक्टर श्रीमती निशा नेताम मड़ावी ने जिला मुख्यालय स्थित कार्यालय जिला विपणन अधिकारी, जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम, उप-पंजीयक सहकारी संस्था में कार्यालयीन निरीक्षण किया। जिसमें जिला विपणन अधिकारी सुनील सिंह राजपूत सहित अधीनस्थ अधिकारी-कर्मचारी श्रीमती कामिनी मोदी, श्रीमती सुनिता जाहिरे, फैज मोहम्मद, सतीश पटेल, अजीत दुबे, कृपा राम दुबे, कमल सोनी, आशिष सिंह चंदेल, राजेन्द्र पटेल, रमेश स्वर्णकार, वेद प्रकाश पटेल, सत्यनारायण यादव, पुष्पेन्द्र कौशिक, रवि यादव, घृत बरेठ, अनिरूद्ध पाण्डेय, राजेश यादव, लखेश्वर कटकवार, श्रीमती प्रभा पाण्डेय, सत्यनारायण, श्रीमती शांति दुबे, आनंद तिवारी, श्रीमती गीता कुर्रे अनुपस्थित पाए गए। निरीक्षण में उपपंजीयक सहकारी संस्था के अधिकारी भी अनुपस्थित मिले।

 अस्पताल में चिकित्सक सहित अन्य स्टाफ थे अनुपस्थित

 कलेक्टर के निर्देश पर जांजगीर एसडीएम श्रीमती कमलेश नंदिनी साहू, पामगढ़ एसडीएम श्री आर के तंबोली, संयुक्त कलेक्टर डॉ ज्योति पटेल, तहसीलदार सारागांव श्रीमती जयंती देवांगन द्वारा अलग-अलग किए गए निरीक्षण में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में 5, साक्षरता मिशन में 2, बीईओ कार्यालय पामगढ़ में 4, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग में 8, शासकीय कन्या पूर्व माध्यमिक शाला पामगढ़ में 3, रेशम विभाग में 2, शासकीय प्राथमिक शाला पामगढ़ में 1, पशु चिकित्सा विभाग में 9, जनपद सीईओं पामगढ़ में 11, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सारागांव में एक चिकित्सक डॉ अमित अग्रवाल सहित जे पी मिश्रा, आर आर डडसेना, श्रीमती सुरेखा वीना, श्रीमती उषा कर्ष अनुपस्थित पाई गई।

 मुख्यालय से बाहर आना-जाना नहीं चलेगा : कलेक्टर

कलेक्टर सिन्हा द्वारा जिले में शासकीय अधिकारियों की उपस्थिति मुख्यालय में सुनिश्चित करने के निर्देश लगातार दिया जा रहा हैं। उन्होंने फील्ड के स्टाफ को भी मुख्यालय और कार्यालयों में रहने के निर्देश दिया हुआ है। उन्होंने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को निर्देशित किया है कि वे शासन द्वारा निर्धारित कार्यालयीन समय तक अनिवार्य रूप से कार्यालय में उपस्थित होकर शासकीय कामकाज करें। कलेक्टर ने कहा है कि उनकी प्राथमिकता शासन के मंशानुसार जनकल्याणकारी योजनाओं का जिले में बेहतर क्रियान्वयन कराना है। आने वाले दिनों में भी यह कार्यवाही लगातार जारी रहेगी। मुख्यालय से बाहर आना-जाना नहीं चलेगा। स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र, आंगनबाड़ी सहित सभी कार्यालयों में आकस्मिक निरीक्षण सुबह और शाम को किया जाएगा। अनुपस्थिति पर वेतन काटने के साथ आने वाले दिनों में सख्त विभागीय कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाएगी।

सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी किया हड़ताली कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही करने का निर्देश

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रायपुर। पिछले आठ दिनों से हड़ताल कर रहे प्रदेश के शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों ने आज मुख्य सचिव अमिताभ जैन से मुलाकात कर अपनी बातें रखीं। बैठक के बाद छत्तीसगढ़ अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा ने कहा कि मुख्य सचिव के साथ हुई चर्चा सकारात्मक रही है। बैठक के दौरान कर्मचारी संगठनों ने अपना पक्ष रखा।  वर्मा ने बताया कि आज की चर्चा के दौरान मुख्य सचिव ने आश्वस्त किया है कि वे कर्मचारियों के पक्ष से मुख्यमंत्री को अवगत कराएंगे। 



साथ ही इस बारे में वित्त सचिव और अन्य अधिकारियों से भी चर्चा की जाएगी। इस बीच, अब से थोड़ी देर पहले सामान्य प्रशासन विभाग ने विभागाध्यक्षों और कलेक्टरों को एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है। इसके अनुसार वर्तमान हड़ताल में शामिल नहीं होने वाले कर्मचारियों को पच्चीस से उनतीस जुलाई तक हड़ताल अवधि का अवकाश स्वीकृत करते हुए भुगतान किया जाएगा। वहीं, बाईस अगस्त से जारी हड़ताल में शामिल कर्मचारियों की कार्यालय से अनुपस्थिति के संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा दस अप्रैल दो हजार छह को जारी परिपत्र के अनुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी 

और बिना पूर्व स्वीकृति के सामूहिक अवकाश अथवा हड़ताल पर जाने की दशा में वेतन इत्यादि देय नहीं होगा और न ही इस प्रकार की अनुपस्थिति के दिवसों का अवकाश स्वीकृत किया जाएगा। इस अवधि को ब्रेक इन सर्विस माना जाएगा। गौरतलब है कि प्रदेश के अधिकारी-कर्मचारी केन्द्र सरकार के कर्मचारियों के बराबर महंगाई और आवास भत्ता देने की मांग को लेकर बीते बाईस अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं।

शासकीय अधिकारी-कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल, मुख्यमंत्री-पूर्व मुख्यमंत्री में जुबानी जंग

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रायपुर। राज्य के चार लाख से अधिक शासकीय अधिकारी-कर्मचारी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। ये कर्मचारी केन्द्र सरकार के कर्मचारियों के बराबर महंगाई और आवास भत्ता देने की मांग कर रहे हैं। अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन के बैनर तले की जा रही इस हड़ताल में प्रदेशभर के तहसीलदार, नायब तहसीलदार, जिला न्यायालय और अधीनस्थ न्यायालय के कर्मचारी सहित करीब अस्सी संगठन शामिल हो रहे हैं। हड़ताल से राज्य सरकार के लगभग 52 विभागों का कार्य प्रभावित हुआ है। 



इस बीच, राज्य सरकार ने जिला कलेक्टरों को वैकल्पिक व्यवस्था कर कार्य को सुचारू रूप से जारी रखने को कहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कर्मचारियों द्वारा की जा रही हड़ताल के संबंध में कहा है कि राज्य सरकार लगातार कर्मचारियों के हित में काम कर रही है। बघेल ने कहा कि अधिकारियों-कर्मचारियों की मांग को ध्यान में रखते हुए उनसे बातचीत के बाद ही छह प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाया गया था, जिसका समर्थन बहुत से संगठनों ने भी किया।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कर्मचारियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा उनके लिए सप्ताह में पांच दिन का कार्यदिवस रखा गया है। हड़ताल को देखते हुए राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग ने कदम उठाए हैं। जो कर्मचारी हड़ताल में शामिल न होकर कार्य में उपस्थित होना चाहते हैं, उनकी सुरक्षा के लिए शासकीय कार्यालयों में पुलिस बल तैनात किया गया है।

कर्मचारियों को केन्द्र के समान चौंतीस प्रतिशत महंगाई भत्ता दें - रमन

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि राज्य की भूपेश सरकार बलपूर्वक कर्मचारियों के आंदोलन को कुचलने में लगी है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कर्मचारियों को चौंतीस प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया जा रहा है। इसी तरह छत्तीसगढ़ में भी राज्य सरकार को अपने कर्मचारियों को केन्द्र के समान चौंतीस प्रतिशत महंगाई भत्ता देना चाहिए।

 त्यौहार अग्रिम दस हजार रुपये

इस बीच, राज्य शासन ने शासकीय सेवकों के त्यौहार अग्रिम में बढ़ोतरी करते हुए यह राशि दस हजार रूपए कर दी है। पहले यह राशि आठ हजार रूपए थी। राज्य शासन ने यह निर्णय कर्मचारियों की मांग को ध्यान में रखते हुए लिया है। त्यौहार अग्रिम की यह राशि स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, दशहरा, दीपावली, होली, रक्षाबंधन, ईद-उल-जुहा, ईद-उल-फितर और क्रिसमस जैसे त्यौहारों के मौके पर प्रदान की जाएगी।

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