रायपुर/दुर्ग। जिस स्मार्ट प्रीपेड मीटर सिस्टम को बिजली चोरी रोकने के लिए लगाया गया था, उसी में अब सेंध लग रही है। रायपुर और दुर्ग जिलों में मीटर से छेड़छाड़ कर बिजली चोरी के मामले सामने आए हैं। इस खुलासे ने पूरे सिस्टम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
रायपुर में 3 केस, दर्ज हुई FIR
रायपुर में अब तक 3 उपभोक्ताओं पर बिजली चोरी के मामले दर्ज किए गए हैं।
- पहला मामला जुलाई में ब्राह्मणपारा में सामने आया, जहां उपभोक्ता ने मीटर की सील तोड़कर सर्किट में छेड़छाड़ की।
- दूसरा मामला बैरनबाजार और
- तीसरा मामला खमतराई क्षेत्र से दर्ज हुआ।
- तीनों मामलों में बिजली कंपनी ने कनेक्शन काट दिया और संबंधित थानों में FIR दर्ज करवाई।
बेमेतरा में ₹2.46 लाख का जुर्माना
दुर्ग जिले के बेमेतरा में उपभोक्ता जयशंकर पुरी गोसाई ने खपत कम दिखाने के लिए मीटर से छेड़छाड़ की। उसने मीटर के तीनों फेस (आर, वाई, बी) को कॉपर वायर से शॉर्ट कर दिया था।
- यह गड़बड़ी रायपुर कंट्रोल सर्वर से पकड़ में आई।
- विजिलेंस टीम ने मौके पर जांच की और मीटर जब्त कर सेंट्रल टेस्टिंग लैब भेजा।
- जांच में छेड़छाड़ की पुष्टि होने पर उपभोक्ता पर ₹2.46 लाख का जुर्माना लगाया गया।
हाईटेक चोरी: चिप से बाईपास
कैसे पकड़ी जाती है चोरी?
रायपुर में स्थापित स्मार्ट मीटर कंट्रोल रूम से मीटर में छेड़छाड़ की पहली जानकारी मिलती है। इसके बाद विजिलेंस टीम मौके पर पहुंचकर उपभोक्ताओं की मौजूदगी में जांच करती है।