नई दिल्ली। NDA ने उपराष्ट्रपति पद के लिए सीपी राधाकृष्णन को अपना उम्मीदवार घोषित किया, जिसके बाद चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से भी बातचीत कर अपने उम्मीदवार के लिए समर्थन मांगा है। वहीं, इंडिया ब्लॉक आज अपनी रणनीति बैठक करने वाला है।
उपराष्ट्रपति चुनाव का तरीका
उपराष्ट्रपति का चुनाव एकल हस्तांतरणीय मत प्रणाली (STV) से होता है। विजेता को बहुमत के लिए कोटा पार करना होता है, जो (कुल वैध मत/2) + 1 से तय होता है। यदि कोई उम्मीदवार पहली मतगणना में यह कोटा पार नहीं करता, तो सबसे कम वोट पाने वाले उम्मीदवार को बाहर किया जाता है और उनके मत दूसरी वरीयता के आधार पर पुनर्वितरित किए जाते हैं। यह प्रक्रिया तब तक चलती है जब कोई उम्मीदवार बहुमत हासिल कर लेता है।
संख्या बल
उपराष्ट्रपति चुनाव में कुल 782 सांसद मतदान करेंगे:
लोकसभा (542 सांसद)
सरकार के साथ: 293
विपक्ष के साथ: 249
राज्यसभा (240 सांसद)
सरकार के साथ: 134
विपक्ष के साथ: 106
इस तरह, सरकार समर्थित उम्मीदवार के पास 427 सांसदों का समर्थन है, जबकि विपक्ष के पास 355 सांसद हैं। हालांकि, 133 सांसदों का समर्थन अभी अनिर्णित है और ये वोट निर्णायक साबित हो सकते हैं।
विपक्ष की रणनीति
इन अनिर्णित 133 वोटों को अपने पक्ष में करने के लिए विपक्ष और इंडिया ब्लॉक की कोशिशें तेज हो गई हैं। कांग्रेस और अन्य दलों के नेता अपने उम्मीदवार को मजबूत बनाने की रणनीति बना रहे हैं। वहीं सरकार अपने सहयोगियों के साथ मिलकर विपक्ष की कोशिशों को कमजोर करने में लगी है।
सीपी राधाकृष्णन को NDA का उम्मीदवार घोषित
BJP ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में घोषित किया। राधाकृष्णन का दक्षिण भारत में राजनीतिक अनुभव, खासकर तमिलनाडु में दो बार सांसद रहना, BJP के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है।
कांग्रेस और DMK को चुनौती
राधाकृष्णन की घोषणा कांग्रेस और DMK के लिए सीधे चुनौती के रूप में देखी जा रही है। बीजेपी दक्षिण में छोटे दलों के साथ गठबंधन कर अपनी पैठ मजबूत करने की कोशिश कर रही है।