Uttarakhand Helicopter Crash: केदारनाथ धाम में रविवार को एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया है. गौरीकुंड और त्रिजुगीनारायण के बीच यह हादसा हुआ है. हेलीकॉप्टर में पायलट सहित कुल 7 लोग सवार थे. इस हादसे में पायलट समेत 7 लोगों की मौत हो गई है। बता दें, आर्यन एविएशन का यह हेलीकॉप्टर केदारनाथ धाम से गुप्तकाशी जा रहा था। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर दुख जताया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस घटना पर दुख जताया है।
हेलीकॉप्टर क्रैश के बाद चार धाम क्षेत्र में हेलीकॉप्टर सेवाएं अगले आदेश तक निलंबित कर दी गई हैं। यह निर्णय यूसीएडीए (उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण) और डीजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) द्वारा संयुक्त रूप से लिया गया।
हेलिकॉप्टर ने सुबह 05:17 बजे गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरी थी और केदारनाथ से यात्रियों को लेकर लौट रहा था, तभी केदारनाथ घाटी में खराब मौसम की वजह से यह रास्ता भटक गया। अधिकारियों ने पुष्टि की कि क्षेत्र में मौसम बहुत खराब था, जिसकी वजह से कथित तौर पर हेलिकॉप्टर अपना रास्ता भटक गया।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए एक्स पर कहा, 'रुद्रप्रयाग जिले में हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बारे में अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ है। एसडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन और अन्य बचाव दल राहत और बचाव कार्यों में लगे हुए हैं।'
इसी के साथ हाल ही में राज्य में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हेलीकॉप्टर संचालन को लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं। सीएमओ उत्तराखंड ने बताया कि सीएम धामी ने कहा कि राज्य में हेली सेवाओं के संचालन के लिए एक सख्त एसओपी तैयार की जाए, जिसमें उड़ान से पहले हेलीकॉप्टर की तकनीकी स्थिति की पूरी जांच और मौसम की सटीक जानकारी लेना अनिवार्य किया जाए। सीएम धामी ने मुख्य सचिव को तकनीकी विशेषज्ञों की एक समिति गठित करने के निर्देश दिए हैं, जो हेली संचालन के सभी तकनीकी और सुरक्षा पहलुओं की गहन समीक्षा के बाद एसओपी तैयार करेगी। यह समिति यह सुनिश्चित करेगी कि हेली सेवाओं का संचालन पूरी तरह सुरक्षित, पारदर्शी और निर्धारित मानकों के अनुसार हो।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, 'सबसे अधिक दुखद बात यह है कि आज सुबह एक और नागरिक उड्डयन त्रासदी की खबर आई, इस बार उत्तराखंड से, केदारनाथ-गौरीकुंड-गुप्तकाशी क्षेत्र में। विमान में एक बच्चे और पायलट सहित 7 लोग सवार थे, और मीडिया द्वारा सबसे बुरी दुर्घटना की आशंका जताई गई है। जबकि हम बचाव और खोज अभियान के परिणामों की प्रतीक्षा कर रहे हैं, मेरी प्रार्थनाएँ विमान में सवार प्रत्येक व्यक्ति के लिए हैं।'