महासमुंद : कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने आज समय सीमा की बैठक लेकर एकमुश्त चावल वितरण, धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान, एक पेड़ मां के नाम 2.0 अभियान, मोर गांव मोर पानी अभियान की प्रगति की समीक्षा की। साथ ही बैठक में शासन की प्राथमिकताओं, जनघोषणाओं, योजनाओं और अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में वनमंडलाधिकारी मयंक पांडेय, जिला पंचायत सीईओ एस. आलोक, अपर कलेक्टर रवि साहू एवं रविराज ठाकुर, अनुविभागीय अधिकारीगण एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर लंगेह ने शाला प्रवेशोत्सव के सफल आयोजन के निर्देश दिए और कहा कि “जिले के किसी भी स्कूल में तालाबंदी की नौबत न आएं। युक्तियुक्तकरण अंतर्गत सभी शालाओं में शिक्षकों की व्यवस्था की गई है। जिससे कोई भी विद्यालय एकल शिक्षकीय नहीं है। उन्होंने सभी एसडीएम और डीईओ को निर्देशित किया कि प्रत्येक विद्यालय नियत समय पर खुले और विद्यार्थियों को गणवेश, पुस्तकें उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने मुख्यमंत्री के महासमुंद प्रवास के दौरान की गई घोषणाओं पर त्वरित कार्यवाही के निर्देश देते हुए कहा कि घोषणाओं का वर्क ऑर्डर शीघ्र निर्गत कर कार्य प्रारंभ करें। जनपद सीईओ और निर्माण एजेंसियां इस कार्य को गंभीरता से लें और जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने सरकार की स्थानांतरण नीति के तहत प्राप्त आवेदनों पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि 25 जून तक सभी आवदनों को जिला स्तर पर अनुमोदन कर प्रभारी मंत्री को भेजा जाएगा। सभी संबंधित प्रभारी अधिकारियों को इस कार्य को समयबद्ध ढंग से पूर्ण करने कहा गया।
ग्रामीण क्षेत्रों में जल संचयन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से “मोर गांव मोर पानी“ अभियान के अंतर्गत जनभागीदारी से जल संचयन हेतु अब तक 2800 सोखता गड्ढों का निर्माण किया गया है। इस कार्य की सराहना करते हुए कलेक्टर ने निर्माण कार्यों की सतत निगरानी के निर्देश दिए एवं जनसहभागिता को बढ़ाते हुए कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। मौसमी बीमारियों की रोकथाम हेतु शहरों में नालियों और पानी की टंकियों की सफाई एवं क्लोरिनेशन के निर्देश दिए गए। स्वास्थ्य विभाग को डायरिया और अन्य मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी नगरीय निकायों को सघन स्वच्छता अभियान चलाने कहा। बैठक में राजस्व प्रकरणों, सुशासन तिहार, चावल वितरण, पीएम जनमन योजना आदि की भी समीक्षा की गई। सभी विभागों को अपने कार्यों की प्रगति प्रस्तुत करने और समय सीमा में कार्य पूर्ण करने कहा गया।