रामगढ़ : झारखंड के रामगढ़ जिले से मानवता को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है, जहां एक बेटे ने अपनी वृद्ध मां को घर में बंद कर कुंभ स्नान के लिए प्रयागराज रवाना हो गया।
रामगढ़ जिले के अरगड्डा सरका में रहने वाला एक सीसीएल कर्मचारी अपनी 65 वर्षीय बीमार मां को घर में ताला लगाकर छोड़ गया और पत्नी-बच्चों के साथ प्रयागराज कुंभ स्नान के लिए निकल गया। तीन दिन तक वृद्धा ने चूड़ा और पानी के सहारे गुजारा किया, लेकिन जब भूख असहनीय हो गई तो उसने प्लास्टिक खाने का प्रयास किया।
बुधवार को जब पड़ोसियों ने घर के अंदर से उसकी करुण पुकार सुनी तो उन्होंने दरवाजा तोड़ दिया। अंदर का दृश्य देखकर सभी चौंक गए। महिला बेहद कमजोर हालत में थी और भूख से बेहाल थी। पड़ोसियों ने तुरंत उसे भोजन उपलब्ध कराया और उसकी बेटी को सूचना दी, जो सिरका कहुआ बेड़ा में रहती है।
सूचना मिलते ही वृद्धा की बेटी और भाई मौके पर पहुंचे और रामगढ़ पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने पहुंचकर स्थानीय निवासियों की मदद से वृद्धा को घर से बाहर निकाला और उसे इलाज के लिए रामगढ़ सदर अस्पताल भेजा।
जब इस मामले में बेटे से फोन पर संपर्क किया गया, तो उसने सफाई देते हुए कहा कि वे लोग सोमवार रात 11 बजे घर से निकले थे और मां के लिए भोजन की व्यवस्था कर गए थे। उसने दावा किया कि उसकी मां ने ही उन्हें कुंभ स्नान के लिए जाने की अनुमति दी थी। साथ ही, उसने यह भी कहा कि मां की तबीयत खराब होने के कारण वे उन्हें साथ नहीं ले जा सके।
इस घटना पर रामगढ़ थाना प्रभारी कृष्ण कुमार ने कहा कि पुलिस को सूचना मिलने के बाद महिला को घर से बाहर निकाला गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया। यदि इस मामले में कोई आधिकारिक शिकायत दर्ज होती है, तो कानून के तहत आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार, किसी व्यक्ति को इस तरह घर में बंद करना एक गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। फिलहाल, वृद्धा का इलाज सदर अस्पताल में जारी है।
बेटी ने इच्छा जताई है कि अब वह अपनी मां को अपने साथ ससुराल में रखेगी। उसने यह भी कहा कि उसका भाई कुंभ यात्रा पर जाते समय मां को उसके पास छोड़ सकता था, जिससे इस दर्दनाक स्थिति से बचा जा सकता था।