मुंबई: कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर का भाईंदर पहुंचने पर स्वागत किया गया। इस दौरान देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि वह आज कथा करने नहीं, बल्कि सनातन प्रेमियों को धर्म रक्षा के लिए जगाने आए हैं। उन्होंने सनातन की रक्षा के लिए एक सनातन बोर्ड के गठन की मांग की। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड के माध्यम से मुस्लिम समुदाय के धार्मिक मामलों का संचालन होता है, वैसे ही सनातन धर्म के लिए भी एक बोर्ड की स्थापना जरूरी है, ताकि हिन्दू धर्म और संस्कृति की रक्षा की जा सके।
देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि वक्फ बोर्ड की तर्ज पर सनातन बोर्ड का गठन किया जाए। धर्माचार्यों का मुख्य कार्य अपने धर्म और संस्कृति की रक्षा करना है। आज हमारे मंदिरों पर आक्रमण हो रहा है और मंदिरों के पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा है। इन पैसों का इस्तेमाल सरकार ने किस काम में किया, यह भी हमें नहीं बताया जाता। हमारे भगवानों को अपमानित किया जा रहा है और हमें इसका विरोध करना चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि हिन्दू धर्म के प्रतीकों और पूजा पद्धतियों को सरकार के संरक्षण में कमजोर किया जा रहा है। उनका कहना था कि हमारे धर्म को भ्रष्ट किया जा रहा है और प्रसाद के नाम पर उसे अपवित्र किया जा रहा है। इस स्थिति के समाधान के लिए सनातन बोर्ड का गठन बेहद आवश्यक है। जब तक सनातन बोर्ड का गठन नहीं होता, हम शांत नहीं बैठेंगे।