रायपुर : छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान में लगी 203 कोबरा बटालियन और 131 बटालियन सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने मेटागुडेम और दुलेर गांवों के बीच के वन क्षेत्र में विस्फोटक सामग्री और हथियार निर्माण उपकरणों का एक बड़ा भंडार पर छापामार कार्रवाई की। बुधवार सुबह हुए इस अभियान में दोनों बटालियनों की कई स्ट्राइक टीम शामिल थीं।
इस टीम ने दोपहर को मेटागुडेम गांव से लगभग 1.5 किलोमीटर दूर एक गुफा ठिकाना खोजा। इस ठिकाना में एक शस्त्रागार संचालित था। छानबीन में यहां से 21 इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेस, साबुन के केसों में पैक, मल्टीपल बैरल ग्रेनेड लांचर, एक जनरेटर सेट, लेथ मशीन के सामान, विस्फोटक बनाने की बड़ी मात्रा में सामग्री, गन निर्माण के उपकरण और आवश्यक चिकित्सा सामग्री शामिल हैं। प्रत्येक बरामद आईईडी का वजन लगभग 250 ग्राम था। इस अभियान में डॉग स्क्वाड और बम डिटेक्शन टीमों की भी भूमिका थी।
इस शस्त्रागार के खोज लिए जाने से यह पता चल रहा है कि नक्सली अपना नए स्थापित फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस (एफओबी)बना रहे थे। बरामद वस्तुओं की जटिल प्रकृति निकटवर्ती एक सक्रिय निर्माण इकाई का संकेत देती है।