रायपुर । राजधानी रायपुर के डुमरतराई में आयोजित भव्य और दिव्य श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ सोमवार को हर्षोल्लास और भक्ति भाव के साथ हुआ। यह आयोजन 24 नवंबर, रविवार तक डुमरतराई के फुट वेयर बर्तन मार्केट के सामने आयोजित किया जाएगा। श्रीराम कथा के शुभारंभ के अवसर पर भव्य कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
भव्य कलश यात्रा का आयोजन
कलश यात्रा श्री हनुमान मंदिर, कालीमाता मंदिर से शुरू होकर डुमरतराई बस्ती के हनुमान मंदिर से होती हुई कथा स्थल पर संपन्न हुई। यात्रा में शामिल भक्तों ने भक्ति गीतों और जयकारों के साथ वातावरण को भक्तिमय बना दिया। इस अवसर पर सभी श्रद्धालुओं ने भक्ति और आस्था का परिचय दिया।
श्रीराम कथा का समय और महत्व
श्रीराम कथा प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक आयोजित की जाएगी। कथा का वाचन आचार्य श्री युत पंडित युवराज पाण्डेय जी के श्रीमुख से होगा। उन्होंने पहले ही दिन अपने संगीतमय भजनों और प्रवचनों से उपस्थित भक्तजनों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
सत्संग का महत्व और रामचरितमानस की महिमा
प्रथम दिवस पर आचार्य युवराज पाण्डेय जी ने सत्संग के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “जीवन में सत्संग का महत्व अत्यधिक है। संसार में सत्संग दुर्लभ है और यह आत्मा को परमात्मा से जोड़ने का साधन है। गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरितमानस को अपने मन की संतुष्टि के लिए लिखा, लेकिन यह ग्रंथ सभी के लिए मोक्ष का माध्यम बन गया।”
उन्होंने कहा, “जो व्यक्ति एक क्षण के लिए भगवान राम का सुमिरन करता है, वह मोक्ष का अधिकारी बन जाता है। रामचरितमानस का पाठ संसार रूपी भवसागर से पार करने का साधन है।”
उल्लेखनीय उपस्थिति
इस अवसर पर भाजपा संगठन मंत्री पावन साय, सुनील शर्मा, तुलेश साहू, यशवंत साहू, कोमल दीवान, ओमकेश्वर साहू, अमित शुक्ला, सौरभ सिन्हा, उत्तम चक्रधारी, यशोदा साहू, मंजुला अग्रवाल, सरिता वर्मा, मनीषा साहू, अमिता वर्मा सहित यजमान अश्वनी साहू और उनकी पत्नी श्रीमती सावित्री साहू के साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। आयोजन स्थल पर भक्ति का अद्भुत माहौल देखने को मिला।
आयोजन का संचालन
श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ का संचालन दक्षिणमुखी श्री संकटमोचन महाकाली मंदिर, डुमरतराई के प्रमुख श्री कैलाश बाबा जी के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। आयोजन के सात दिवसीय कार्यक्रम में भक्ति रस के साथ भगवान श्रीराम की कथा के अद्भुत प्रसंगों का श्रवण करने का अवसर प्राप्त होगा।
आयोजन समिति ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इस सात दिवसीय कथा ज्ञान यज्ञ में सम्मिलित होकर श्रीराम कथा के मधुर प्रवचनों का लाभ उठाएं। “जय श्रीराम” के उद्घोष के साथ कार्यक्रम का पहला दिन अत्यधिक उत्साह और भक्ति के साथ संपन्न हुआ।