अखिल भारतीय थोक मूल्य सूचकांक (WPI) संख्या के आधार पर मुद्रास्फीति की वार्षिक दर अगस्त, 2024 (अगस्त, 2023 की तुलना में) के महीने के लिए 1.31% (अनंतिम) है। अगस्त, 2024 में मुद्रास्फीति की सकारात्मक दर मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों, प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों, अन्य विनिर्माण, वस्त्र निर्माण और मशीनरी और उपकरणों के निर्माण आदि की कीमतों में वृद्धि के कारण है। खाद्य, ईंधन और बिजली की कीमतों में नरमी के कारण भारत की थोक मुद्रास्फीति अगस्त में घटकर चार महीने के निचले स्तर 1.31% पर आ गई।
प्राथमिक वस्तुएं
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के मुताबिक प्राथमिक वस्तु सूचकांक जुलाई, 2024 माह के 197.6 (अनंतिम) से 1.37% घटकर अगस्त, 2024 में 194.9 (अनंतिम) हो गया। जुलाई, 2024 की तुलना में अगस्त, 2024 के दौरान खनिजों (-2.66 प्रतिशत), कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस (-1.84 प्रतिशत), और खाद्य वस्तुओं (-1.83 प्रतिशत) की कीमतों में कमी आई।
ईंधन और बिजली सूचकांक जुलाई
जुलाई, 2024 की तुलना में अगस्त, 2024 में बिजली की कीमत (1.59 प्रतिशत) वृद्धि हुई और खनिज तेलों की कीमत (-0.32 प्रतिशत) में गिरावट आई। वहीं, जुलाई, 2024 की तुलना में अगस्त, 2024 में कोयले की कीमत में कोई बदलाव नहीं देखा गया। कुछ महत्वपूर्ण समूह जिन्होंने कीमतों में महीने-दर-महीने वृद्धि दिखाई, वे हैं खाद्य उत्पादों का विनिर्माण, मशीनरी और उपकरण को छोड़कर गढ़े हुए धातु उत्पाद, मोटर वाहन, ट्रेलर और अर्ध-ट्रेलर, मशीनरी और उपकरण, कागज और कागज उत्पाद आदि। कुछ समूह जिन्होंने कीमतों में कमी देखी, वे हैं- मूल धातुओं का विनिर्माण, अन्य विनिर्माण, अन्य गैर-धातु खनिज उत्पाद।
निर्मित उत्पाद
डब्ल्यूपीआई खाद्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की वार्षिक दर जुलाई, 2024 में 3.55 प्रतिशत से घटकर अगस्त, 2024 में 3.26 प्रतिशत हो गई है।