महासमुंद। ग्राम खल्लारी में स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत नेहरू युवा केंद्र संगठन और निदान सेवा परिषद ने ग्राम खल्लारी के युवाओं के साथ मिलकर खल्लारी माता मंदिर परिसर में विशेष स्वच्छता अभियान चलाया। इस अभियान के तहत मंदिर परिसर को स्वच्छ और प्लास्टिक मुक्त करने का संकल्प लिया गया ।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण समुदाय को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना और प्लास्टिक के उपयोग से होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी प्रदान करना था ।
कार्यक्रम की शुरुआत खल्लारी माता मंदिर के प्रांगण में स्वच्छता की शपथ के साथ हुई, जिसमें गांव के युवाओं ने पूरे उत्साह और समर्पण के साथ भाग लिया। शपथ समारोह में उपस्थित सभी लोगों ने यह संकल्प लिया कि वे अपने आसपास के क्षेत्र को स्वच्छ बनाए रखने में योगदान देंगे और प्लास्टिक के उपयोग को सीमित करेंगे । उन्होंने यह भी शपथ ली कि वे अपने गांव और आसपास के क्षेत्रों में प्लास्टिक का उपयोग बंद कर, पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान देंगे ।
स्वच्छता अभियान के दौरान युवाओं ने मंदिर परिसर के प्रत्येक कोने को साफ किया और कचरा, विशेषकर प्लास्टिक का संग्रहण किया । इस दौरान प्लास्टिक के थैले, बोतलें और अन्य कचरे को इकट्ठा कर उसका सही निपटान सुनिश्चित किया गया। इस अभियान के तहत विशेष ध्यान दिया गया कि भविष्य में भी इस तरह के कचरे को मंदिर परिसर या आसपास न फैलने दिया जाए ।
नेहरू युवा केंद्र संगठन और निदान सेवा परिषद ने इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । संगठन के जिला प्रमुख कुबेर यदु ने बताया कि स्वच्छता अभियान का उद्देश्य सिर्फ मंदिर परिसर की सफाई तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे एक व्यापक संदेश देना है कि ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता और प्लास्टिक मुक्ति की आवश्यकता को गंभीरता से लिया जाए। संगठन के सदस्यों ने कहा कि ऐसे अभियान न केवल गांव के युवाओं को स्वच्छता के प्रति जागरूक बनाते हैं, बल्कि यह भी सिखाते हैं कि किस प्रकार वे अपने समुदाय में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं।
निदान सेवा परिषद के प्रतिनिधियों ने बताया कि प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण के प्रभाव और उससे पर्यावरण को होने वाले नुकसान को कम करने के लिए इस तरह के जागरूकता अभियानों की बेहद जरूरत है । उन्होंने ग्रामीणों से अनुरोध किया कि वे प्लास्टिक की जगह वैकल्पिक साधनों का उपयोग करें, जैसे कपड़े के थैले, कागज की थैलियां आदि, ताकि पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सके ।
निदान सेवा परिषद् संगठन के प्रतिनिधियों ने बताया कि सरकार की 'स्वच्छ भारत मिशन' पहल के अंतर्गत स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा का आयोजन किया गया है, और यह अभियान उसके तहत ही एक महत्वपूर्ण कड़ी है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता का संदेश प्रत्येक गांव और समुदाय तक पहुंचना चाहिए, ताकि हम अपने पर्यावरण को बेहतर और स्वस्थ बना सकें।
खल्लारी ग्राम के युवाओं ने इस अभियान में उत्साहपूर्वक भाग लिया और स्वच्छता की भावना को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लिया। स्थानीय युवाओं ने इस अभियान का नेतृत्व किया और स्वच्छता के महत्व को समझाते हुए गांव के अन्य लोगों को भी प्रेरित किया। गांव के युवाओं ने यह दिखा दिया कि वे न केवल अपने गांव के विकास के लिए तत्पर हैं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी उनकी सक्रिय भूमिका है ।
इस अवसर पर गांव के वरिष्ठ नागरिकों ने भी इस अभियान की सराहना की और युवाओं के प्रयासों को सराहा। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी द्वारा किए गए इस प्रयास से गांव में सकारात्मक बदलाव आएंगे और स्वच्छता के प्रति जागरूकता और बढ़ेगी।
इस स्वच्छता अभियान के दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि इस प्रकार के अभियान को निरंतर चलाया जाएगा, ताकि गांव के अन्य हिस्सों में भी स्वच्छता का संदेश पहुंचे और प्लास्टिक मुक्त गांव का सपना साकार हो सके। नेहरू युवा केंद्र संगठन और निदान सेवा परिषद ने यह वचन दिया कि वे समय-समय पर ऐसे जागरूकता अभियानों का आयोजन करेंगे और युवाओं को इसमें शामिल करते रहेंगे ।
अभियान के अंत में सभी युवाओं, ग्रामीणों और संगठनों के प्रतिनिधियों ने मिलकर यह संकल्प लिया कि वे पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएंगे और अपने गांव को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखेंगे ।
स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत आयोजित यह स्वच्छता अभियान न केवल खल्लारी माता मंदिर परिसर को स्वच्छ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था, बल्कि इसने पूरे गांव में स्वच्छता और प्लास्टिक मुक्त वातावरण के प्रति जागरूकता फैलाने का भी कार्य किया। इस प्रकार के अभियानों से न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता की भावना मजबूत होती है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण योगदान मिलता है ।
आशा है कि इस तरह के अभियान आगे भी चलते रहेंगे और गांव के अन्य हिस्सों में भी स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के संदेश को फैलाया जाएगा। नेहरू युवा केंद्र संगठन और निदान सेवा परिषद के इस संयुक्त प्रयास से खल्लारी गांव को एक आदर्श स्वच्छ और प्लास्टिक मुक्त गांव बनाने का लक्ष्य प्राप्त होगा।