Prashant Sahu Death Case : कवर्धा के लोहारीडीह मामले में बड़ा एक्शन हुआ है। राज्य सरकार ने IPS विकास कुमार को सस्पेंड कर दिया है। विकास कुमार पूरे घटनाक्रम में लीड कर रहे थे।
जानकारी के अनुसार उपसरपंच हत्याकांड में शामिल होने के आरोप में प्रशांत साहू जिला जेल में बंद था। बुधवार को बेहोश होने पर उसे जिला अस्पताल लाए थे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मॉब लिंचिंग के आरोप में मृतक के दोनों भाई और मां जेल में थे, जिन्हें शाम साढ़े 4 बजे दोनों भाई को मरच्यूरी लाया गया, तब पंचनामा कार्रवाई हुई। जिला अस्पताल में 4 डाक्टरों की टीम बनाई गई। डॉक्टर्स ने शव का पोस्टमार्टम किया।
वहीं, मृतक के भाइयों का आरोप है कि पुलिसिया पिटाई के चलते घटना हुई। यही नहीं, तीनों भाई एक ही जेल में बंद थे, फिर भी प्रशांत के मौत की खबर उन्हें देर से दी गई। मृतक के भाइयों ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है। घटना के बाद डोंगरगांव के कांग्रेस विधायक दलेश्वर साहू सहित कांग्रेसियों ने जिला अस्पताल पहुंच कर जमकर हंगामा किया। मामले में जेलर व एसपी को निलंबित करने, पीड़ित परिवार को मुआवजा, पूरे घटनाक्रम की न्यायिक जांच करने मांग की गई।
कवर्धा SP अभिषेक पल्लव ने बताया कि आरोपी को दौरा (मिर्गी) आती थी। वह पहले से बीमारी से जूझ रहा था। मंगलवार को तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल लेकर गए थे। इसके बाद जेल जाया गया। वहीं ज्यादा तबीयत बिगड़ने पर फिर अस्पताल लाया गया था, जहां उसकी मौत हो गई। जेल अधीक्षक राजेन्द्र बंजारे ने बताया कि सुबह से ही प्रशांत की तबीयत खराब थी। उसे उल्टी हो रही थी। जिसके बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराए थे। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।