Bangladesh Protests : बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों को टारगेट किया गया है। वहां तख्तापलट होने के बाद हालात बेकाबू हैं, लेकिन हम ढाका प्रशासन के संपर्क में हैं। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बांग्लादेश को लेकर यह जानकारी राज्यसभा में मंगलवार को दी। उन्होंने कहा कि हम पूरी नजर बनाए हुए हैं। फिलहाल वहां अंतरिम सरकार के गठन की कोशिश हो रही है।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में खासतौर पर हिंदू काराबोरियों को प्रदर्शन के दौरान निशाना बनाया गया है। विदेश मंत्री ने बताया कि कुल 20 हजार भारतीय बांग्लादेश में थे। उपद्रव के तुरंत बाद हमारी ओर से एडवाइजरी जारी हुई थी, जिसके बाद 8 हजार लोग भारत लौट आए हैं। लेकिन अब तक 12 हजार लोग वहां पर हैं।
विदेश मंत्री ने बताया कि हालात बिगड़े तो इस्तीफा देने के बाद वहां की पूर्व पीएम शेख हसीना ने संपर्क किया था। वह भारत आने का अनुरोध कर रही थीं। उन्हें सुरक्षित रास्ता दिया गया। इसके बाद वह भारत आई हैं। एस. जयशंकर ने कहा कि हम बांग्लादेश में रह रहे भारतीयों के संपर्क में हैं। बता दें कि बांग्लादेश में भले ही आरक्षण के विरोध में आंदोलन चल रहा था, लेकिन काली मंदिर और इस्कॉन मंदिरों पर हमले ने हिंदुओं की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
मेहरपुर के इस्कॉन मंदिर पर भीषण हमला हुआ है और वहां मूर्तियों को तोड़ दिया गया। इसके अलावा मंदिर के स्टाफ से भी मारपीट हुई है। दो पार्षदों की भी हत्या की गई है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार ढाका, बरिशाल, राजशाही, पिरोजपुर, चटगांव, बोगुरा और रंगपुर जैसे इलाकों में मंदिरों पर हमले हुए हैं। यही नहीं सांप्रदायिक दंगों के इतिहास वाले नोआखाली में भी हिदुओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं हुई हैं। गौरतलब है कि 1947 में आज के बांग्लादेश में करीब 25 फीसदी हिंदू आबादी थे, जो अब महज 8 फीसदी ही रह गई है।